साथियों,
मा.मुख्यमन्त्री जी से अनुदेशक प्रतिनिधि मण्डल की वार्ता करवाने के लिय पिछले कई दिनो से मा.राज्य एवं कैबिनेट मंत्री गणों,मा.एम.एल.सी गणों, मा.मुख्यमंत्री जी के करीबियों,विभिन्न जनपदों के जिला अध्यक्षयों(समाज वादी पार्टी ) और ओ.एस.डी महोदयों से प्रदेश पदाधिकारी अनवरत और अथक प्रयास कर रहे है ,और ईश्वर ने चाहा तो शायद कुछ सफलता भी हासिल हो जाये लेकिन साथियों आज तक हम सब पिछले तीन सालो से पीछे रहे तो उसका मुख्य कारण संख्या बल है,क्यों की जब तक हम सब अच्छी संख्या बल मे लखनऊ नहीँ कूच करेंगे तब तक शायद कुछ न हो ,मौके की नजाकत को समझते हुए अब वो समय आ गया है कि लखनऊ मे शक्ति प्रदर्शन करके अपनी मांगो को सरकार से मनवाया जा सके,इसलिए साथियों कमर कस लीजिये और आगामी 29 नवम्बर से प्रारम्भ हो रहे अनुदेशक हित के धरने मे ज्यादा से ज्यादा संख्या मे लखनऊ कूच करे।और दिखा दीजिये उच्च प्राथमिक विद्यालयों के अनुदेशको की ताकत इस सरकार को ।
धन्यवाद
आपका साथी
अरविन्द गुप्ता (9450428439)
अनुदेशक संघ श्रावस्ती
(उत्तर प्रदेश)
19.11.16
संख्याबल ही,तय करेगा हम सबका स्वर्णिम भविष्य - विशाल श्रीवास्तव प्रदेश सचिव
आज राकेश जी ने फ़िर से अपने ही अनुदेशक परिवार के सदस्यों के साथ छल करना शुरू कर दिया जिसके लिय लिखना ज़रूरी था
सभी साथियों को नमस्कार
*साथियों मै किसी भी संगठन के खिलाफ नहीँ बोलना या लिखना चाहता था लेकिन आज राकेश जी ने फ़िर से अपने ही अनुदेशक परिवार के सदस्यों के साथ छल करना शुरू कर दिया जिसके लिय लिखना ज़रूरी था* ,अनुदेशक हित की बात करने वाले राकेश पटेल जी उस समय आपका अनुदेशक हित कहाँ था भाई जब हम लोग 55 दिन तक धरने किय ,विधान सभा घेराव के दौरान लाठियां बरसी लेकिन उसके बओजूद उच्च प्राथमिक के अध्यक्ष तेजस्वी शुक्ल जी ने अपने साथियों के साथ आपके धरने का समर्थन किया और आपको अकेला महसूस नहीँ होने दिया ।
पूर्व मा.अनु.कल्याण समिति के प्रदेश अध्यक्ष राकेश पटेल जी आप ज़रा ये बताये की जब उच्च प्राथमिक संगठन का अनिश्चित कालीन धरना दिनांक 29-11-2016 पहले से प्रस्तावित था और इसकी सूचना भी प्रशासन को संगठन ने दे दिया तो फ़िर आप अपनी नेता गिरी दिखाकर आपने ने 29 की तारीख घोषित कर दी ।इसको क्या समझा जाये,और स्थान आपने वही चुना जहाँ से अधिकारीयों ने सिर्फ आपको छुनछूना पकड़ा दिया वो भी पारस्परिक स्थानांतरण का जोकि पूरे प्रदेश मे मात्र इसका लाभ लेने वाले कुछ ही साथी होंगे ।आप कहते हो की आप के संघ द्वारा 1470 मानदेय बढ़ोत्तरी कराया गया जोकि सरासर झूठ है केन्द्र सरकार द्वारा मानदेय बढ़ोत्तरी किया गया ,आपने ये भी कहा की नियमित मानदेय का आदेश कराया ,आप ज़रा बताव की किस जनपद मे महीना पूरा होते ही मानदेय आ जाता है आपने कहा की अनुदेशको से कोई अतिरिक्त कार्य न लिय जाये इसके लिय आपने आदेश करवाया ,जब की न जाने कितने अनुदेशक साथी अतिरिक्त कार्य किय और कर रहे है ,मुझे तो हँसी इस बात की आयी जब आपके संघ के एक सज्जन प्रदेश पदाधिकारी ने ये कहा की लक्ष्मण मेला मैदान मे धरना देने से क्या होगा अरे भाई ये वही स्थान है जहाँ पर कितने विभाग के कर्मचारी संघर्ष करके जीत हासिल की है !राकेश जी मै आपके आन्दोलन का विरोध नहीँ कर रहा हूँ लेकिन विरोध मेरा इस बात का है जब उच्च प्राथमिक का धरना पहले से 29 को फिक्स था तो आपने अपने धरने की डेट् 29 क्यों रखी अगर आपको धरना ही देना था तो आप पहले या बाद मे डेट तय कर लिय होते खैर आपके इस कार्यक्रम से हमलोगों पर कोई असर नहीँ पड़ेगा ,जो कमेट्मेट किया गया उसी को दोहराते हुए फ़िर कह रहा हूँ आप चाहे जितना दम लगा लो इस बार अगर अनुदेशक साथियों अपना साथ और सहयोग दे दिया तो मा.मुख्यमंत्री जी वार्ता हो के रहेगी ।साथियों एक भी साथी छूटने न पाये और अफवाहों पर ध्यान न देते हुए 29 नवम्बर को लक्ष्मण मेला मैदान पहुँचे !
🙏निवेदक🙏
*_विशाल श्रीवास्तव_*
*_प्रदेश सचिव_*
*_उच्च प्राथमिक अनुदेशक शिक्षक वेल.ऐशो_*
राजनीती से प्रेरित
1-पैब को 15000 मानदेय का प्रस्ताव भिजवाने का हो
2-नियमित मानदेय भुगतान का हो
3-शैक्षिक कार्य के इतर कार्य न करने का आदेश हो
4-न्यायपालिक से मातृत्व अवकाश का हो
5-अल्प 8470 मानदेय बढोत्तरी का हो
6-पारस्परिक स्थान्तरण का हो
सहित छोटी बड़ी माँगो पर आदेश पूर्वमाध्यमिक अनुदेशककल्याणसमिति ऊoप्रo ने करायी है
इन 3.5 सालो में अनुदेशक हित में जो आदेश आया वो पूर्व माध्यमिक अनुदेशक कल्याण समिति ने कराया क्योकि ये संग़ठन बिना भेद भाव/राजनीती के अपना कार्य इम्मानदारी पूर्वक करता रहा और करता रहेगा !!
रही बात संगठन की तो संगठन में संगठन द्वारा किये गए कार्यो की तुलना या प्रतिस्पर्धा चाहते हो तो काम की प्रतिस्परधा रखो सभी कार्य सभी अनुदेशको के सामने होंगे।।
सभी को आने का आहवाहन किया हूँ चाहे वो संगठन हो या कार्यरत अनुदेशक आप चाहो तो राजनीती छोड़ अनुदेशक हित के लिए परियोजना आ सकते हो अपना बैनर लेकर आपका स्वागत रहेगा,अगर प्रतिस्पर्धा चाहते हो तो भी कोई बात नही क्योकि ये पूर्व माध्यमिक अनुदेशक कल्याण समिति कोई संघ नही उससे बढ़ कर एक परिवार है जो अपने कार्यो से अपने आप को सिद्ध किया है और आगे भी कर के दिखायेगा।।
या तो सच्ची बात मान जाओ,
या गलत साबित कर दिखाओ,
अगर अनुदेशक हित चाहते हो तो,
सुधर जाओ आओ साथ संघर्ष करो,
सम्मानजनक स्थिति अनुदेशक भविष्य में पाओ"
पिछले दिनों शासन की पैरवी में जो बाते संगठन के सामने आयी
कल की शासन स्तर की पैरवी में सामने आयी कुछ अच्छी और बुरी खबर को बिंदुवार आपके सामने प्रस्तुत कर रहा हूँ जो निम्न है----
(जो भी बुरी खबर है उससे निपटने के लिये 29 नवम्बर से अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन/आमरण अनशन का कार्यक्रम राज्य परियोजना कार्यालय (सर्व शिक्षा अभियान) निशांतगंज लखनऊ में आयोजित की जा रही है)
1-100 बच्चों की बाध्यता को समाप्त करने हेतू 7 अक्टूबर को परियोजना से गये पत्र के जवाब में mhrd मंत्रालय ने राज्य सरकार के पाले में गेंद फेक दी है कि अगर राज्य सरकार चाहे तो रखे या निकाले ये राज्य का मामला है और राज्य सरकार ने हाल में ही बेसिक में 100 छात्र संख्या से कम पर एक विषय के अनुदेशको की नियुक्ति की है इसलिये छात्र संख्या 100 की बाध्यता को समाप्त किया जाये जो कि शासन स्तर से सम्भव है।।
इसके लिये माo मुख्यमंत्री जी एवम् बेसिक शिक्षा मंत्री जी/मुख्य सचिव शासन/प्रमुख सचिव बेसिक शिक्षा/निदेशक को पत्र भेजा जा चूका है।।
29 नवम्बर से परियोजना कार्यालय पर धरना प्रदर्शन में आप सबकी उपस्थिति इसको मूर्त रूप देगा।।
* प्रमुख सचिव बेसिक शिक्षा की तबियत बहुत ज्यादा खराब है और ओ अभी 26 नवम्बर तक छुट्टी पर है जो की बुरी खबर है क्योकि कई बिन्दुओ पर उनकी अनुपस्थिति का बुरा प्रभाव पड़ रहा है अच्छी बात ये है कि कल प्रमुख सचिव से मुलाकात हुयी 28 से वो पुनः कार्यालय में कार्य शुरू कर देंगे और माँग पत्र के कई बिन्दुओ पर उन्होंने बैठक कर निर्णय लेने पर सहमति जतायी है जो 29 से परियोजना पर होने वाले धरने के दबाव से उसे आदेश में बदला जायेगा।।
* बुरी खबर ये है कि पैब में अपना प्रस्ताव पुराना मतलब 15000 ही बनाकर भेजा जा रहा है जिसको परिवर्तित कर बढ़ाकर भिजवाना होगा जो कि परियोजना पर 29 नवम्बर से होने वाले धरने से ही सम्भव है।।
* अच्छी खबर ये है 7वे वेतन आयोग की न्यूनतम् वेतनमान के लिए वित्त विभाग न्यूनतम् देने पर सहमत नजर आ रहा है लेकिन बुरी खबर ये है कि अभी परियोजना से अनुदेशको की सुचना/प्रस्ताव परियोजना से वित्त को नही भेजा गया है।।
जिसके लिए 29 नवम्बर से परियोजना पर होने वाले धरने के दबाव से तत्काल भिजवाया जायेगा।।
* मातृत्व अवकाश पर निर्णय सचिव स्तर से ही होना है क्योकि निदेशक इसको जारी नही कर सकते ये शासन स्तर से ही सम्भव है।।
29 नवम्बर से परियोजना पर होने वाले धरने के दबाव से तत्काल इस पर आदेश जारी करने हेतू दबाव बनाया जायेगा।।
* जिन विद्यालयो में 2 अनुदेशक ही कार्यरत है किसी भी कारण वस एक किसी भी अनुदेशक की जगह ख़ाली है वहा उस विषय का अनुदेशक अपने ब्लॉक में चला जाये इसके लिए भी आदेश सचिव स्तर से ही सम्भव है इसका निस्तारण तत्काल करा लिया जाता परन्तु सचिव का ज्यादा तबियत खराब होने के वजह से विलम्ब हो रहा है
जिसको 29 नवम्बर से परियोजना पर होने वाले धरने के दबाव से तत्काल कराया जायेगा।।
*समान कार्य पर समान वेतन पर सुप्रीम कोर्ट का हवाला देते हुये हम अनुदेशको पर लागू करने हेतू बेसिक शिक्षा मंत्री,मुख्य सचिव,प्रमुख सचिव को रजिस्ट्री द्वारा पत्र भेज दिया गया है एवम् निदेशालय में निदेशक को रिसीव करा दिया गया है।।
29 नवम्बर से परियोजना पर होने वाले धरने के दबाव से तत्काल इस पर आदेश कराने का प्रयास किया जायेगा।।
*जिन 33 जनपदों का बजट जनपद स्तर पर नही गया था उन जनपदों पर पहले से पैसा मौजूद है बुधवार तक लैटर भुगतान हेतू परियोजना से भेज दिया जायेगा।।
* कल लक्षमण मेला मैदान हम लोग गए मौके का जायजा लिया गया तो पता चला पिछले 1 महीने से धरना दे रहे किसी भी संगठन को किसी से नही मिलाया जा रहा है बस ज्ञापन धरना स्थल पर ले लिया जा रहा है इसलिये इस कम एवम् महत्वपूर्ण समय में कुछ पाना है तो हमे किसी मैदान में नही उनके सीने यानि जहा से हम समस्त अनुदेशक govern होते है मतलब परियोजना कार्यालय (सर्व शिक्षा अभियान)पर बैठना पड़ेगा जिसका सीधा धमक/आवाज शासन तक जाता है,सही समय पर सही समय और सही जगह का चुनाव करना उचित होता है इसी क्रम में माँग पत्रो को माo मुख्यमंत्री/बेसिक शिक्षा मंत्री/मुख्य सचिव/प्रमुख सचिव को डाक से पत्र भेज एवम् निदेशक सर्व शिक्षा अभियान को निदेशालय में पत्र रिसीव करा ये बता दिया गया है कि माँग पत्रो के समस्त माँग पर अगर आदेश 28 नवम्बर तक नही जारी किया गया तो 29 नवम्बर 2016 से हम समस्त अनुदेशक राज्य परियोजना कार्यालय पर अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन/आमरण अनशन करने को बाध्य होंगे जिसकी सम्पूर्ण जिम्मेदारी शासन/प्रशासन की होगी।।
(सभी पत्र एवम् माँग पत्र संलग्न है)
राकेश पटेल"सिंटू"
प्रदेश अध्यक्ष
पूर्वमाध्यमिक अनुदेशककल्याणसमिति ऊoप्रo
9455788206
फिर शुरु हुई राजनीती
मित्रों आज मैंने पूर्व माध्यमिक अनुदेशक कल्याण समिति के प्रदेश अध्यक्ष राकेश पटेल जी की पोस्ट देखा तो मुझे यह विश्वास ही नहीं हो रहा था कि इतनी भयानक राजनीति भी किया जा सकता है।मुझे इस बात से बडी निराशा हुई है कि जब पहले से एक संगठन धरने की घोषणा कर चुका है और पूरी तैयारी भी कर चुका है तो उसी समय पर दूसरे स्थान पर धरने की घोषणा करके आप अपनी राजनीति तो चमका सकते है लेकिन सरकार के सामने अनुदेशकों को दो हिस्से में बंटा हुआ दिखाकर पूरे अनुदेशकों की शक्ति को खोखला साबित कर देंगे।
तमाम अनुदेशक साथी लोग हमेशा से एक बात कहते रहे हैं कि राजनीति हो रही है तो अब यह निर्णय आप सबको करना है कि कौन राजनीति कर रहा है और कौन काम।अगर ये वास्तव में अनुदेशक हित चाह रहे होते तो शायद यह निर्णय कदापि न लेते बल्कि पहले से घोषित धरने में ही सहयोग करते।जैसाकि उनकी पोस्ट में भविष्यवाणी किया गया है कि पार्क में केवल ज्ञापन लिया जा रहा है किसी से मिलवाया नहीं जा रहा है तो मैं आप सबको बताना चाहूँगा कि माध्यमिक कम्प्यूटर अनुदेशक की प्रदेश अध्यक्ष साजदा पवार जी और उनके प्रतिनिधि मण्डल को अभी कुछ दिन पहले ही उसी पार्क से ले जाकर मा०मुख्यमंत्री जी से मिलवाया गया है।
राजनीति का इतना गंदा नमूना इसके पहले कभी देखने को शायद ही किसी को मिली हो जिसमें बाकायदा पोस्ट बनाकर उस स्थल की उपयोगिता को ही नकारने का प्रयास किया गया है जहाँ एक संगठन ने पहले से धरने की घोषणा कर रखी है और तमाम संगठन वहीं देते भी हैं।अब इसके बाद केवल यह लिखने भर को बचा था कि “उच्च प्राथमिक के धरने में कोई न जाए सब उनके अर्थात पूर्व माध्यमिक के धरने में आयें",लगे हाथ इसे भी लिख लेते।
शासन की निगाह में अनुदेशकों को कमजोर करने का यह इनका अब तक का सबसे बडा प्रयास होगा।वास्तव में अब मुझे इनके पूर्व प्रदेश महासचिव वैभव राणा जी की बातों पर विश्वास हो गया कि ये लोग केवल राजनीति करते हैं और वह भी गंदी राजनीति करते हो।
एक अपील है इनसे कि अनुदेशकों को कमजोर मत करिए और एक अपील है समस्त अनुदेशकों से कि शासन और प्रशासन की निगाह में अपने आप को कमजोर न साबित होने दें क्योंकि लक्ष्मण मेला में होने वाले धरने के बारे में शासन और प्रशासन सभी को दिया जा चुका है।
भोला नाथ पाण्डेय
प्रदेश महासचिव
उच्च प्राथमिक अनुदेशक शिक्षक वेलफेयर एसोसिएशन,उ०प्र०
चेहल्लुम अवकाश के सम्बन्ध में
चेहल्लुम का अवकाश दिनाक 20/11/2016 के स्थान पर अब दिनाक 21/11/2016 को होगा ।
धन्यवाद
आपका साथी
अरविन्द गुप्ता/दिलीप कुमार
(9450428439)
अनुदेशक संघ श्रावस्ती
(उत्तर प्रदेश)