21.12.16
शासन द्वारा तीन शिक्षा अधिकारियों के तबादले
अवकाश: 24 दिसंबर 2016 को जूनियर हाईस्कूल शिक्षक संघ के प्रान्तीय अधिवेशन में प्रतिभाग करने हेतु शिक्षको को विशेष अवकाश स्वीकृति करने के सम्बन्ध में सचिव उ0प्र बे०शि० प० इलाहाबाद द्वारा आदेश जारी
06 माह से बिना किसी अवकाश स्वीकृति के अनुपस्थिति चल रहे शिक्षकों को बीएसए ने अंतिम अवसर प्रदान करते हुए सेवा समाप्ति की नोटिस किया जारी, देखें सूची
धूप सेंकते मिले तो सस्पेंड कर दूंगी, कार्यालय के बाहर बैठे कर्मियों की लगाई फटकार
Bsa ने बाबुओं की लगायी फटकार खा की जल्द से सभी पेंडिंग कार्यों को निबटाया जाए।
अब पति-पत्नी दोनों को मकान किराया भत्ता, राज्य कर्मियों की तर्ज पर सीएम ने दिया शिक्षकों को तोहफा, यह विभाग होने लाभाम्बित
आज कैबिनेट के फैसले, अखिलेश ने प्रदेश को दिए यह तोहफे
- - जेई को 400 रुपये विशेष भत्ता
- - उत्तराखंड को 37 नहरों को हस्तांतरित करने
- - भुर्तिया जाति को भी आरक्षण
- - राठ पालिका परिषद का सीमा विस्तार
- - पालिका केंद्रीयत सेवा नियमावली में संशोधन
- - स्वाधार योजना के लिए फंडिंग पैटर्न तय करने
- - वृंदावन-बृजधाम सदनों की निराश्रित महिलाओं व विधावाओं को और सुविधा देने
- - राजभवन के लिए स्कार्पियो, बीएस-4 व डब्लूडी गाड़ी खरीदने
- - मथुरा के जवाहरबाग का लोहिया पार्क की तर्ज पर विकसित करने
- - छह गांवों को शामिल में शामिल करने
- - बुंदेलखंड में विशेष पैकेज के तहत डीजल पंपसेट वितरित करने
- - लखनऊ विकास प्राधिकरण में 197 गांवों को शामिल करने
- - गोरखपुर में एम्स के लिए मुफ्त जमीन देने
- - लोहिया विधि विवि में स्पोर्ट्स इंफ्रास्ट्रक्चर विकसित करने
- - हाईकोर्ट लखनऊ नवीन भवन की उच्च विशिष्टियों को मंजूरी
- - समाजवादी पेंशन के प्रचार-प्रसार के लिए अतिरिक्त बजट की व्यवस्था
- - ई-रिक्शा 7000 रुपये तक सस्ता
- - ,पति-पत्नी को मिलेगा HRA
UP वालों को अखिलेश का चुनावी तोहफा,पति-पत्नी को मिलेगा HRA, इन पर भी मुहर
UP वालों को अखिलेश का चुनावी तोहफा,पति-पत्नी को मिलेगा HRA, इन पर भी मुहर
मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में बुधवार को हुई कैबिनेट की बैठक में यह फैसला हुआ। विधानसभा का सत्र होने के कारण कैबिनेट के फैसलों की फिलहाल अधिकृत सूचना नहीं दी गई है। इन फैसलों की जानकारी विधान मंडल के दोनों सदनों को दी जाएगी।
शिक्षा के बुनियादी सवाल, नई शिक्षा नीति के निर्माण में किन बिन्दुओं पर गंभीर विचार-विमर्श आवश्यक है, जानिए: जरुर पढ़ें बेसिक शिक्षक ....
शिक्षा के बुनियादी सवाल, नई शिक्षा नीति के निर्माण में किन बिन्दुओं पर गंभीर विचार-विमर्श आवश्यक है, जानिए: जरुर पढ़ें बेसिक शिक्षक ....+
उर्दू शिक्षक भर्ती में आवेदन हेतु विज्ञप्तियां जारी,आज जारी जिलावार विज्ञप्तियां देखने के लिए क्लिक करें
नगरीय क्षेत्रों में होंगे प्राथमिक शिक्षकों के तबादले, वरिष्ठता के आधार पर शिक्षकों से मांगा जाएगा विकल्प, शासनादेश जारी
नगरीय क्षेत्रों में होंगे प्राथमिक शिक्षकों के तबादले, वरिष्ठता के आधार पर शिक्षकों से मांगा जाएगा विकल्प, शासनादेश जारी++
ग्रामीण और नगरीय क्षेत्रों के परिषदीय स्कूलों के शिक्षकों के संवर्ग अलग-अलग हैं। सामान्य तौर पर ग्रामीण क्षेत्रों के स्कूलों के शिक्षकों का तबादला नगरीय इलाकों में नहीं होता है। प्रदेश के विभिन्न जिलों के नगरीय क्षेत्र के परिषदीय प्राथमिक स्कूलों में लंबे समय से शिक्षकों की नियुक्ति पर प्रतिबंध लगा हुआ है। प्रतिबंध के कारण एक तरफ तो शिक्षक भर्ती नहीं हुए, दूसरी ओर साल दर साल शिक्षक रिटायर होते रहे।
बीच-बीच में प्राथमिक विद्यालयों के सहायक अध्यापक प्रमोट होकर या तो प्राथमिक विद्यालयों में प्रधानाध्यापक बन गए या उच्च प्राथमिक स्कूलों में सहायक अध्यापक। इससे नगरीय क्षेत्र के प्राथमिक स्कूलों में बड़ी संख्या में शिक्षकों के पद रिक्त हैं।
बीटीसी में अब घर बैठे दाखिला, ऑनलाइन आवेदन की तर्ज पर काउंसिलिंग, शासन के निर्देश पर बन रहा प्रस्ताव आवेदन की फरवरी से तैयारी
बीटीसी में अब घर बैठे दाखिला, ऑनलाइन आवेदन की तर्ज पर काउंसिलिंग, शासन के निर्देश पर बन रहा प्रस्ताव आवेदन की फरवरी से तैयारी
प्रदेश में बीटीसी 2016 की प्रवेश प्रक्रिया में आमूलचूल बदलाव करने की तैयारी है। परीक्षा नियामक प्राधिकारी कार्यालय ने कुछ दिन पहले इसके लिए प्रस्ताव तैयार किया था। उसमें जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान (डायट) व निजी कॉलेजों को अपनी-अपनी सीटें भरने का मौका दिए जाने का प्रस्ताव था, क्योंकि हर बार निजी कॉलेज सीटें न भरने का ठीकरा डायटों पर फोड़ते आ रहे हैं। शासन ने इसे खारिज कर दिया है। साथ ही अफसरों ने प्रस्ताव में व्यापक बदलाव करने का निर्देश दिया है। इसमें अभ्यर्थियों को बेवजह की भागदौड़ से मुक्ति दिलाने व सब कुछ पारदर्शी ढंग से करने की बात कही गई है, ताकि विवादों की गुंजाइश न रहे।
असल में प्राथमिक विद्यालयों में हो रही भर्तियों से युवाओं में शिक्षक बनने की ललक इधर बढ़ी है। वहीं, बीटीसी कराने वाले निजी कॉलेजों में भी बाढ़ आ गई है। वहां सीटें भरने एवं कटऑफ मेरिट से कम पर दाखिला देने या कटऑफ से अधिक अंक वाले अभ्यर्थियों को बैरंग लौटाने की खूब शिकायतें हैं। हर साल तमाम प्रकरण कोर्ट तक पहुंच रहे हैं। इसमें अभ्यर्थी तो परेशान होते ही हैं साथ ही विभाग की भी फजीहत हुई है। ऐसे में परीक्षा नियामक कार्यालय ऑनलाइन आवेदन के बाद अब ऑनलाइन काउंसिलिंग की ओर बढ़ने जा रहा है। ऑनलाइन काउंसिलिंग का प्रस्ताव तैयार हो रहा है, जिसे बीटीसी 2016 से लागू कराने की तैयारी है। नए प्रस्ताव को दिसंबर के अंतिम सप्ताह या फिर जनवरी के पहले पखवारे में भेजा जाएगा। उम्मीद है कि फरवरी से ऑनलाइन आवेदन लिए जाएंगे और ऑनलाइन काउंसिलिंग के जरिए अप्रैल-मई तक सारी सीटें भरकर नया सत्र शुरू होगा। परीक्षा नियामक प्राधिकारी रजिस्ट्रार नवल किशोर ने बताया कि इस दिशा में तेजी से कार्य हो रहा है।
32 हजार अनुदेशकों की जल्द भर्ती शुरू होने के आसार, चार साल में साढ़े तीन लाख नियुक्तियां
32 हजार अनुदेशकों की जल्द भर्ती शुरू होने के आसार, चार साल में साढ़े तीन लाख नियुक्तियां
इस दौरान परिषदीय विद्यालयों में साढ़े तीन लाख से अधिक शिक्षक-शिक्षिकाओं की नियुक्ति हुई है। वहीं 16 हजार से अधिक शिक्षकों का अंतर जिला तबादला हुआ है। शिक्षकों की सामान्य एवं उर्दू शिक्षक भर्ती फिर शुरू होने जा रही है, वहीं उच्च प्राथमिक स्कूलों में 32 हजार अनुदेशकों की भर्ती प्रक्रिया जल्द ही शुरू होने के आसार हैं। मंगलवार को सचिव का कार्यकाल पूरा होने पर अफसर व कर्मचारियों ने कार्यो का सिंहावलोकन किया। इसमें शिक्षक नियम संग्रह सहित तमाम कार्य पूरे कराए गए।
सचिव पद पर चार साल पूरा होने पर संयुक्त सचिव अशोक कुमार, बसु बंधु सिंह, रेनू विज, अरुण कुमार उपाध्याय, शैलेंद्र कुमार कुशवाहा आदि ने उन्हें बधाई दी और ईश्वर से उनके स्वस्थ रहने की कामना की। सिन्हा इसके पहले 22 दिसंबर 2000 से 31 मई 2003 तक इसी पद पर रह चुके हैं।
आठवीं तक फेल नहीं करने की नीति को यूनिसेफ ने बताया ठीक: शिक्षा की गुणवत्ता घटने के लिए इस नीति को जिम्मेदार ठहराना गलत
आठवीं तक फेल नहीं करने की नीति को यूनिसेफ ने बताया ठीक: शिक्षा की गुणवत्ता घटने के लिए इस नीति को जिम्मेदार ठहराना गलत
स्कूल-पूर्व शिक्षा से दसवीं तक की पढ़ाई हो आरटीई के दायरे में
खुले में शौच से मुक्ति को लेकर पहली बार दिख रही इतनी तत्परता
बच्चों के अधिकार के लिए काम करने वाला यूनिसेफ हुआ 70 साल का
मुकेश केजरीवाल, नई दिल्ली
जहां सरकार आठवीं तक के छात्रों को अनिवार्य रूप से पास करने की नीति को बदलने की तैयारी में है, संयुक्त राष्ट्र की बच्चों के कल्याण के लिए बनी संस्था यूनिसेफ मौजूदा नीति को सही बता रही है। यूनिसेफ के भारत प्रतिनिधि लूई जॉर्ज आर्सेनाल्ट कहते हैं कि वार्षिक परीक्षा पढ़ाई के मूल्यांकन का बेहतर तरीका नहीं है। इसलिए बच्चों को पास-फेल के खेल में नहीं झोंकना चाहिए। पेश है बच्चों के लिहाज से भारत के विकास लक्ष्यों पर हुई उनसे बातचीत के प्रमुख अंश:
यूनिसेफ 1949 से भारत में काम कर रहा है। भारत को अब किन मुद्दों पर प्राथमिकता देनी चाहिए?
उत्तर : सबसे पहली तवज्जो तो शिक्षा की गुणवत्ता को सुनिश्चित करने पर होनी चाहिए। शिक्षा के बेहतर नतीजे पाने के लिए हमें शिक्षा के क्षेत्र में सरकारी व्यवस्था को मजबूत करना होगा। इसी तरह कुपोषण की वजह से आज भी भारत में पांच साल से कम उम्र के 39 फीसद बच्चे ठिगने रह जाते हैं, यानी स्टंटिंग के शिकार हैं। इसी से जुड़ा मुद्दा है स्वच्छता का। स्वच्छता नहीं होने से स्टंटिंग ही नहीं बहुत सी गंभीर बीमारियां भी अपना शिकार बनाती हैं। चौथी प्राथमिकता बाल श्रम और बाल विवाह को खत्म करना है जिसके लिए लगातार जोर देते रहना होगा। नवजात बच्चों की मृत्यु दर को सीमित करना अहम लक्ष्य है।
शिक्षा के क्षेत्र में क्या नीतिगत बदलाव जरूरी हैं?1उत्तर : शिक्षा के अधिकार (आरटीई) में दो अहम संशोधन जरूरी हैं। कम से कम 16 साल तक की उम्र (दसवीं क्लास) तक यह अधिकार मिलना चाहिए। अभी यह सिर्फ 14 साल की उम्र तक है। अगर आप चाहते हैं कि देश को बाल श्रम और बाल विवाह से मुक्ति मिले तो बच्चों को स्कूल में रखना होगा।
इसी तरह आरटीई लाते समय ईसीई यानी प्रारंभिक बाल्यकाल शिक्षा पर ध्यान नहीं दिया गया था। यह बहुत जरूरी है कि स्कूल पूर्व शिक्षा और स्कूली शिक्षा दोनों एक ही व्यवस्था का हिस्सा हों। इसलिए इसे आरटीई में शामिल किया जाना चाहिए।
आंगनबाड़ी में यह हो रहा है..
उत्तर : स्कूल-पूर्व शिक्षा अभी लोगों का कानूनी हक नहीं है। इस कानून में संशोधन लाना होगा। दुनिया भर के तमाम शोध इस बात को साबित करते हैं कि अगर हम प्रारंभिक बाल्यकाल विकास और एक साल की स्कूल-पूर्व शिक्षा मुहैया करवा दें तो बच्चा आगे औपचारिक शिक्षा में भी बेहतर साबित होता है।
आठवीं तक फेल नहीं करने की नीति बदली जा रही है। यह ठीक है?
उत्तर : प्रारंभिक शिक्षा में ऐसी व्यवस्था नहीं होनी चाहिए कि आप एक बार एक परीक्षा में फेल कर जाएं तो आपको दोबारा पूरे साल उसी क्लास में पढ़ना पड़े। पहले यह होता था। लेकिन अगर आप आरटीई के प्रावधानों को देखें जिसमें एक्टिविटी बेस्ड लर्निग (गतिविधियों पर आधारित शिक्षा) की बात की गई है तो वहां तो इसका ठीक उल्टा है। यहां बच्चों का आकलन इस आधार पर नहीं किया जाना कि एक परीक्षा हो जिसमें हम बताएं कि तुम पास हुए और तुम फेल। इसलिए हम सरकार को सुझाव दे रहे हैं कि फिर से पास-फेल की नीति नहीं लाई जाए।
लेकिन अधिकांश राज्यों ने कहा कि फेल न करने से शिक्षा की गुणवत्ता प्रभावित हो रही है।
उत्तर : अगर शिक्षा की गुणवत्ता नीचे गई तो यह फेल नहीं करने की नीति की वजह से नहीं है। नीति को सही तरीके से लागू नहीं कर पाने की वजह से हो सकता है। आरटीई में नियमित और समग्र मूल्यांकन (सीसीई) का प्रावधान किया गया था। बच्चे की प्रगति को जांचने का सबसे अच्छा तरीका सीसीई ही है।
टीकाकरण बढ़ाने के कार्यक्रम की प्रगति से कितने संतुष्ट हैं?
उत्तर : इंद्रधनुष कार्यक्रम में हम इसकी योजना तैयार करने के स्तर से ही साङोदार हैं। इससे टीकाकरण कवरेज में एक वर्ष में चार से पांच फीसद की बढ़ोतरी हुई है, जो पहले सिर्फ एक फीसद की दर से बढ़ रहा था।
खुले में शौचालय से मुक्ति (ओडीएफ) का हम लक्ष्य हासिल कर पाएंगे?
उत्तर : सरकार ने वर्ष 2019 तक इसे पूरी तरह समाप्त करने का लक्ष्य रखा है जो बहुत महत्वाकांक्षी लक्ष्य है। यह पहला मौका है जब सरकार ओडीएफ पर इतना जोर दे रही है। इस मामले में पिछले दो दशक के दौरान बहुत काम नहीं हुआ।
बच्चों के उत्पाद बेचने वाली कंपनियों से आप साङोदारी करते हैं, इससे उन्हें अनावश्यक लाभ मिलने की आशंका नहीं?
उत्तर : भारत में निजी क्षेत्र बहुत योगदान कर सकता है। हमारी कोशिश है कि इन मुद्दों पर सरकार और निजी क्षेत्र मिल कर काम कर सकें। साङोदारी के दौरान उनके लिए आचार संहिता तय होती है, जिसका उन्हें पालन करना होता है।
16460 शिक्षक भर्ती का आवेदन 28 से, भर्ती कार्यक्रम जारी: आज से जारी होगा विज्ञापन सभी बीएसए को भेजा निर्देश, ऑनलाइन लिए जाएंगे आवेदन व ई-चालान से जमा होगा शुल्क
16460 शिक्षक भर्ती का आवेदन 28 से, भर्ती कार्यक्रम जारी: आज से जारी होगा विज्ञापन सभी बीएसए को भेजा निर्देश, ऑनलाइन लिए जाएंगे आवेदन व ई-चालान से जमा होगा शुल्क
बेसिक शिक्षा परिषद की ओर से संचालित प्राथमिक विद्यालयों में 16460 शिक्षकों की भर्ती का कार्यक्रम मंगलवार को जारी हो गया है। एक सप्ताह पूर्व शासन ने 12460 सामान्य व 4000 पदों पर उर्दू भाषा के शिक्षकों की नियुक्तियों के लिए अलग-अलग आदेश जारी किया था। उसी तर्ज पर रजिस्ट्रेशन एवं ऑनलाइन आवेदन लेने का कार्यक्रम भी अलग-अलग जारी हुआ है, इसमें तारीखें भी भिन्न हैं। दोनों में समानता सिर्फ इतनी है कि 21 एवं 22 दिसंबर को बेसिक शिक्षा अधिकारी दोनों भर्तियों का विज्ञापन जारी करेंगे। आवेदन 28 दिसंबर से लिए जाएंगे। परिषद सचिव संजय सिन्हा ने सभी बेसिक शिक्षा अधिकारियों को आदेश जारी कर दिया है।
12460 सामान्य शिक्षक भर्ती : 28 दिसंबर को दोपहर बाद से ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन एवं आवेदन पत्र भरे जाने की शुरुआत होगी। ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन की अंतिम तारीख नौ जनवरी शाम पांच बजे तक है। ऐसे ही 11 जनवरी तक आवेदन शुल्क जमा किया जा सकेगा। 13 जनवरी को शाम पांच बजे तक चालान भरते हुए आवेदन पूर्ण करने की अंतिम तारीख है। आवेदन पत्र में त्रुटि सुधार अभ्यर्थी 17 से 19 जनवरी शाम पांच बजे तक कर सकेंगे।
4000 उर्दू शिक्षक भर्ती : 30 दिसंबर को दोपहर बाद से ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन एवं आवेदन पत्र भरे जाने की शुरुआत होगी। ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन की अंतिम तारीख 10 जनवरी शाम पांच बजे तक है। ऐसे ही 11 जनवरी तक आवेदन शुल्क जमा किया जा सकेगा। 13 जनवरी को शाम पांच बजे तक चालान भरते हुए आवेदन पूर्ण करने की अंतिम तारीख है। आवेदन पत्र में त्रुटि सुधार अभ्यर्थी 16 से 18 जनवरी शाम पांच बजे तक कर सकेंगे।
जहां पद नहीं, वह अभ्यर्थी दूसरे जिलों में करें आवेदन : सचिव ने यह भी निर्देश दिया है कि नियुक्तियों में पूरी पारदर्शिता बरती जाए। साथ ही ऐसे जिले जहां के लिए पद आवंटित नहीं है वहां के अभ्यर्थी किसी भी अन्य जिले में प्रथम वरीयता के आधार पर आवेदन कर सकते हैं।
इस कार्य में शिथिलता स्वीकार नहीं होगी। वहीं, गलत तथ्य या फिर कूटरचित अभिलेखों के साथ आवेदन करने वालों पर मुकदमा दर्ज कराने के निर्देश दिए गए हैं।
नियुक्ति की अर्हता भी तय :शिक्षकों के सामान्य पदों पर भर्ती के लिए अध्यापक पात्रता परीक्षा (टीईटी) उत्तीर्ण बीटीसी/विशिष्ट बीटीसी अभ्यर्थी अर्ह होंगे। वहीं उर्दू शिक्षकों की नियुक्ति के लिए उर्दू बीटीसी योग्यताधारी या 11 अगस्त, 1997 से पहले के मोअल्लिम-ए-उर्दू उपाधिधारकों और अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय से डिप्लोमा इन टीचिंग उत्तीर्ण करने वाले उन अभ्यर्थियों की नियुक्ति की जाएगी जो भाषा शिक्षकों के लिए आयोजित अध्यापक पात्रता परीक्षा (टीईटी) उत्तीर्ण होंगे।
नहीं सुधरे ‘गुरु जी’ तो कार्रवाई पक्की, शिक्षकों के कार्यो का होगा मूल्यांकन
नहीं सुधरे ‘गुरु जी’ तो कार्रवाई पक्की, शिक्षकों के कार्यो का होगा मूल्यांकन
बीआरसी पर पहुंचा वितरित करने के लिए बैग
बीआरसी पर पहुंचा वितरित करने के लिए बैग
फर्जी दस्तावेज पर 19 शिक्षकों की नौकरी पर तलवार, 16448 सहायक अध्यापक पदों के लिए जून 2016 में हुई थी काउंसिलिंग
प्रदेशभर में 16448 सहायक अध्यापक पदों के लिए जून 2016 में काउंसिलिंग हुई थी। जिले में भी 173 पदों के लिए काउंसि¨लग हुई। इसमें 19 अभ्यर्थी द्वारा लगाए गए स्नातक के शैक्षिक दस्तावेज कूटरचित प्रतीत हुए। अभ्यर्थियों द्वारा लगाए गए दस्तावेज का शपथ पत्र भी लगाया गया था। आवेदन पत्र में भी यह दस्तावेज लगाए गए थे। दस्तावेज की जांच में शैक्षिक प्रमाण पत्र कूटरचित प्रतीत हुए हैं। बीएसए मनोज कुमार मिश्र द्वारा सभी 19 शिक्षकों की नियुक्ति को निरस्त करने की कार्रवाई की जा रही है। एसएसपी को भी प्राथमिकी दर्ज कराने को पत्र दिया है।
27 शिक्षक निलंबित
बीएसए द्वारा मंगलवार को शिक्षकों पर बड़ी कार्रवाई की गई। निरीक्षण के दौरान अनुपस्थित मिले 27 शिक्षकों को निलंबित कर दिया गया है। बीएसए द्वारा 3 दिसंबर को नंदगांव विकास खंड में निरीक्षण किया गया था। इसमें 37 शिक्षक अनुउपस्थित मिले थे। इस निरीक्षण से शिक्षकों में खलबली मच गई थी। इसमें 27 शिक्षकों को निलंबित किया गया और 8 का एक दिन का वेतन रोक दिया गया है। दो शिक्षकों को चेतावनी दी गई है।
निर्वाचन आयोग ने दिए संकेत, चुनावी तैयारी पूरी; अधिसूचना कभी भी
निर्वाचन आयोग ने दिए संकेत, चुनावी तैयारी पूरी; अधिसूचना कभी भी
29334 विज्ञान-गणित के शिक्षकों के खाली पदों पर भर्ती प्रक्रिया शुरू, परिषद के पास नहीं खाली पदों का ब्योरा, ब्योरा उपलब्ध कराने को जिलों के बीएसए को आदेश किए जारी
29334 विज्ञान-गणित के शिक्षकों के खाली पदों पर भर्ती प्रक्रिया शुरू, परिषद के पास नहीं खाली पदों का ब्योरा, ब्योरा उपलब्ध कराने को जिलों के बीएसए को आदेश किए जारी
दरअसल 29,334 शिक्षक भर्ती 11 जुलाई 2013 को शुरू हुई थी। सातवें राउंड की काउंसिलिंग के बावजूद बड़ी संख्या में पद खाली रह गए। इस पर मनोज कुमार सिंह और 68 अन्य अभ्यर्थियों ने हाईकोर्ट मे याचिका की थी। हाईकोर्ट ने 25 नवंबर को दो महीने में खाली पदों पर योग्य अभ्यर्थियों की नियुक्ति के निर्देश दिए थे।
परिषद के पास नहीं खाली पदों का ब्योरा
विशाल धरना-प्रदर्शन उत्तर प्रदेशीय जूनियर हाई स्कूल (पू0मा0) शिक्षक संघ, इलाहाबाद
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*विशाल धरना-प्रदर्शन*
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*सम्मानित शिक्षक साथियों,*
*उत्तर प्रदेशीय जूनियर हाई स्कूल (पू0मा0) शिक्षक संघ, इलाहाबाद के तत्वावधान में आज समय 10 बजे सर्व शिक्षा अभियान (SSA) कार्यालय में शिक्षकों की विभिन्न समस्याओं को लेकर धरना-प्रदर्शन है।संघ आप सभी शिक्षकों से धरने को सफल बनाने की अपील करता है ।आप सभी सम्मानित शिक्षक साथी सामूहिक अवकाश/ C.L. लेकर अपनी शत्-प्रतिशत उपस्थिति सुनिश्चित करें ।*
*धरना-प्रदर्शन में आप सभी सम्मानित शिक्षकों की उपस्थिति अनिवार्य है ।*
अगर चाहते हैं समस्या का निदान ।
तो समय का रखिएगा ध्यान ।
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*दिनांक- 21/12/2016*
*समय- 10 बजे*
*स्थान- सर्व शिक्षा अभियान कार्यालय, इलाहाबाद*
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*सप्रेम---*
*विनोद पांडेय जी (जिला अध्यक्ष)*
*राजेश सिंह पटेल (जिला महामंत्री)*
जूनियर हाई स्कूल शिक्षक संघ,
इलाहाबाद
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