25.12.16
यूपीटीईटी की उत्तर कुंजी की ऑफिसियल जारी करने की तिथि
- लिखित परीक्षा के उपरान्त उत्तर माला को Website http://upbasiceduboard.gov.in/ पर जारी करने की तिथि 27-12-2016
- वेबसाइट पर जारी उत्तरमाला पर आपत्ति प्राप्त करने की अंतिम तिथि 30-12-2016
- आपत्ति पर विषय-विशेषज्ञ की समिति द्वारा दी गयी रिपोर्ट के अनुसार उत्तरमाला को अद्यतन करके उसे वेबसाइट पर डालने की तिथि 17-01-2017
- विषय विशेषज्ञ की रिपोर्ट को सम्मिलित करते हुए संशोधित उत्तरमाला के अनुसार मूल्यांकन करके परीक्षाफल घोषित करने की तिथि 28-02-2017
नई शिक्षक भर्ती में आवेदन कल से: विभाग ने समाप्त कर दी पुरानी भर्ती प्रक्रिया
राष्ट्रीय माध्यमिक शिक्षा अभियान के तहत स्वीकृत राजकीय हाईस्कूलों में एलटी शिक्षक भर्ती के लिए ऑनलाइन आवेदन 26 दिसंबर से लिए जाएंगे। अभ्यर्थी http://www.upseat.in/ पर जाकर ऑनलाइन आवेदन कर सकेंगे। इसमें स्नताक वेतनक्रम में रिक्त पदों का विषयवार विवरण भी दिया गया है। आवेदन करने की अंतिम तिथि 26 जनवरी की रात्रि 11.59 बजे तक निर्धारित की गई है। विदित हो कि यह भर्ती 9342 पदों पर होगी।
न नौकरी मिली, न वापस मिला आवेदन शुल्क, एलटी शिक्षक भर्ती में 27 लाख अभ्यर्थियों ने किया था आवेदन, नई शिक्षक भर्ती के आवेदन कल से
LT GRADE: न नौकरी मिली, न वापस मिला आवेदन शुल्क, एलटी शिक्षक भर्ती में 27 लाख अभ्यर्थियों ने किया था आवेदन, जमा हुए थे 23 करोड़ रुपए, नई शिक्षक भर्ती के आवेदन कल से
लखनऊ। राजकीय हाईस्कूलों में वर्ष 2014 में शुरू हुई एलटी शिक्षक भर्ती प्रक्रिया समाप्त किए जाने से उन हजारों अभ्यर्थियों को तगड़ा झटका लगा है, जो मेरिट में चयनित होने के बाद अपनी नौकरी का बेसब्री से इंतजार कर रहे थे। बीते दिनों शासन ने पुरानी भर्ती प्रक्रिया समाप्त कर दी। ऐसे में मेरिट में चयनित हजारों अभ्यर्थियों को न तो नौकरी मिली और न ही आवेदन शुल्क वापस हुआ। अब कुछ अभ्यर्थी न्यायालय की शरण लेने की
तैयारी कर रहे हैं।दरअसल, सितंबर 2014 में लखनऊ सहित प्रदेश भर के राजकीय हाईस्कूलों में 6645 एलटी ग्रेड के पदों पर भर्ती के लिए आवेदन की प्रक्रिया शुरू हुई थी। आवेदन के लिए सामान्य अभ्यर्थियों से 100 रुपए तथा एससी-एसटी के लिए 40 रुपए शुल्क निर्धारित किया गया। इस दौरान प्रदेश भर में करीब 27 लाख आवेदन आए। वहीं लखनऊ मंडल में 741 पदों पर दो लाख 73 हजार अभ्यर्थियों ने आवेदन किया था। विभागीय सूत्रों की मानें तो कुल आवेदनों से तकरीब 23 करोड़ रुपए जमा हुए। लखनऊ मंडल में 741 पदों के लिए 20 सितंबर 2014 को विज्ञापन जारी कर आवेदन मांगे गए थे। इसके बाद 14 अप्रैल से पहली काउंसिलिंग की शुरुआत की गई। मेरिट में आने वाले अभ्यर्थियों ने बड़ी संख्या में बीएड, स्नातक से लेकर कई हायर सेकेंडरी के अंक पत्र फर्जी लगा दिए।
विभाग ने समाप्त कर दी पुरानी भर्ती प्रक्रिया
लखनऊ। राष्ट्रीय माध्यमिक शिक्षा अभियान के तहत स्वीकृत राजकीय हाईस्कूलों में एलटी शिक्षक भर्ती के लिए ऑनलाइन आवेदन 26 दिसंबर से लिए जाएंगे। अभ्यर्थी WESITE पर जाकर ऑनलाइन आवेदन कर सकेंगे। इसमें स्नताक वेतनक्रम में रिक्त पदों का विषयवार विवरण भी दिया गया है। आवेदन करने की अंतिम तिथि 26 जनवरी की रात्रि 11.59 बजे तक निर्धारित की गई है। विदित हो कि यह भर्ती 9342 पदों पर होगी।
लखनऊ। राजकीय हाईस्कूलों में वर्ष 2014 में शुरू हुई एलटी शिक्षक भर्ती प्रक्रिया समाप्त किए जाने से उन हजारों अभ्यर्थियों को तगड़ा झटका लगा है, जो मेरिट में चयनित होने के बाद अपनी नौकरी का बेसब्री से इंतजार कर रहे थे। बीते दिनों शासन ने पुरानी भर्ती प्रक्रिया समाप्त कर दी। ऐसे में मेरिट में चयनित हजारों अभ्यर्थियों को न तो नौकरी मिली और न ही आवेदन शुल्क वापस हुआ। अब कुछ अभ्यर्थी न्यायालय की शरण लेने की
तैयारी कर रहे हैं।दरअसल, सितंबर 2014 में लखनऊ सहित प्रदेश भर के राजकीय हाईस्कूलों में 6645 एलटी ग्रेड के पदों पर भर्ती के लिए आवेदन की प्रक्रिया शुरू हुई थी। आवेदन के लिए सामान्य अभ्यर्थियों से 100 रुपए तथा एससी-एसटी के लिए 40 रुपए शुल्क निर्धारित किया गया। इस दौरान प्रदेश भर में करीब 27 लाख आवेदन आए। वहीं लखनऊ मंडल में 741 पदों पर दो लाख 73 हजार अभ्यर्थियों ने आवेदन किया था। विभागीय सूत्रों की मानें तो कुल आवेदनों से तकरीब 23 करोड़ रुपए जमा हुए। लखनऊ मंडल में 741 पदों के लिए 20 सितंबर 2014 को विज्ञापन जारी कर आवेदन मांगे गए थे। इसके बाद 14 अप्रैल से पहली काउंसिलिंग की शुरुआत की गई। मेरिट में आने वाले अभ्यर्थियों ने बड़ी संख्या में बीएड, स्नातक से लेकर कई हायर सेकेंडरी के अंक पत्र फर्जी लगा दिए।
विभाग ने समाप्त कर दी पुरानी भर्ती प्रक्रिया
लखनऊ। राष्ट्रीय माध्यमिक शिक्षा अभियान के तहत स्वीकृत राजकीय हाईस्कूलों में एलटी शिक्षक भर्ती के लिए ऑनलाइन आवेदन 26 दिसंबर से लिए जाएंगे। अभ्यर्थी WESITE पर जाकर ऑनलाइन आवेदन कर सकेंगे। इसमें स्नताक वेतनक्रम में रिक्त पदों का विषयवार विवरण भी दिया गया है। आवेदन करने की अंतिम तिथि 26 जनवरी की रात्रि 11.59 बजे तक निर्धारित की गई है। विदित हो कि यह भर्ती 9342 पदों पर होगी।
मिड-डे-मील के बिल भुगतान से पहले होगा सत्यापन
लखनऊ। राजधानी के परिषदीय, राजकीय एवं सहायता प्राप्त विद्यालयों में कक्षा एक से आठ तक बच्चों को दिए जाने वाले मिड-डे-मील के बिल भुगतान से पहले उसका सत्यापन किया जाएगा। जिलाधिकारी सत्येंद्र सिंह ने मिड-डे-मील वितरित करने वाले सभी एनजीओ के बिल सत्यापन के निर्देश बीएसए को दिए हैं।राजधानी के करीब 2029 परिषदीय, राजकीय, सहायता प्राप्त एवं मदरसों आदि में करीब दो लाख 38 हजार बच्चों को मिड-डे-दिए जाने की व्यवस्था है। इनमें अक्षयपात्र फाउंडेशन के पास नगर क्षेत्र के परिषदीय सहित काकोरी, चिनहट,
सरोजिनी नगर, मोहनलालगंज ब्लॉक के एक लाख बच्चों को मिड-डे-मील देने की जिम्मेदारी है। वहीं सात एनजीओ के पास माध्यमिक राजकीय, एडेड विद्यालयों एवं मदरसों में खाने देने की जिम्मेदारी दी गई है। इन सभी एनजीओ के बिलों का भुगतान पिछले काफी महीने से नहीं हुआ है। लिहाजा इसका प्रस्ताव जब जिलाधिकारी के पास पहुंचा तो उन्होंने पत्रावली पर बिलों के सत्यापन के आदेश जारी कर दिए। अब इन एनजीओ के भुगतान का मामला अटक गया है।
सरोजिनी नगर, मोहनलालगंज ब्लॉक के एक लाख बच्चों को मिड-डे-मील देने की जिम्मेदारी है। वहीं सात एनजीओ के पास माध्यमिक राजकीय, एडेड विद्यालयों एवं मदरसों में खाने देने की जिम्मेदारी दी गई है। इन सभी एनजीओ के बिलों का भुगतान पिछले काफी महीने से नहीं हुआ है। लिहाजा इसका प्रस्ताव जब जिलाधिकारी के पास पहुंचा तो उन्होंने पत्रावली पर बिलों के सत्यापन के आदेश जारी कर दिए। अब इन एनजीओ के भुगतान का मामला अटक गया है।
शैक्षणिक कार्यक्रमों का कराएं पालन: बीईओ
***बीटीसी प्रशिक्षुओ का फूटा गुस्सा और की बीएसए ऑफिस की तालाबंदी।***
आज शाहजहाँपुर के बीटीसी प्रशिक्षुओ द्वारा बीएसए ऑफिस पर ताला बंदी की गयी।और बीएसए का घेराव किया गया। बीएसए के न आने तक की गयी ऑफिस की ताला बंदी ।किसी से भी बात करने को तैयार नही हुए प्रशिक्षु ।बाद में सिटी मजिस्ट्रेट के आने के बाद ही खोला गया गेट और बीएसए को बुलाकर करायी गयी प्रशिक्षुओ की वार्ता ।
शाहजहाँपुर में दिए गए है आगामी भर्ती में शून्य पद जिसका बीएसए नही दे रहे थे कोई सही जबाब ।बीटीसी प्रशिक्षुओ को रह थे भटका काफी दिनों से प्रशिक्षु कर रहे थे प्रयास पर बीएसए नही दे रहे थे सही जानकारी ।
आज शाहजहाँपुर के बीटीसी प्रशिक्षुओ द्वारा बीएसए ऑफिस पर ताला बंदी की गयी।और बीएसए का घेराव किया गया। बीएसए के न आने तक की गयी ऑफिस की ताला बंदी ।किसी से भी बात करने को तैयार नही हुए प्रशिक्षु ।बाद में सिटी मजिस्ट्रेट के आने के बाद ही खोला गया गेट और बीएसए को बुलाकर करायी गयी प्रशिक्षुओ की वार्ता ।
शाहजहाँपुर में दिए गए है आगामी भर्ती में शून्य पद जिसका बीएसए नही दे रहे थे कोई सही जबाब ।बीटीसी प्रशिक्षुओ को रह थे भटका काफी दिनों से प्रशिक्षु कर रहे थे प्रयास पर बीएसए नही दे रहे थे सही जानकारी ।
शिक्षकों की कमी से जूझते रहे स्कूल, सरकार भर्तियों के बाद भी प्राथमिक व उच्चतर प्राथमिक (मिडिल)और माध्यमिक स्कूलों में शिक्षकों की कमी न कर सकी पूरी
इलाहाबाद: गुजरते साल में प्राथमिक व उच्चतर प्राथमिक (मिडिल)और माध्यमिक स्कूलों में शिक्षकों की कमी दूर नहीं हो पाई। हालांकि गुजरता साल तमाम शिक्षामित्रों के लिए खुशी भरा रहा। जिले में प्राथमिक 3325 व उच्च प्राथमिक स्कूल 1002 हैं। माध्यमिक स्कूलों की बात करें तो 22 राजकीय और 181 सहायता प्राप्त और 825 वित्त विहीन स्कूल हैं। सरकारी स्कूलों में करीब 3,500 शिक्षक व वित्त विहीन स्कूलों में पांच हजार शिक्षक
अध्यापन की जिम्मेदारी संभाल रहे हैं। कक्षा 6 से 12 तक के विद्यार्थियों की संख्या 2.15 लाख है। परिषदीय स्कूलों में शिक्षकों की संख्या 10,225 है। प्राथमिक स्कूलों में चार लाख 44 हजार 225 छात्र-छात्रएं अध्यनरत हैं। एक उपलब्धि समाजवादी अभिनव योजना के तहत चाका ब्लाक के दांदूपुर में नवोदय विद्यालय की तर्ज पर माडल स्कूल खोला जाना रहा। मुख्यमंत्री ने इसका लोकार्पण किया था।
अध्यापन की जिम्मेदारी संभाल रहे हैं। कक्षा 6 से 12 तक के विद्यार्थियों की संख्या 2.15 लाख है। परिषदीय स्कूलों में शिक्षकों की संख्या 10,225 है। प्राथमिक स्कूलों में चार लाख 44 हजार 225 छात्र-छात्रएं अध्यनरत हैं। एक उपलब्धि समाजवादी अभिनव योजना के तहत चाका ब्लाक के दांदूपुर में नवोदय विद्यालय की तर्ज पर माडल स्कूल खोला जाना रहा। मुख्यमंत्री ने इसका लोकार्पण किया था।
आखिरकार बीईओ को मनचाही तैनाती, सरकार खंड शिक्षा अधिकारियों की मांगों के आगे झुकी, दिशा निर्देश जारी
इलाहाबाद : लंबे समय से एक ही जगह जमे खंड शिक्षाधिकारियों (बीईओ) के तबादलों में अफसरों को ही झुकना पड़ा है। शासन की नीति के अनुरूप एक ही मंडल में दस साल से तैनात रहने वाले अधिकारियों को दूसरे मंडलों में भेजने का आदेश हुआ, लेकिन बड़ी संख्या बीईओ ने नहीं माना। करीब डेढ़ दर्जन बीईओ छह माह से ड्यूटी नहीं कर रहे हैं। उनमें से पांच को अब मनचाही तैनाती दी गई है वहीं बाकी बीईओ का आचार संहिता में फंसना तय माना जा रहा है।
बेसिक शिक्षा परिषद के शिक्षकों की तर्ज पर विकासखंड मुख्यालयों में तैनात खंड शिक्षाधिकारियों का तबादला करने के लिए इस बार शासन के निर्देश पर नीति बनाई गई थी। हालांकि बाद में यह तय हुआ कि खंड शिक्षाधिकारियों के लिए अलग से नीति जारी नहीं की जाएगी, बल्कि शासन ने बीते मई में जो तबादला निर्देश जारी किए हैं उसके तहत फेरबदल होंगे। शासन ने एक ही मंडल में दस वर्ष से जमे अधिकारियों को हटाने का निर्देश दिया था। इसी आदेश को खंड शिक्षाधिकारियों पर लागू किया गया। प्रदेश भर में ऐसे शिक्षाधिकारियों की तादाद 96 थी। चिन्हित अधिकारियों को बीते जून व जुलाई माह में ही दूसरे मंडलों में भेजने के लिए आदेश जारी हुए। उनमें से तमाम ने आदेश का अनुपालन किया, लेकिन ऐसे अफसरों की भी कमी नहीं थी, जिन्होंने आदेश नहीं माना। हालांकि अफसरों की सख्ती से जिन बीईओ का तबादला हुआ उन सभी को कार्यमुक्त कर दिया गया था। शिक्षा विभाग के वरिष्ठ अफसर भी बीईओ की मनमानी से खफा थे इसीलिए कुछ को छोड़कर किसी के आदेश को रद या फिर संशोधित नहीं किया गया। दिसंबर माह में भी करीब डेढ़ दर्जन बीईओ ने कार्यभार ग्रहण नहीं किया था। इसी बीच पांच बीईओ का तबादला आदेश संशोधित किया गया है। अपर शिक्षा निदेशक बेसिक विनय कुमार पाण्डेय ने बताया कि जिन बीईओ का तबादला हुआ है उन्हें दूसरे मंडलों में जाना ही होगा, किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा। कार्यभार ग्रहण करने से पहले किसी का भी अवकाश स्वीकृत नहीं होगा।
बेसिक शिक्षा परिषद के शिक्षकों की तर्ज पर विकासखंड मुख्यालयों में तैनात खंड शिक्षाधिकारियों का तबादला करने के लिए इस बार शासन के निर्देश पर नीति बनाई गई थी। हालांकि बाद में यह तय हुआ कि खंड शिक्षाधिकारियों के लिए अलग से नीति जारी नहीं की जाएगी, बल्कि शासन ने बीते मई में जो तबादला निर्देश जारी किए हैं उसके तहत फेरबदल होंगे। शासन ने एक ही मंडल में दस वर्ष से जमे अधिकारियों को हटाने का निर्देश दिया था। इसी आदेश को खंड शिक्षाधिकारियों पर लागू किया गया। प्रदेश भर में ऐसे शिक्षाधिकारियों की तादाद 96 थी। चिन्हित अधिकारियों को बीते जून व जुलाई माह में ही दूसरे मंडलों में भेजने के लिए आदेश जारी हुए। उनमें से तमाम ने आदेश का अनुपालन किया, लेकिन ऐसे अफसरों की भी कमी नहीं थी, जिन्होंने आदेश नहीं माना। हालांकि अफसरों की सख्ती से जिन बीईओ का तबादला हुआ उन सभी को कार्यमुक्त कर दिया गया था। शिक्षा विभाग के वरिष्ठ अफसर भी बीईओ की मनमानी से खफा थे इसीलिए कुछ को छोड़कर किसी के आदेश को रद या फिर संशोधित नहीं किया गया। दिसंबर माह में भी करीब डेढ़ दर्जन बीईओ ने कार्यभार ग्रहण नहीं किया था। इसी बीच पांच बीईओ का तबादला आदेश संशोधित किया गया है। अपर शिक्षा निदेशक बेसिक विनय कुमार पाण्डेय ने बताया कि जिन बीईओ का तबादला हुआ है उन्हें दूसरे मंडलों में जाना ही होगा, किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा। कार्यभार ग्रहण करने से पहले किसी का भी अवकाश स्वीकृत नहीं होगा।
उच्च प्राथमिक स्कूलों में लगेंगे कंप्यूटर, राज्य परियोजना निदेशक जीएस प्रियदर्शी ने इस संबंध में जारी किए निर्देश
इलाहाबाद : सूबे के उच्च प्राथमिक विद्यालयों में कंप्यूटर लगाने का फरमान जारी हो गया है। सर्व शिक्षा अभियान के राज्य परियोजना निदेशक जीएस प्रियदर्शी ने इस संबंध में निर्देश जारी कर दिए हैं। झांसी में 20, मुरादाबाद में 19, गौतमबुद्ध नगर व उन्नाव में 14-14, रायबरेली व सहारनपुर में 13-13, बस्ती व संभल में 12-12, मैनपुरी में 11, कानपुर नगर व मथुरा में 10-10 उच्च प्राथमिक स्कूलों में कंप्यूटर लगाए जाएंगे।
उम्दा अध्यापकों का बीएसए करें चयन, राष्ट्रीय/राज्य अध्यापक पुरस्कार 2016 चयन की प्रक्रिया शुरू,शिक्षा निदेशक बेसिक ने इस संबंध में जारी की गाइडलाइन
इलाहाबाद : भारत सरकार के राष्ट्रीय/राज्य अध्यापक पुरस्कार 2016 चयन की प्रक्रिया शुरू हो गई है। इसके लिए प्राथमिक एवं उच्च प्राथमिक शिक्षकों को कोई आवेदन नहीं करना होगा, बल्कि शिक्षा विभाग के अधिकारी खुद उनका चयन करेंगे। शिक्षा निदेशक बेसिक ने इस संबंध में गाइडलाइन जारी कर दी है और नए साल में प्रदेश भर के उम्दा शिक्षकों की सूची मांगी है। केंद्र सरकार हर वर्ष प्रदेश के शिक्षा क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान देने वाले शिक्षक राष्ट्रीय/राज्य अध्यापक पुरस्कार देती है। इस बार भी सूबे में 19 शिक्षकों यानी 17 सामान्य एवं दो विकलांग शिक्षकों का चयन होना है। शिक्षा निदेशक बेसिक दिनेश बाबू शर्मा ने बेसिक शिक्षा अधिकारी व
मंडलीय सहायक शिक्षा निदेशक बेसिक को भेजे निर्देश में कहा है कि उत्कृष्ट शिक्षकों का चयन बीएसए, उप बेसिक शिक्षा अधिकारी व जिले के दो वरिष्ठतम खंड शिक्षा अधिकारियों की समिति करेगी।
मंडलीय सहायक शिक्षा निदेशक बेसिक को भेजे निर्देश में कहा है कि उत्कृष्ट शिक्षकों का चयन बीएसए, उप बेसिक शिक्षा अधिकारी व जिले के दो वरिष्ठतम खंड शिक्षा अधिकारियों की समिति करेगी।
Subscribe to:
Posts (Atom)