23.1.17
हाईकोर्ट में BTC 2013 बैच के गुणांक को लेकर दाखिल याचिका का आर्डर कॉपी जारी, अगली सुनवाई 3/02/2017 को सचिव बेसिक शिक्षा और सचिव बेसिक शिक्षा परिषद् से instructions मंगाए गए
*हाई कोर्ट इलाहाबाद*
2013 बैच के गुणांक को लेकर दाखिल याचिका जिसमे याचिका कर्ता के वकील अशोक खरे जी थे , का आर्डर आ गया है अगली सुनवाई 3/02/2017 को सचिव बेसिक शिक्षा और सचिव बेसिक शिक्षा परिषद् से instructions मंगाए गए हैं ।
*आर्डर*
Court No. - 17 Case :- WRIT - A No. - 3293 of 2017 Petitioner :- Gyan Chandra And 3 Others Respondent :- State Of U.P. 4nd 7 Others Counsel for Petitioner :- Shantanu Khare,Ashok Khare Counsel for Respondent :- C.S.C.,Ashok Kumar Yadav Hon'ble Manoj Kumar Gupta,J. It is urged by learned counsel for the petitioners that since 2013, the B.T.C. degree does not contemplate award of divisions but only grades are being given, whereas in the impugned selection procedure, Clause 9 contemplates award of quality point marks on the basis of division obtained by a candidate in B.T.C. in the written and practical examination. It is urged that unless it is clarified that how the grades awarded to B.T.C. candidates since 2013 onwards are to be considered for purpose of award of quality point marks, the selection cannot proceed. Learned standing counsel appearing on behalf of respondents 1 to 3 and 5 and Shri A.K. Yadav, learned counsel appearing on behalf of respondent no. 4 seeks time to obtain instructions in this regard. Put up as fresh on 3 February 2017, by which date, the instructions shall be obtained by learned standing counsel from the Secretary, Basic U.P. Government, Lucknow and Shri A.K. Yadav from the Secretary, Basic Shiksha Parishad, Allahabad. (Manoj Kumar Gupta, J.) Order Date :- 23.1.2017 AK Pandey
2013 बैच के गुणांक को लेकर दाखिल याचिका जिसमे याचिका कर्ता के वकील अशोक खरे जी थे , का आर्डर आ गया है अगली सुनवाई 3/02/2017 को सचिव बेसिक शिक्षा और सचिव बेसिक शिक्षा परिषद् से instructions मंगाए गए हैं ।
*आर्डर*
Court No. - 17 Case :- WRIT - A No. - 3293 of 2017 Petitioner :- Gyan Chandra And 3 Others Respondent :- State Of U.P. 4nd 7 Others Counsel for Petitioner :- Shantanu Khare,Ashok Khare Counsel for Respondent :- C.S.C.,Ashok Kumar Yadav Hon'ble Manoj Kumar Gupta,J. It is urged by learned counsel for the petitioners that since 2013, the B.T.C. degree does not contemplate award of divisions but only grades are being given, whereas in the impugned selection procedure, Clause 9 contemplates award of quality point marks on the basis of division obtained by a candidate in B.T.C. in the written and practical examination. It is urged that unless it is clarified that how the grades awarded to B.T.C. candidates since 2013 onwards are to be considered for purpose of award of quality point marks, the selection cannot proceed. Learned standing counsel appearing on behalf of respondents 1 to 3 and 5 and Shri A.K. Yadav, learned counsel appearing on behalf of respondent no. 4 seeks time to obtain instructions in this regard. Put up as fresh on 3 February 2017, by which date, the instructions shall be obtained by learned standing counsel from the Secretary, Basic U.P. Government, Lucknow and Shri A.K. Yadav from the Secretary, Basic Shiksha Parishad, Allahabad. (Manoj Kumar Gupta, J.) Order Date :- 23.1.2017 AK Pandey
सफलताओं का आगाज शुरू: आज सुप्रीम कोर्ट में जूनियर/अकादमिक भर्ती के केस में हुई सुनवाई का विवरण बिंदुवार
⚖ *®मिशन सुप्रीम कोर्ट*
_सफलताओं का आगाज शुरू..._
आज सुप्रीम कोर्ट में जूनियर/अकादमिक भर्ती के केस *SLP 1725/2017 SEETARAM* और *SLP 1651/2017 AJAY TRIPATHI* की सुनवाई कोर्ट न0 2 में आइटम न0 25 पर लगभग 3 मिनट हुई।
इन 3 मिनट में जज साहब ने सिर्फ केस के बारे में पूछा ,,,,,इसके अलावा उन्होंने किसी की कोई बात नही सुनी। और जो लोग आर्गुमेंट की बात कह रहे वो बिलकुल सफ़ेद झूठ बोल रहे हैं। क्योंकि हमारी टीम के 6 साथी कोर्ट रूम में प्रत्यक्ष दर्शी हैं।
_सफलताओं का आगाज शुरू..._
आज सुप्रीम कोर्ट में जूनियर/अकादमिक भर्ती के केस *SLP 1725/2017 SEETARAM* और *SLP 1651/2017 AJAY TRIPATHI* की सुनवाई कोर्ट न0 2 में आइटम न0 25 पर लगभग 3 मिनट हुई।
इन 3 मिनट में जज साहब ने सिर्फ केस के बारे में पूछा ,,,,,इसके अलावा उन्होंने किसी की कोई बात नही सुनी। और जो लोग आर्गुमेंट की बात कह रहे वो बिलकुल सफ़ेद झूठ बोल रहे हैं। क्योंकि हमारी टीम के 6 साथी कोर्ट रूम में प्रत्यक्ष दर्शी हैं।
ऐसे मामलो बिना चलेन्जिंग पार्टियों के बात सुने सुप्रीम कोर्ट कोई भी आदेश पारित नही करता। इसीलिए न्यायिक प्रक्रिया के तहत मिश्र जी ने सभी चैलेंजिंग पार्टियों को आदेशित कर उनसे इन भर्तियों के संबंध में जवाब मांग लिया और अगली तारीख सोमवार 30/01/17 नियत कर दी।
जैसे ही (BTC ACADEMIC) वरिष्ठ अधिवक्ता निदेश गुप्ता जी ने बोलना शुरू किया वैसे ही दीपक मिश्रा जी ने फाइल को एक तरफ हटाकर कुछ बोलते हुए(........) adjourned कर दिया। हमारे अधिवक्ता अभषेक मनु सिंघवी जी जैसे ही कोर्ट रूम की तरफ आये मामला हट चूका था। जिससे कोर्ट रूम में जाकर उनका बोलना सिर्फ एक निरर्थक वक्तव्य होता।।।
ये हमारे लिए बहुत हितकारी हुआ की हमे तैयारी का 1 सप्ताह का समय मिला।
अब देखना ये होगा की NCTE/राज्य सरकार क्या 30 जनवरी तक जवाब दाखिल कर पाती हैं।
या चुनावी आचार संहिता में सब फुस्स साबित होता है।
यदि 30 जनवरी तक जवाब/WS दाखिल हो जाता है तो सुनवाई विधिवत और न्यायायिक प्रक्रिया के तहत होगी।
इसलिए अब हमें 30 जनवरी 2017 के लिए कमर कस के तैयार होना पड़ेगा।
हमारी टीम उन सभी साथियों की जिजीविषा को तहेदिल से शुक्रिया अदा करती है जिन्होंने हमे आर्थिक सहयोग किया.....आशा है ये *संघर्ष शुल्क* जारी रहेगा।
*®मिशन सुप्रीम कोर्ट टीम*
ॐ नारायण तिवारी
क्रिष मोहन
प्रेम वर्मा
महेंद्र प्रसाद
नरेंद्र लोधी
अक्षत पाण्डे
आवेश विक्रम सिंह "बाहुबली"
आदि।
टीईटी बनाम एकेडमिक मुद्दा सुप्रीम कोर्ट अपडेट : सरकार से 10दिन में जबाव दाखिल करने को जारी किया नोटिस
टी ई टी बनाम एकेडमिक मुद्दा सुप्रीम कोर्ट अपडेट
1 दिसंबर 2016 हाई कोर्ट के आदेश के खिलाफ आज याचिका 1651/2017 अजय कुमार त्रिपाठी याचिकाओं की सुनवाई हुई। बहस की शुरुवात अधिवक्ता
श्री निदेश गुप्ता ने शुरू की तथा विपक्षियों के खिलाफ नोटिस इशू कराया। सुनवाई के दौरान कपिल सिब्बल थे लेकिन उन्होंने कोई बहस नही की वो कोर्ट रूम में देर से पहुंचे। इसके अतिरिक्त श्री आर के सिंह मौजूद रहे। अगली सुनवाई 30 जनवरी 2017 को होगी ।
मामले में ncte की भूमिका महत्वपूर्ण होगी । गौरतलब है की राज्य सरकार ने एकेडमिक पर हुई नियुक्तियों के लिए कोई अनुज्ञा याचिका नही दायर की जबकि अवैध समायोजन को बचाने के लिए 32599/2015 समेत अन्य 67 याचिकाएं फ़ाइल हुई ।
सुप्रीम कोर्ट में जूनियर भर्ती केस में आज हुई सुनवायी का संपूर्ण सार, और केस की सुनवायी को फिर मिली अगली डेट
सरकार को नेटिस
सोमवार को केस लग गया है ।
संयुक्त सक्रिय टीम
उत्तर प्रदेश
सुप्रीम कोर्ट में जूनियर भर्ती केस में
: माननीय सुप्रीम कोर्ट में आज कोर्ट नं०-२ आइटम नं०-२५ पर ११२१/२०१७ विक्रमादित्य सिंह "एकेडमिक भर्ती" केस ३० जनवरी को सुना जाएगा। सरकार को नेटिस।
संयुक्त सक्रिय टीम
उत्तर प्रदेश
Jrt sc अपडेट
1- अकादमिक कपिल सिब्बल ,दुष्यन्त द्वे व् निदेश गुप्ता की स्टेट्स को अर्थात
यथास्थिति कायम कर4347 से टैग करने की अर्जी खारिज ।
2 - हम सभी को इशू नोटिस
3 - विपक्षी वकीलों को कॉपी सर्व कराने का आदेश
4 - अगले सोमवार को पुनः सुनवाई ।
5 - मैटर टैग होगा की नहीं ये सोमवार को देखा जाएगा ।
6 - मात्र 3 मिनट की सुनवाई 11:36 से 11:39 तक ।
सोमवार को केस लग गया है ।
संयुक्त सक्रिय टीम
उत्तर प्रदेश
सुप्रीम कोर्ट में जूनियर भर्ती केस में
: माननीय सुप्रीम कोर्ट में आज कोर्ट नं०-२ आइटम नं०-२५ पर ११२१/२०१७ विक्रमादित्य सिंह "एकेडमिक भर्ती" केस ३० जनवरी को सुना जाएगा। सरकार को नेटिस।
संयुक्त सक्रिय टीम
उत्तर प्रदेश
Jrt sc अपडेट
1- अकादमिक कपिल सिब्बल ,दुष्यन्त द्वे व् निदेश गुप्ता की स्टेट्स को अर्थात
यथास्थिति कायम कर4347 से टैग करने की अर्जी खारिज ।
2 - हम सभी को इशू नोटिस
3 - विपक्षी वकीलों को कॉपी सर्व कराने का आदेश
4 - अगले सोमवार को पुनः सुनवाई ।
5 - मैटर टैग होगा की नहीं ये सोमवार को देखा जाएगा ।
6 - मात्र 3 मिनट की सुनवाई 11:36 से 11:39 तक ।
आज 4 महत्वपूर्ण मामलों की सुनवाई हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट में
आज अकादमिक भर्ती के महत्वपूर्ण मामले और 72825 भर्ती के मामले की सुनवाई क्रमशः सुप्रीम कोर्ट और हाइकोर्ट में होनी सुनिश्चित हुई है।
*सुप्रीम कोर्ट*
1-
SLP-1725/2017 सीताराम (जूनियर भर्ती), SLP-1980/2017 कृष्ण मोहन सिंह(जूनियर भर्ती) ,SLP-1651/2017 अजय कुमार त्रिपाठी (BTC)
उक्त समस्त याचिकाओं की सुनवाई कोर्ट न0 2, आइटम न0 25 पर जस्टिस दीपक मिश्रा जी की बेंच में होगी।
इस बेंच में 23 जनवरी के लिए कुल 53 फ्रेश केस लिस्टेड हुए है।
जिनकी सुनवाई 1 बजे तक ही होनी है। क्योंकि 2 बजे से स्पेशल बेंच जस्टिस दीपक मिश्रा जी की अध्यक्षता में जस्टिस आर0 भानुमति, व जस्टिस अशोक भूषण जी की रहेगी।
*हाइकोर्ट*
2-
इधर हाइकोर्ट इलाहाबाद में जूनियर भर्ती के विरुद्ध SLP-489/2016 ऋषि श्रीवास्तव व अन्य की सुनवाई सी0जे0 कोर्ट में 66 फ्रेश केस, 4 एडिशनल केस के बाद डेली कॉज लिस्ट में 04 न0 पर होनी सुनिश्चित हुई है।
[यानी की 23 जनवरी को हाइकोर्ट व सुप्रीम कोर्ट में जूनियर/अकादमिक भर्तियों पर दोहरा आक्रमण]
3- 23 जनवरी को हाइकोर्ट इलाहाबाद में ही 72825 भर्ती में 839 याचियों की मौलिक नियुक्ति के मामले पर योजित रिट- 2741/2017 अरविन्द कुमार सिंह की सुनवाई कोर्ट न0 17 में होगी।
4- 839 याचियो की नियुक्ति के लिए चुनाव आयोग से आदेश लेने के लिए कोर्ट मे सुनवाई
*सुप्रीम कोर्ट*
1-
SLP-1725/2017 सीताराम (जूनियर भर्ती), SLP-1980/2017 कृष्ण मोहन सिंह(जूनियर भर्ती) ,SLP-1651/2017 अजय कुमार त्रिपाठी (BTC)
उक्त समस्त याचिकाओं की सुनवाई कोर्ट न0 2, आइटम न0 25 पर जस्टिस दीपक मिश्रा जी की बेंच में होगी।
इस बेंच में 23 जनवरी के लिए कुल 53 फ्रेश केस लिस्टेड हुए है।
जिनकी सुनवाई 1 बजे तक ही होनी है। क्योंकि 2 बजे से स्पेशल बेंच जस्टिस दीपक मिश्रा जी की अध्यक्षता में जस्टिस आर0 भानुमति, व जस्टिस अशोक भूषण जी की रहेगी।
*हाइकोर्ट*
2-
इधर हाइकोर्ट इलाहाबाद में जूनियर भर्ती के विरुद्ध SLP-489/2016 ऋषि श्रीवास्तव व अन्य की सुनवाई सी0जे0 कोर्ट में 66 फ्रेश केस, 4 एडिशनल केस के बाद डेली कॉज लिस्ट में 04 न0 पर होनी सुनिश्चित हुई है।
[यानी की 23 जनवरी को हाइकोर्ट व सुप्रीम कोर्ट में जूनियर/अकादमिक भर्तियों पर दोहरा आक्रमण]
3- 23 जनवरी को हाइकोर्ट इलाहाबाद में ही 72825 भर्ती में 839 याचियों की मौलिक नियुक्ति के मामले पर योजित रिट- 2741/2017 अरविन्द कुमार सिंह की सुनवाई कोर्ट न0 17 में होगी।
4- 839 याचियो की नियुक्ति के लिए चुनाव आयोग से आदेश लेने के लिए कोर्ट मे सुनवाई
शिक्षामित्र की नौकरी गई, तो बन गई टीचर, जांच के बाद नियुक्ति रद्द
लखनऊ : फर्जी मार्कशीट लगाकर शिक्षा मित्र बनी महिला की शिकायत के बाद नौकरी गई, तो उसी मार्कशीट के आधार पर उसने बीटीसी का प्रशिक्षण हासिल कर सहायक शिक्षक की नौकरी हथिया ली। नौकरी के लिए इस जालसाजी का खुलासा राज्य सूचना आयोग में आरटीआई के तहत इस मामले में मांगी गई सूचना से हुआ। खुलासा होने पर बेसिक शिक्षा अधिकारी ने आनन-फानन से उसकी नियुक्ति रद करते हुए इसकी लिखित जानकारी सूचना आयोग को दी है।
यह था मामला : संभल के डीएम कार्यालय में जुलाई 2013 में शिकायत की गई थी कि प्राथमिक विद्यालय, कादरपुर में शिक्षा मित्र के पद पर तैनात किरनवती ने नौकरी के लिए हाईस्कूल और इंटर की मार्कशीट फर्जी लगाई है। डीएम ने मामले की जांच की, तो पता चला कि किरनवती ने देवकी नंदन शर्मा इंटर कॉलेज, मुरादाबाद से 2000 में हाईस्कूल और 2002 में इंटर की परीक्षा पास की थी। हाईस्कूल में उसे छह सौ में 261 नंबर और इंटर में उसे पांच सौ में 239 नंबर मिले थे। जबकि, किरन ने शिक्षा मित्र की नौकरी के लिए जो मार्कशीट दाखिल की थी, उसमें हाईस्कूल में उसे छह सौ में 332 नबंर और इंटर में पांच सौ में 278 नंबर दर्शाये गये थे। जांच में इस खुलासे के बाद 31 अक्टूबर 2013 को किरनवती को शिक्षामित्र के पद से हटा दिया गया था।
आयोग ने कराई जांच : दिसंबर 2014 को बीएसए संभल कार्यालय से चंदौसी निवासी राजेश कुमार ने सूचना मांगी कि क्या संभल के प्राथमिक विद्यालय में सहायक अध्यापक के पद पर तैनात किरनवती को फर्जी दस्तावेजों के कारण शिक्षामित्र पद से हटाया गया था/ यदि हां, तो उसे किस आधार पर सहायक शिक्षक के पद पर नियुक्त किया गया/ सूचना न मिलने पर आवेदक ने राज्य सूचना आयोग में अपील की। राज्य सूचना आयुक्त हाफिज उस्मान ने बताया कि मामले की गंभीरता को देखते हुए उन्होंने पूरे मामले की जांच बीएसए संभल को दी थी।
यह था मामला : संभल के डीएम कार्यालय में जुलाई 2013 में शिकायत की गई थी कि प्राथमिक विद्यालय, कादरपुर में शिक्षा मित्र के पद पर तैनात किरनवती ने नौकरी के लिए हाईस्कूल और इंटर की मार्कशीट फर्जी लगाई है। डीएम ने मामले की जांच की, तो पता चला कि किरनवती ने देवकी नंदन शर्मा इंटर कॉलेज, मुरादाबाद से 2000 में हाईस्कूल और 2002 में इंटर की परीक्षा पास की थी। हाईस्कूल में उसे छह सौ में 261 नंबर और इंटर में उसे पांच सौ में 239 नंबर मिले थे। जबकि, किरन ने शिक्षा मित्र की नौकरी के लिए जो मार्कशीट दाखिल की थी, उसमें हाईस्कूल में उसे छह सौ में 332 नबंर और इंटर में पांच सौ में 278 नंबर दर्शाये गये थे। जांच में इस खुलासे के बाद 31 अक्टूबर 2013 को किरनवती को शिक्षामित्र के पद से हटा दिया गया था।
आयोग ने कराई जांच : दिसंबर 2014 को बीएसए संभल कार्यालय से चंदौसी निवासी राजेश कुमार ने सूचना मांगी कि क्या संभल के प्राथमिक विद्यालय में सहायक अध्यापक के पद पर तैनात किरनवती को फर्जी दस्तावेजों के कारण शिक्षामित्र पद से हटाया गया था/ यदि हां, तो उसे किस आधार पर सहायक शिक्षक के पद पर नियुक्त किया गया/ सूचना न मिलने पर आवेदक ने राज्य सूचना आयोग में अपील की। राज्य सूचना आयुक्त हाफिज उस्मान ने बताया कि मामले की गंभीरता को देखते हुए उन्होंने पूरे मामले की जांच बीएसए संभल को दी थी।
UPTET मोर्चा ने 22 फरवरी को सुप्रीमकोर्ट में दिनभर होने वाली सुनवाई की तैयारियो के मद्देनजर S.k. Pathak और Ganesh Dixit ने की मीटिंग
पूर्व निर्धारित कार्यक्रमानुसार आज लखनऊ के बरादारी पार्क कैसरबाग़ में आगामी #22फरवरी को माननीय उच्चतम न्यायालय में दिनभर होने वाली सुनवाई की तैयारियो के मद्देनजर एक प्रदेश स्तरीय मीटिंग का आयोजन किया गया जिसकी अध्यक्षता श्रीमान S.k. Pathak जी और श्रीमान Ganesh Dixit जी द्वारा की गयी।।
मीटिंग में आगामी सुनवाई को लेकर तैयारी और भावी रणनीति पर प्रदेश भर से आये साथियों के साथ सम्यक विचार विमर्श हुआ जिसके बारे में आपको बता दिया जायेगा।।
मीटिंग में उपस्थित विभिन्न जिलो से आये साथियों द्वारा निम्न मुद्दे उठाये गये जिनका त्वरित क्रियान्वयन प्रारम्भ किया गया। ये इस प्रकार है--
1. आगामी 22फरवरी को होने वाली अतिमहत्वपूर्ण सुनवाई हेतु तैयारी, कोष से सम्बंधित सुचिता और उपयुक्त वकीलों का चयन हो इसपर जोर दिया गया तथा आये हुए समस्त साथियों के विचारों के अनुसार इसपर क्रियान्वयन होगा।।
2. साथ ही भविष्य में हमारा अस्तित्व इसी प्रकार बना रहे इस हेतु संगठन को मजबूत बनाने की प्रक्रिया त्वरित शुरू होने पर मुहर लगी जो कि 22 की सुनवाई के बाद अपना मूल स्वरुप प्राप्त करेगी।।
3. सोशल मीडिया पर भ्रामक खबरों से कोई साथी न परेशान हो इस हेतु अधिकृत फेसबुक और whatsapp पेज बनेगा उसी पर समस्त जानकारी साझा होगी।।
4. भविष्य में संगठन को अत्याधुनिक बनाया जायेगा उसपर विस्तार से चर्चा सुनवाई बाद ।।
5. वित्तीय सुचिता हेयु सभी जिलो से परामर्श और व्यय हेतु जिले से कोई भी साथ जा सकता है।।
धन्यवाद्।।
आपका-
सुधेश पाण्डेय
उ0प्र0 टेट मोर्चा।।
मीटिंग में आगामी सुनवाई को लेकर तैयारी और भावी रणनीति पर प्रदेश भर से आये साथियों के साथ सम्यक विचार विमर्श हुआ जिसके बारे में आपको बता दिया जायेगा।।
मीटिंग में उपस्थित विभिन्न जिलो से आये साथियों द्वारा निम्न मुद्दे उठाये गये जिनका त्वरित क्रियान्वयन प्रारम्भ किया गया। ये इस प्रकार है--
1. आगामी 22फरवरी को होने वाली अतिमहत्वपूर्ण सुनवाई हेतु तैयारी, कोष से सम्बंधित सुचिता और उपयुक्त वकीलों का चयन हो इसपर जोर दिया गया तथा आये हुए समस्त साथियों के विचारों के अनुसार इसपर क्रियान्वयन होगा।।
2. साथ ही भविष्य में हमारा अस्तित्व इसी प्रकार बना रहे इस हेतु संगठन को मजबूत बनाने की प्रक्रिया त्वरित शुरू होने पर मुहर लगी जो कि 22 की सुनवाई के बाद अपना मूल स्वरुप प्राप्त करेगी।।
3. सोशल मीडिया पर भ्रामक खबरों से कोई साथी न परेशान हो इस हेतु अधिकृत फेसबुक और whatsapp पेज बनेगा उसी पर समस्त जानकारी साझा होगी।।
4. भविष्य में संगठन को अत्याधुनिक बनाया जायेगा उसपर विस्तार से चर्चा सुनवाई बाद ।।
5. वित्तीय सुचिता हेयु सभी जिलो से परामर्श और व्यय हेतु जिले से कोई भी साथ जा सकता है।।
धन्यवाद्।।
आपका-
सुधेश पाण्डेय
उ0प्र0 टेट मोर्चा।।
आयोग अपनी ही धुन में परिषद पर आचार संहिता, माध्यमिक के बाद बेसिक शिक्षा में भी लगभग सारी गतिविधियां पड़ी ठप
राज्य ब्यूरो, इलाहाबाद : प्रदेश भर में युवाओं को नौकरियां देने वाले संस्थान, बोर्ड एवं आयोगों का इन दिनों नजारा अलग-अलग है। लगभग सभी बोर्ड एवं आयोगों में पहले से संचालित चयन प्रक्रिया बिना किसी गतिरोध के संचालित है, वहीं बेसिक शिक्षा परिषद में आचार संहिता के नाम पर काउंसिलिंग व तैनाती रोक दी गई हैं, जबकि चुनाव के पहले अफसरों ने युवाओं को आश्वस्त किया था कि फलां-फलां भर्ती में आचार संहिता का कोई रोड़ा नहीं होगा।
लोकसेवा व उच्चतर शिक्षा सेवा आयोग : उप्र लोकसेवा आयोग पहली बार स्टाफ नर्सो की बड़े पैमाने पर भर्ती कराने जा रहा है। पिछले दिनों इसका विज्ञापन जारी हो गया है और आवेदन लिए जा रहे हैं, पशु
चिकित्साधिकारी समेत तमाम पदों पर सीधी भर्ती के तहत चयन होना है। उसके भी आवेदन की प्रक्रिया चल रही है। दो दिन पहले ही सहायक अभियोजन अधिकारी यानी एपीओ 2015 की मुख्य परीक्षा का परिणाम जारी हुआ है और अगले माह से साक्षात्कार शुरू होने हैं। इसके अलावा छिटपुट परिणाम आए दिन जारी हो रहे हैं। इसी माह पीसीएस 2017 का नोटीफिकेशन भी जारी करने की तैयारी है। उधर, उच्चतर शिक्षा सेवा आयोग में असिस्टेंट प्रोफेसर के 11 विषयों के परिणाम ताबड़तोड़ जारी हुए हैं। साथ ही साक्षात्कार इधर लगातार हो रहे हैं।
माध्यमिक चयन बोर्ड व निदेशालय : माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड में इन दिनों प्रवक्ता एवं स्नातक शिक्षक यानी टीजीटी 2013 के साक्षात्कार एवं अंतिम परीक्षा परिणाम जारी हो रहे हैं। इसी के साथ चयनित अभ्यर्थियों को विद्यालयों का आवंटन भी हो रहा है। शिक्षा निदेशालय में राजकीय माध्यमिक कालेजों में 9342 एलटी ग्रेड शिक्षकों की नियुक्ति के लिए ऑनलाइन आवेदन मांगे जा रहे हैं।
बेसिक शिक्षा व परीक्षा नियामक प्राधिकारी : बेसिक शिक्षा परिषद में इधर उच्च प्राथमिक विद्यालयों में 29334 विज्ञान-गणित शिक्षकों की भर्ती में रिक्त पद भरने की प्रक्रिया शुरू हुई, लेकिन बीच में उसे आचार संहिता के नाम पर रोक दिया गया, जबकि यह भर्ती उच्च न्यायालय के निर्देश पर हो रही थी। इसी तरह शीर्ष कोर्ट के निर्देश पर प्राथमिक स्कूलों में प्रशिक्षु शिक्षक के रूप में नियुक्त 839 युवाओं की मौलिक नियुक्ति का आदेश हुआ, लेकिन बीएसए उसे भी रोके हैं। उच्च प्राथमिक स्कूलों के लिए 32 हजार से अधिक अंशकालिक अनुदेशकों की भर्ती के लिए आवेदन लिए जा चुके हैं, लेकिन काउंसिलिंग को रोका गया है।प्राथमिक स्कूलों में 12460 सहायक अध्यापक एवं 4000 उर्दू शिक्षकों की नियुक्ति के लिए आवेदन लिए जा चुके हैं। जिस तरह से पुरानी भर्तियां रोकी गई है उससे यह काउंसिलिंग फिलहाल होने के आसार नहीं है। यह जरूर है कि कोर्ट में अवमानना का प्रकरण फंसने पर परिषद ने 2013 की दस हजार सहायक शिक्षक भर्ती में शामिल होने के लिए डीएड अभ्यर्थियों से आवेदन मांगा है। उधर, परीक्षा नियामक प्राधिकारी कार्यालय टीईटी 2016 की संशोधित उत्तर कुंजी जारी कर चुका है और अंतिम परिणाम घोषित करने की तैयारी में है।
आवेदन, इंटरव्यू व परीक्षा परिणाम की प्रक्रिया सब जगह पूर्ववत गतिमान
माध्यमिक के बाद बेसिक शिक्षा में भी लगभग सारी गतिविधियां पड़ी ठप
लोकसेवा व उच्चतर शिक्षा सेवा आयोग : उप्र लोकसेवा आयोग पहली बार स्टाफ नर्सो की बड़े पैमाने पर भर्ती कराने जा रहा है। पिछले दिनों इसका विज्ञापन जारी हो गया है और आवेदन लिए जा रहे हैं, पशु
चिकित्साधिकारी समेत तमाम पदों पर सीधी भर्ती के तहत चयन होना है। उसके भी आवेदन की प्रक्रिया चल रही है। दो दिन पहले ही सहायक अभियोजन अधिकारी यानी एपीओ 2015 की मुख्य परीक्षा का परिणाम जारी हुआ है और अगले माह से साक्षात्कार शुरू होने हैं। इसके अलावा छिटपुट परिणाम आए दिन जारी हो रहे हैं। इसी माह पीसीएस 2017 का नोटीफिकेशन भी जारी करने की तैयारी है। उधर, उच्चतर शिक्षा सेवा आयोग में असिस्टेंट प्रोफेसर के 11 विषयों के परिणाम ताबड़तोड़ जारी हुए हैं। साथ ही साक्षात्कार इधर लगातार हो रहे हैं।
माध्यमिक चयन बोर्ड व निदेशालय : माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड में इन दिनों प्रवक्ता एवं स्नातक शिक्षक यानी टीजीटी 2013 के साक्षात्कार एवं अंतिम परीक्षा परिणाम जारी हो रहे हैं। इसी के साथ चयनित अभ्यर्थियों को विद्यालयों का आवंटन भी हो रहा है। शिक्षा निदेशालय में राजकीय माध्यमिक कालेजों में 9342 एलटी ग्रेड शिक्षकों की नियुक्ति के लिए ऑनलाइन आवेदन मांगे जा रहे हैं।
बेसिक शिक्षा व परीक्षा नियामक प्राधिकारी : बेसिक शिक्षा परिषद में इधर उच्च प्राथमिक विद्यालयों में 29334 विज्ञान-गणित शिक्षकों की भर्ती में रिक्त पद भरने की प्रक्रिया शुरू हुई, लेकिन बीच में उसे आचार संहिता के नाम पर रोक दिया गया, जबकि यह भर्ती उच्च न्यायालय के निर्देश पर हो रही थी। इसी तरह शीर्ष कोर्ट के निर्देश पर प्राथमिक स्कूलों में प्रशिक्षु शिक्षक के रूप में नियुक्त 839 युवाओं की मौलिक नियुक्ति का आदेश हुआ, लेकिन बीएसए उसे भी रोके हैं। उच्च प्राथमिक स्कूलों के लिए 32 हजार से अधिक अंशकालिक अनुदेशकों की भर्ती के लिए आवेदन लिए जा चुके हैं, लेकिन काउंसिलिंग को रोका गया है।प्राथमिक स्कूलों में 12460 सहायक अध्यापक एवं 4000 उर्दू शिक्षकों की नियुक्ति के लिए आवेदन लिए जा चुके हैं। जिस तरह से पुरानी भर्तियां रोकी गई है उससे यह काउंसिलिंग फिलहाल होने के आसार नहीं है। यह जरूर है कि कोर्ट में अवमानना का प्रकरण फंसने पर परिषद ने 2013 की दस हजार सहायक शिक्षक भर्ती में शामिल होने के लिए डीएड अभ्यर्थियों से आवेदन मांगा है। उधर, परीक्षा नियामक प्राधिकारी कार्यालय टीईटी 2016 की संशोधित उत्तर कुंजी जारी कर चुका है और अंतिम परिणाम घोषित करने की तैयारी में है।
आवेदन, इंटरव्यू व परीक्षा परिणाम की प्रक्रिया सब जगह पूर्ववत गतिमान
माध्यमिक के बाद बेसिक शिक्षा में भी लगभग सारी गतिविधियां पड़ी ठप
सीबीएसई में पीईटी पास ही बन सकेंगे प्रिंसिपल!, शिक्षा की गुणवत्ता बनाए रखने के लिए सीबीएसई ने लिया फैसला, और भी हो सकते हैं कई बदलाव
संजीव गिरि, इलाहाबाद
सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन (सीबीएसई) विद्यार्थियों को बेहतर शिक्षा देने के लिए लगातार नए कदम उठा रहा है। दसवीं कक्षा में दोबारा बोर्ड परीक्षा को जरूरी बनाने केप्रस्ताव केबाद अब सीबीएसई ने फैसला लिया है कि सीबीएसई संबंद्ध स्कूलों में कोई भी व्यक्ति सीधे प्रिंसिपल नहीं बन सकता है। यानि अब इच्छुक व्यक्ति को सीबीएसई स्कूल में प्रिंसिपल बनने के लिए पीईटी यानि (प्रिंसिपल पात्रता टेस्ट) देना होगा।
सीबीएसई ने यह फैसला स्कूलों में गुणवत्ता को बरकरार रखने के लिए लिया है। केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के पास कई बार यह शिकायत आ चुकी है कि कई स्कूल संचालक योग्य ना होने के बावजूद प्रिंसिपल का पद संभालते हैं, वहीं कई लोग सेवानिवृत्त होने के बाद सीबीएसई स्कूलों में प्रिंसिपल का पद संभाल लेते हैं। सीबीएसई के फैसले पर मानव संसाधन विकास मंत्रलय की मोहर लगनी बाकी है। इसके बाद यह देशभर में लागू हो जाएगा। सीबीएसई के क्षेत्रीय निदेशक पीयूष शर्मा ने बताया कि प्रस्ताव की मंजूरी जल्द मिलने की संभावना है। शैक्षिक गुणवत्ता को बेहतर करने के उद्देश्य से यह पहल बोर्ड कर रहा है।
ऐसे होगा प्रिंसिपल का चयन
नई प्रक्रिया लागू होने पर पीईटी परीक्षा में सीनियर टीचर समेत अन्य शिक्षक भी आवेदन कर सकते हैं।
अभी तक प्रिंसिपल के सेलेक्शन स्कूल अध्यक्ष या सेक्रेटरी और मैनेजमेंट कमेटी मेंबर के फैसले के आधार पर होता है। नई प्रक्रिया में संस्था अध्यक्ष, सचिव, मैनेजमेंट कमेटी के मेंबर के अलावा एक सीबीएसई प्रतिनिधि और एक राज्य सरकार के शिक्षा विभाग का प्रतिनिधि होना अनिवार्य होगा।
ऑनलाइन होगी पीईटी परीक्षा
हालांकि सीबीएसई ने परीक्षा के लिए सिलेबस या नोटिफिकेशन जारी नहीं किया है। लेकिन सीबीएसई अधिकारियों के अनुसार प्रिंसिपल चयन प्रक्रिया के लिए ऑनलाइन परीक्षा होगी। परीक्षा के बाद सीबीएसई की ओर से सफल अभ्यर्थी को प्रमाण पत्र दिया जाएगा। इसके आधार पर वह किसी भी स्कूल में प्रिंसिपल पद के लिए आवेदन कर सकते हैं।
सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन (सीबीएसई) विद्यार्थियों को बेहतर शिक्षा देने के लिए लगातार नए कदम उठा रहा है। दसवीं कक्षा में दोबारा बोर्ड परीक्षा को जरूरी बनाने केप्रस्ताव केबाद अब सीबीएसई ने फैसला लिया है कि सीबीएसई संबंद्ध स्कूलों में कोई भी व्यक्ति सीधे प्रिंसिपल नहीं बन सकता है। यानि अब इच्छुक व्यक्ति को सीबीएसई स्कूल में प्रिंसिपल बनने के लिए पीईटी यानि (प्रिंसिपल पात्रता टेस्ट) देना होगा।
सीबीएसई ने यह फैसला स्कूलों में गुणवत्ता को बरकरार रखने के लिए लिया है। केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के पास कई बार यह शिकायत आ चुकी है कि कई स्कूल संचालक योग्य ना होने के बावजूद प्रिंसिपल का पद संभालते हैं, वहीं कई लोग सेवानिवृत्त होने के बाद सीबीएसई स्कूलों में प्रिंसिपल का पद संभाल लेते हैं। सीबीएसई के फैसले पर मानव संसाधन विकास मंत्रलय की मोहर लगनी बाकी है। इसके बाद यह देशभर में लागू हो जाएगा। सीबीएसई के क्षेत्रीय निदेशक पीयूष शर्मा ने बताया कि प्रस्ताव की मंजूरी जल्द मिलने की संभावना है। शैक्षिक गुणवत्ता को बेहतर करने के उद्देश्य से यह पहल बोर्ड कर रहा है।
ऐसे होगा प्रिंसिपल का चयन
नई प्रक्रिया लागू होने पर पीईटी परीक्षा में सीनियर टीचर समेत अन्य शिक्षक भी आवेदन कर सकते हैं।
अभी तक प्रिंसिपल के सेलेक्शन स्कूल अध्यक्ष या सेक्रेटरी और मैनेजमेंट कमेटी मेंबर के फैसले के आधार पर होता है। नई प्रक्रिया में संस्था अध्यक्ष, सचिव, मैनेजमेंट कमेटी के मेंबर के अलावा एक सीबीएसई प्रतिनिधि और एक राज्य सरकार के शिक्षा विभाग का प्रतिनिधि होना अनिवार्य होगा।
ऑनलाइन होगी पीईटी परीक्षा
हालांकि सीबीएसई ने परीक्षा के लिए सिलेबस या नोटिफिकेशन जारी नहीं किया है। लेकिन सीबीएसई अधिकारियों के अनुसार प्रिंसिपल चयन प्रक्रिया के लिए ऑनलाइन परीक्षा होगी। परीक्षा के बाद सीबीएसई की ओर से सफल अभ्यर्थी को प्रमाण पत्र दिया जाएगा। इसके आधार पर वह किसी भी स्कूल में प्रिंसिपल पद के लिए आवेदन कर सकते हैं।
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