18.3.17

अनुदेशकों की MHRD राज्य मंत्री से हुई मुलाकात का विडियो

PAB (प्रोजेक्ट अप्रुवल बोर्ड) प्रस्ताव में कटौती नही होगी.....

पूर्व माध्यमिक अनुदेशक कल्याण समिति जिलाध्यक्ष चंदौली आशीष रघुवंशी के नेतृत्व में केंद्रीय राज्य मंत्री मानव संसाधन विकास मंत्रालय श्री महेंद्र नाथ पाण्डेय जी से सकारात्मक मुलाकात हुयी जिसमे मंत्री जी ने पूरा भरोशा दिलाया कि इस बार जा रहे PAB (प्रोजेक्ट अप्रुवल बोर्ड) प्रस्ताव में कटौती नही होगी.....
इसी सम्बन्ध में मंत्री जी ने प्रतिनिधि मण्डल को दिल्ली बुलाया है जल्द ही प्रतिनिधि मण्डल दिल्ली के लिए रवाना होगा....
इस मुलाकात में मुख्य रूप से जिला उपाध्यक्ष अभय पाठक "विकास",
,राहुल सिंह ब्लॉक सकलडीहा,अनुज मिश्रा जिलासचिव,संजय सिंह ब्लॉक महामन्त्री बरहनी,संदीप सिंह ब्लॉक चंदौली का सहयोग अतुलनीय रहा ।।
आशीष रघुवंशी
जिलाध्यक्ष
पूर्व माध्यमिक अनुदेशक कल्याण समिति चंदौली

MHRD राज्य मंत्री से हुई मुलाकात सफल

MHRD राज्य मंत्री से हुई मुलाकात सफल कार्यक्रम सफल बनाने के लिये
आज के पूरे कार्यक्रम को सफल बनाने में भरपूर प्रयास करने के लिए मण्डल अध्यक्ष वाराणसी,विकास यादव,जिलाध्यक्ष चन्दौली अभिनव सिंह,जिला चन्दौली से महासचिव सत्येन्द्र सिंह बब्बू,महामंत्री सत्य नारायण प्रसाद,ब्लाक अध्यक्षों में ज्ञान प्रकाश सिंह,अमित सिंह,धीरज सिंह को मैं संगठन के तरफ से कोटि कोटि धन्यवाद देता हूँ।
........।।।।जय गंगा मैया।।।........
आपके संघर्षों का साथी
तेजस्वी शुक्ला
प्रदेश अध्यक्ष
9670923000
उच्च प्राथमिक अनुदेशक शिक्षक वेलफेयर एसोसिएशन, उ०प्र०

MHRD राज्य मंत्री से हुई मुलाकात

मित्रों पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी की भारी बहुमत से जीत दर्ज करने के बाद दिल्ली से आज पहली बार वाराणसी आये मानव संसाधन विकास राज्य मंत्री श्री महेन्द्र नाथ पाण्डेय जी का संगठन की तरफ से प्रदेश अध्यक्ष तेजस्वी शुक्ल,प्रदेश महासचिव भोला नाथ पाण्डेय तथा संगठन महामंत्री विक्रम सिंह ने माल्यार्पण करके स्वागत किया और स्मृति चिन्ह भी प्रदान किया।
इस मौके पर अनुदेशकों के मानदेय के लिए जा रहे रू०17000/- के प्रस्ताव के बारे में विस्तार से बताया गया और यह अनुरोध भी किया गया कि प्रस्ताव में जा रही धनराशि में कटौती न होने पाये।पूरी बात ध्यान से सुनने के बाद उन्होने तत्काल MHRD में बेसिक विभाग के प्रमुख सचिव को पत्र लिखने के लिए अपने निजी सचिव को निर्देशित करते हुए संगठन के पदाधिकारियों को 21,22 मार्च को दिल्ली अपने आवास पर भी बुलाया।
दूसरे संगठन के भी कुछ साथी कार्यक्रम की जानकारी मिलने के बाद गिरते पड़ते मौके पर पंहुच गये और हमलोगों की वार्ता सुनकर तुरंत सोशल मीडिया पर यह वायरल करने लगे कि उनको मंत्री जी ने दिल्ली बुलाया है।
खैर यह तो संतोषजनक है कि ये भी अब 17000 की मांग करने लगे हैं।काम न बिगाडो यारों हो जाने दो।हम लोग काम पूरा कराने के बहुत नजदीक पंहुच गये हैं।इसी तरह से हर जगह टांग लड़ाते रहोगे तो फिर अगले एक साल तक प्रदेश के समस्त अनुदेशकों को भारी नुकसान उठाना पड़ेगा।
साथियों संगठन के पदाधिकारी मानदेय बृद्धि संबंधी प्रस्ताव पास कराने के लिए प्रत्येक स्तर पर जी तोड़ मेहनत कर रहे हैं और गंगा मैया व काशी विश्वनाथ महराज का आशीर्वाद रहा तो इस बार प्रस्ताव में कटौती नहीं होने दिया जाएगा।
आज के पूरे कार्यक्रम को सफल बनाने में भरपूर प्रयास करने के लिए मण्डल अध्यक्ष वाराणसी,विकास यादव,जिलाध्यक्ष चन्दौली अभिनव सिंह,जिला चन्दौली से महासचिव सत्येन्द्र सिंह बब्बू,महामंत्री सत्य नारायण प्रसाद,ब्लाक अध्यक्षों में ज्ञान प्रकाश सिंह,अमित सिंह,धीरज सिंह को मैं संगठन के तरफ से कोटि कोटि धन्यवाद देता हूँ।
........।।।।जय गंगा मैया।।।........
आपके संघर्षों का साथी
तेजस्वी शुक्ला
प्रदेश अध्यक्ष
9670923000
उच्च प्राथमिक अनुदेशक शिक्षक वेलफेयर एसोसिएशन, उ०प्र०

पैब-2017 में जाएगा रू०17000/- का प्रस्ताव,EC की रिपोर्ट भी हो गई जारी

सभी सम्मानित साथियों को तेजस्वी का नमस्कार.......
पैब-2017 में जाएगा रू०17000/- का प्रस्ताव,EC की रिपोर्ट भी हो गई जारी
मित्रों आगामी 27 मार्च को होने वाली PAB-2017 की बैठक में रू०17000/- का प्रस्ताव भेजने की अंतिम कवायद भी पूरी हो गई अर्थात EC की रिपोर्ट भी जारी कर दिया गया है लेकिन वर्तमान EC की रिपोर्ट में भी कुछ टेक्निकल कमी रह गई है।संयोग से पिछली बार भी इसी कमी के चलते अनुदेशकों को साल भर भारी नुकसान उठाना पड़ गया था।EC की पूरी रिपोर्ट पढ़ने के बाद तत्काल उस पर आपत्ति दर्ज करके संसोधन कराने के लिए संगठन का एक प्रतिनिधि मण्डल जिसमें प्रदेश अध्यक्ष तेजस्वी शुक्ल,प्रदेश महासचिव भोला नाथ पाण्डेय,प्रदेश उपाध्यक्ष प्रियंक मिश्रा और प्रदेश मीडिया प्रभारी मो०फैसल शामिल थे,मुख्य सचिव,शासन श्री राहुल भटनागर जी से मिलने के लिए एनेक्सी पँहुचा।मुख्य सचिव महोदय को यह अवगत कराया गया कि आपने EC की रिपोर्ट(कार्यवृत्ति) में कुल रू०-2300/- करोड़ का साधारणतया जिक्र तो किया है लेकिन अनुदेशकों के मानदेय को रू०17000/-करने का स्पष्ट जिक्र नहीं किया है।इसी की वजह से पिछला प्रस्ताव भी वापस हुआ था।इस पर मुख्य सचिव महोदय ने उस पर संसोधन कराकर स्पष्ट उल्लेख कराने का पूर्ण आश्वासन दिया है।अब इसके आगे के पैरवी की आवश्यकता है जिसके लिए संगठन के पदाधिकारी जल्द ही दिल्ली पंहुचकर MHRD में सचिव श्री अनिल स्वरूप जी तथा मानव संसाधन मंत्री व राज्य मंत्री से मिलकर अपना पक्ष मजबूती से रखेंगे।वैसे आज राज्य परियोजना निदेशक श्री वेद पति मिश्रा जी भी श्री अनिल स्वरूप जी से मिलने के लिए दिल्ली गये हुए हैं और उनसे कल हुई टेलीफोनिक वार्ता में उन्होंने भरोसा दिलाया था कि प्रस्ताव में कोई कटौती न करने का निवेदन भी वो सचिव महोदय से करेंगे।
कुछ स्वघोषित अतिज्ञानी लोग और उनकी भारी भरकम विधिक सलाहकारों(सालीसिटर जनरल) की टीम, जिन्हें अपने अलावा बाकी सब अल्पज्ञानी ही समझ आते हैं,वो अभी भी अनुदेशकों को भ्रमित करने में जुटे हैं।अभी चार दिन पहले तक ये अतिज्ञानी महापुरूष बता रहे थे कि प्रस्ताव रू०-15000/- का ही बन रहा है और आज कूद पडे एकाएक समर में और पीटने लगे छाती 18000 और 17000 के नाम पर।EC में पास होने के पहले तक इन ज्ञानियों को यह भी पता नहीं था कि प्रस्ताव कितने का बन रहा है जो कि इनके पोस्टों में साफ साफ लिखा है।पिछली बार मानदेय बृद्धि और 15000 के नाम पर इन अतिज्ञानियों ने क्या क्या किया था यह मुझे बताने की जरूरत नहीं है,आप सब खुद जानते हैं।इस बार 18000 के नामपर वही सब नहीं कर पा रहे हैं तो छटपटाहट साफ-साफ दिख रही है।इस बार जब हम लोगों ने व्यवस्थित तरीके से प्रत्येक स्टेप पर पैरवी शुरू किया तो ये महोदय लोग भी आँख बंद करके कूदने लगे।आखिर पिछले साल यही पैरवी क्यों नहीं किया आप लोगों ने।
कल ये महोदय लोग लंबी चौड़ी पोस्ट तो बनाए लेकिन उसमें अनुदेशकों के सामने पूरी की पूरी मनगढ़ंत और झूठी बातें परोस दिया।अगर सत्य का सामना करने की ताकत हो तो जो बातें प्रमुख सचिव महोदय ने कही थी वही पूरी बात सत्यता के साथ रख दो,कदापि नहीं रखेंगे ये इनको तो राजनीति ही चमकानी है और हाँ मैं यह हवा मे तीर नहीं मार रहा हूँ,जब जिसे आवश्यकता पड़ेगी उसे साक्ष्य के साथ इनके झूठ का प्रमाण दिखाया जाएगा।महोदय लोग इसी तरह से कूदते रहे तो हो सकता है कि अधिकारियों के झल्लाहट में रू०17000/-का प्रस्ताव भी न जा सके और रू०8470/- ही चला जाए।
मुझे आश्चर्य तो इस बात पर हुआ कि कल उस संगठन के सर्वाधिक जिम्मेदार पदाधिकारी ने यह लिखा कि आप लोग तो नियमितीकरण/समायोजन की लडा़ई लड़ रहे हैं,मानदेय बृद्धि हमारे लिए छोड़ दीजिए।उन महोदय से मैं कहना चाहूँगा कि आप भी लिखित में दे दीजिए कि आप भविष्य में नियमितीकरण की लड़ाई नहीं लड़ेंगे तो हम भी वादा करते हैं कि हम भविष्य में मानदेय बृद्धि की लड़ाई नहीं लड़ेंगे।मैंने अपने जीवन में किसी संगठन के सर्वोच्च पदासीन पदाधिकारी की इतनी बचकाना पोस्ट नहीं देखी थी।
मातृत्व अवकाश पर संगठन ने व्यवस्थित रूप से काम करके EC में पास करा लिया तो महोदय लोग छाती पीटने लगे।अरे स्वघोषित अतिज्ञानियों अभी भी यह केवल EC में ही पास हुआ है,अभी भी इसमें काफी अड़चनें हैं।इन ज्ञानियों को यह कौन बताए कि यदि हमने इस पर मेहनत न किया होता तो हमें उसके प्रस्ताव और उसके EC में पास होने की पल पल की खबर कैसे रहती,तम्हें तो नहीं थी।
मुख्य सचिव से बनी सहमति का प्रस्ताव चुनाव आचार संहिता के कारण शासन स्तर पर लंबित है और शासन स्तर पर अधिकारी किसी के रिश्तेदार तो हैं नहीं जो नियम विरूद्ध काम कर देंगे।कम से कम हमारे रिश्तेदार तो नहीं है,आपके हों तो हमें नहीं पता।
मित्रों मुझे किसी का कोई विरोध नहीं करना है।जिसके जो समझ में आये करें लेकिन उनसे निवेदन केवल इतना है कि अपनी इन ओछी हरकतों से लगभग 33000 लोगों का नुकसान मत करिए।थोड़ा धैर्य रखिए और हमें कायदे से पैरवी कर लेने दीजिए,शायद गंगा मैया हम लोगों पर आशीर्वाद बना ही दें और हम लोगों का मानदेय सम्मानजनक हो ही जाए।और हाँ आप शाँति से बैठे भर रहिए, काम हो जाने दीजिए,हम लोगों को क्रेडिट की आवश्यकता नहीं हैं।काम हो जाने के बाद हम लिखकर दे देंगे कि यह काम इन्हीं लोगों ने ही करवाया है।एक बात और बता दूँ इस बार प्रस्ताव में मानदेय बृद्धि के नाम पर किसी भी अधिकारी ने अभी तक हमलोगों से एक भी मांग नहीं रखी।शायद लगता ही नहीं और कभी लगा भी नहीं।आप की आप जानो।
मित्रों इस तरह की पोस्ट के लिए मुझे क्षमा करिएगा।यह मेरे स्वभाव में नहीं है लेकिन ये साथी जानबूझकर जबरन इस तरह की बात शुरू कर दे रहे हैं जिसमें लोग उलझे रहें।हम प्रत्येक स्तर से इस बार मानदेय बृद्धि के लिए प्रयासरत हैं और अपनी पूरी ताकत झोंक देंगे बाकी हमारी और आपकी किस्मत कितना साथ देती है यह वक्त पर छोड़ दिया जाए।गंगा मैया हम सब पर आशीर्वाद बनाएं।
....................जय गंगा मैया....................
।।।।.............जय क्रान्ति विजय क्रान्ति.........।।।।
आपके संघर्षों के साथी
भोला नाथ पाण्डेय
प्रदेश महासचिव
9936451852
तेजस्वी शुक्ल
प्रदेश अध्यक्ष
9670923000
उच्च प्राथमिक अनुदेशक शिक्षक वेलफेयर एसोसिएशन, उ०प्र०

प्रदेश के सभी अनुदेशक (विशेषकर) एवं बी.पी.एड नेताओं से हाथ जोड़कर एक मात्र निवेदन

प्रदेश के सभी अनुदेशक (विशेषकर) एवं बी.पी.एड नेताओं से हाथ जोड़कर एक मात्र निवेदन है की आपसी प्रतिद्वंदिता और खुदरा राजनीती को त्यागकर अब केवल एकमात्र मांग उठायें स्थायी नौकरी । आपसी बैठक कर ख़त्म कर लीजिये अपने मतभेद और मनभेद ।
हाथ में सोने का कटोरा मिले तो भीख नहीं माँगना चाहिए ।
पिछली सरकार में अधिकारी विभिन्न प्रकार की मांगों से कंफ्यूज हो गये थे जब कोई 15000 मांग रहा था और कोई 25000 । यही वजह थी की 8470 में 30 रुपये भी नहीं बढ़ पाया ।
साल 2017 और 2018 हमारे लिए बहुत ही महत्वपूर्ण है । अगर अब स्थायी नही हुए तो भूल जाइये ।
इसलिए एक बार फिर निवेदन कर रहा हूँ सब भूल कर सही दिशा और सही रास्ते पर बहुत ही सुझबुझ से आगे बढ़ने का प्रयास किया जाये ।
अन्यथा की दशा में ..........
शैलेश प्रताप सिंह
9648215556
गोरखपुर, देवरीया

पैब मे 17000के प्रस्ताव को पास कराने के सन्दर्भ मे मुलाकत

पैब मे 17000के प्रस्ताव को पास कराने के सन्दर्भ मे मुलाकत
आज दिनाँक 18/03/2017 को उच्च प्राथमिक अनुदेशक शिक्षक वेलफेयर एसोशिएशन उत्तर प्रदेश के प्रदेश पदाधिकारी जत्था वाराणसी मे पहुच गया है महेन्द्र नाथ पाण्डेय HRD राज्य मंत्री भारत सरकार से मुलाकात हेतू।
आपका संघर्षो का साथी
तेजस्वी शुक्ला प्रतापगढ
प्रदेश अध्यक्ष
उच्च प्राथमिक अनुदेशक शिक्षक वेलफेयर एसोसिएशन उत्तर प्रदेश
मो०9670923000

गणित-विज्ञान जूनियर सहायक अध्यापक भर्ती दोबारा शुरू करने के आदेश

उच्च प्राथमिक स्कूलों में विज्ञान व गणित विषय के 29,334 सहायक अध्यापक भर्ती के खाली पदों पर दोबारा नियुक्ति प्रक्रिया शुरू होगी। सचिव बेसिक शिक्षा परिषद संजय सिन्हा ने शुक्रवार को सभी बेसिक
शिक्षाधिकारियों को पत्र लिखकर जल्द से जल्द खाली पदों पर नियुक्ति की कार्रवाई करने के आदेश दिए।दरअसल सचिव ने 30 दिसंबर को सभी बीएसए को 15 जनवरी तक खाली पदों पर भर्ती के आदेश दिए थे। प्रथम चक्र में सातवीं काउंसिलिंग एवं टीईटी में 82 अंक पाने वाले अभ्यर्थियों के लिए आयोजित काउंसिलिंग पूरी होने के बाद जिन अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र जारी हुए लेकिन उन्होंने किन्हीं कारणों से कार्यभार ग्रहण नहीं किया उन्हें 10 जनवरी तक ज्वाईन करने का अंतिम मौका दिया जाना था।इसके बाद जिलों में आवंटित पदों के सापेक्ष वर्गवार/श्रेणीवार खाली पदों को पूर्व में आयोजित काउंसिलिंग के दौरान अर्ह पाए गए ऐसे अभ्यर्थियों से भरा जाना था जिन्हें कटऑफ मेरिट में नहीं आने के कारण नियुक्ति पत्र नहीं मिल सका था।

12,460 शिक्षक भर्ती में आधे से अधिक आवेदक हैं फर्जी , तो क्या यह भर्ती पूर्ण हो पाएगी

12,460 शिक्षक भर्ती में आधे से अधिक आवेदक हैं फर्जी , तो क्या यह भर्ती पूर्ण हो पाएगी

अब अप्रैल में मिलेगा फरवरी माह का वेतन, वेतन संसोधन बिल न मिलने से हो रही देरी

अब अप्रैल में मिलेगा फरवरी माह का वेतन, वेतन संसोधन बिल न मिलने से हो रही देरी

9342 एलटी ग्रेड शिक्षक भर्ती शुरू करने की मांग

9342 एलटी ग्रेड शिक्षक भर्ती शुरू करने की मांग

दो फीसदी बढ़े DA के लिए नई सरकार का इंतजार: जल्द खत्म होगी 21 लाख सरकारी कर्मचारियों को डीए मिलने की रुकावट

यूपी के 21 लाख से ज्यादा सरकारी कर्मचारियों व पेंशनरों को जनवरी से मिलने वाले महंगाई भत्ते व महंगाई राहत के लिए नई सरकार के पदारूढ़ होने का इंतजार करना होगा। नई सरकार बनने के बाद ही इस संबंध में कार्यवाही आगे बढ़ेगी।

केंद्र सरकार ने अपने कर्मचारियों को दो फीसदी महंगाई भत्ता (डीए) और पेंशनरों के लिए इतनी ही महंगाई राहत (डीआर) जनवरी से देने को मंजूरी दी है।
जनवरी से डीए व डीआर बढ़कर चार फीसदी हो जाएगा। प्रदेश सरकार भी अपने कर्मचारियों व पेंशनरों को केंद्र के बराबर डीए व डीआर देती है।
डीए व डीआर का भुगतान जनवरी से ही करना होगा, लेकिन इसका नकद भुगतान कब से किया जाए, यह नई सरकार ही तय करेगी। वित्त मंत्री इस पर निर्णय लेते हैं। नई सरकार बनने के बाद ही इस पर फैसला होने की संभावना है।

अप्रैल तक में पूरी होगी अनुदेशक भर्ती, पहली में पद न भरने पर दूसरी चरण की कराई जाएगी काउन्सलिंग

अप्रैल तक में पूरी होगी अनुदेशक भर्ती, पहली में पद न भरने पर दूसरी चरण की कराई जाएगी काउन्सलिंग
चुनाव आचार संहिता के कारण परिषदीय उच्च प्राथमिक विद्यालयों में अटकी 32022 अंशकालिक शारीरिक शिक्षा एवं खेलकूद अनुदेशकों की संविदा पर नियुक्ति प्रक्रिया 23 अप्रैल तक पूरी कर ली जाएगी। इसके लिए उत्तर प्रदेश बेसिक शिक्षा परिषद ने कार्यक्रम जारी कर दिया है। साथ ही परिषद के सचिव संजय सिन्हा ने ऑनलाइन आवेदन पत्र में भरी गईं प्रविष्टियों के आधार पर एक लाख 53 हजार 203 अभ्यर्थियों का एक्सेल डाटा और 1013 अभ्यर्थियों की निरस्त सूची प्रदेश के सभी बेसिक शिक्षा अधिकारियों को इस आशय के साथ प्रेषित कर दी है कि पहले चरण के तहत प्रथम काउंसलिंग में जनपदों के लिए आवंटित पदों के सापेक्ष उस जिले में निवास करने वाले अभ्यर्थियों के चयन की प्रक्रिया शुरू कर दी जाए।
उनकी ओर से जारी दिशा-निर्देशों में कहा गया है कि पहली काउंसलिंग के तहत भी अगर जनपद में निर्धारित पद नहीं भरे जा सके तो उसी जनपद में आवेदन करने वाले अभ्यर्थियों के लिए दूसरी काउंसलिंग का आयोजन भी कराया जाएगा, जिसमें पहली काउंसलिंग की कटऑफ मेरिट के नीचे के दो गुना अभ्यर्थियों को एक और मौका प्रदान किया जाएगा। चयन प्रक्रिया पूरी करने के लिए जो कार्यक्रम जारी किया गया है, उसके अनुसार 31 मार्च तक जनपद स्तर पर दो गुना जांच सूची तैयार कर जिला चयन समिति के माध्यम से अनुमोदित करा ली जाएगी। दो अप्रैल को जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी की ओर से जनपद में अभ्यर्थियों को काउंसलिंग की सूचना देने के लिए विज्ञप्ति का प्रकाशन कराया जाएगा। चार से नौ अप्रैल के बीच पहली काउंसलिंग का आयोजन किया जाएगा और आवश्यकता पड़ने पर 17 से 20 अप्रैल के बीच दूसरी काउंसलिंग कराई जाएगी। 23 अप्रैल को अनंतिम सूची तैयार कर जिला चयन समिति के माध्यम से अनुमोदित करा दी जाए।

12460 सहायक अध्यापकों की नियुक्ति से पहले अभिलेखों का सत्यापन

12460 सहायक अध्यापकों की नियुक्ति से पहले अभिलेखों का सत्यापन

गणित, विज्ञान शिक्षकों की भर्ती के दिशा निर्देश, आचार संहिता के कारण बीच में रोक दी गई थी भर्ती प्रक्रिया

गणित, विज्ञान शिक्षकों की भर्ती के दिशा निर्देश, आचार संहिता के कारण बीच में रोक दी गई थी भर्ती प्रक्रिया

4000 उर्दू शिक्षक भर्ती में आज जारी कटऑफ मेरिट विज्ञप्तियां

4000 उर्दू शिक्षक भर्ती में आज जारी कटऑफ मेरिट विज्ञप्तियां

29334 गणित-विज्ञान 82 अंक वालों को नियुक्ति का अंतिम अवसर प्रदान करने हेतु विज्ञप्ति जारी: शामली

29334 गणित-विज्ञान 82 अंक वालों को नियुक्ति का अंतिम अवसर प्रदान करने हेतु विज्ञप्ति जारी: शामली

16448 शिक्षक भर्ती के रिक्त पदों पर नियुक्ति हेतु विज्ञप्ति जारी: अमरोहा

16448 शिक्षक भर्ती के रिक्त पदों पर नियुक्ति हेतु विज्ञप्ति जारी: अमरोहा

केंद्रीय विद्यालय में दाखिला सिर्फ गरीब बच्चों को, ऑनलाइन प्रक्रिया में मिले साढ़े छह लाख आवेदन

नई दिल्ली : देशभर के एक हजार से ज्यादा केंद्रीय विद्यालयों में केंद्रीय कर्मियों के बच्चों के अलावा अब सिर्फ गरीब बच्चों को ही दाखिला मिल पाएगा। सांसदों को कह दिया गया है कि वे सिर्फ उन्हीं परिवारों के बच्चों के
लिए सिफारिश भेजें, जिनकी सालाना आय पांच लाख रुपये से कम हो। अब तक सांसद कोटा में आमदनी को लेकर कोई शर्त नहीं थी। 1केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने सांसदों को भेजे पत्र में कहा है, ‘आपसे अनुरोध किया जाता है कि आप सिर्फ उन्हीं छात्रों के नाम भेजें, जिनके अभिभावकों की सालाना आय पांच लाख रुपये से कम है। हमें समाज के निचले आय वर्ग के लोगों का ध्यान रखना है।’ इसी तरह सांसदों को दाखिले की सिफारिशें अप्रैल के पहले सप्ताह तक ही जमा करवा देने को कहा गया है, ताकि अप्रैल से शुरू होने वाले सत्र में छात्र आरंभ से ही भाग ले सकें। हालांकि, सांसदों द्वारा दिए गए कूपन जमा करने की अंतिम तारीख अब भी 30 जून रहेगी।
दैनिक जागरण’ ने 27 दिसंबर को प्रकाशित खबर में बता दिया था कि सांसदों के लिए बनाई गई विशेष छूट प्रवेश योजना में संशोधन किया जाएगा। इसे पूरी तरह उनकी मर्जी पर छोड़ने के बजाय अब यह तय कर दिया जाएगा कि वे सिर्फ गरीब बच्चों के लिए ही सिफारिश कर सकेंगे। सांसदों से यह अनुरोध भी किया गया है कि वे एक ही स्कूल और एक ही क्लास के लिए ज्यादा सिफारिशें करने से बचें, ताकि उस क्लास में छात्रों की संख्या ज्यादा न हो जाए। इसके बदले वे अपनी सिफारिशें अलग-अलग केंद्रीय विद्यालयों के लिए भेजें। सांसद कोटा के तहत होने वाले दाखिले के लिए क्लास में अतिरिक्त सीटें बढ़ाई जाती हैं। देशभर में एक हजार से ज्यादा केंद्रीय विद्यालयों में 12 लाख से ज्यादा छात्र पढ़ाई कर रहे हैं। अभी सांसदों को अपने क्षेत्र के 10 बच्चों के दाखिले की सिफारिश करने का विशेषाधिकार है। इस वर्ष से केंद्रीय विद्यालयों में दाखिले की प्रक्रिया को पूरी तरह ऑनलाइन कर दिया गया है। इस प्रक्रिया के तहत 15 मार्च तक देशभर से पहली कक्षा में 6.47 लाख आवेदन मिले हैं। इन आवेदनों में सबसे अधिक दिल्ली के हैं। राष्ट्रीय राजधानी के केंद्रीय विद्यालयों में दाखिले के लिए 1.23 लाख आवेदन मिले हैं। इसके बाद उत्तर प्रदेश है, जहां से 70,533 आवेदन मिले हैं। बिहार से लगभग 20 हजार, चंडीगढ़ से तीन हजार, हरियाणा से 14 हजार, झारखंड से छह हजार, उत्तराखंड से सात हजार और पश्चिम बंगाल से 32 हजार आवेदन मिले हैं।

नए सिरे से तैयार होगी राष्ट्रीय शिक्षा नीति, बदली जरूरतों को देखते हुए नई शिक्षा नीति को तैयार करना बेहद जरूरी: माशेलकर सहित कई नामों पर हो रहा विचार

मोदी सरकार में नई स्वास्थ्य नीति की घोषणा के बाद अब शिक्षा नीति को भी जल्दी जारी करने की तैयारी की जा रही है। पिछली मानव संसाधन विकास मंत्री स्मृति ईरानी ने इसके लिए लंबी प्रक्रिया के बाद एक मसौदा तैयार करवाया था, जिसे मौजूदा मंत्री प्रकाश जावड़ेकर नए सिरे से तैयार कराने में जुटे हैं। जल्दी ही वे इसे अंतिम रूप देने के लिए एक समिति गठित करने वाले हैं।

मानव संसाधन विकास (एचआरडी) मंत्रलय इन दिनों नई शिक्षा नीति को तैयार करने के लिए विशेषज्ञों के चयन में जुटा हुआ है। इसके लिए विभिन्न नामों पर विचार हो रहा है। वैज्ञानिक आरए माशेलकर और गोवर्धन मेहता के अलावा विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) के पूर्व अध्यक्ष अरुण निगवेकर जैसे कई नामों पर गौर किया जा रहा है। संघ की ओर से इस पर अंतिम मुहर लगने का भी इंतजार है। पिछले मसौदे में जहां रोजगारपरक शिक्षा को बढ़ावा देने की बात कही गई थी, वहीं प्राथमिक शिक्षा में स्थानीय भाषा को बढ़ावा देने की वकालत भी थी। 1प्रकाश जावड़ेकर की के तहत देश भर के सभी गांव, ब्लॉक और जिलों से इसके लिए राय मंगवाई गईं। पूर्व कैबिनेट सचिव टीएसआर सुब्रrाण्यम की अध्यक्षता में बनी एक समिति ने इसके अंतिम मसौदे को तैयार किया था। मगर सुब्रrाण्यम और ईरानी के बीच अनबन के बाद उस मसौदे को सार्वजनिक नहीं किया गया। इसके बाद मंत्रलय ने अपने स्तर पर एक और मसौदा तैयार किया और उसे सार्वजनिक किया। फिर उस मसौदे पर लोगों की एक बार और राय मांगी गई। पिछले साल के 30 सितंबर तक यह प्रक्रिया भी पूरी कर ली गई थी। मगर इसके बाद से एचआरडी मंत्रलय इसको लेकर कोई कदम नहीं बढ़ा सका है। पिछली राष्ट्रीय शिक्षा नीति 1986 में बनी थी और 1992 में संशोधित नीति घोषित की गई थी। इसके बाद से बदली जरूरतों को देखते हुए नई शिक्षा नीति को तैयार करना बेहद जरूरी हो गया है।

उ.प्र. शिक्षक पात्रता परीक्षा (UPTET) 2016 का परिणाम का प्रकाशन के सम्बन्धमें विज्ञप्ति जारी: रिजल्ट देखने हेतु क्लिक करें

उ.प्र. शिक्षक पात्रता परीक्षा (UPTET) 2016 का परिणाम का प्रकाशन के सम्बन्धमें विज्ञप्ति जारी: रिजल्ट देखने हेतु क्लिक करें 

शिक्षा का अनूठा प्रयास: गरीब बच्चों को सरस्वती का वरदान, भेदभाव भुलाकर सभी धर्मो के बच्चों को दे रही हैं शिक्षा

सात भाइयों में अकेली, दुलार-प्यार में पली-बढ़ी बिटिया आज गरीब बच्चों के लिए सरस्वती बन गई है। नाम भी सरस्वती है। असमोली विकास खंड क्षेत्र के गांव हरथला निवासी मध्यम वर्गीय परिवार के किसान सर्वेश कुमार कश्यप की बिटिया सरस्वती एमए गृह विज्ञान प्रथम वर्ष की पढ़ाई और कामकाज से समय निकालकर रोजाना
अपने घर पर गरीब बच्चों को मुफ्त शिक्षा देती है। 1अपने नाम के मुताबिक शिक्षा की देवी सरस्वती के समान बिना किसी भेदभाव गरीब बच्चों में ज्ञान की गंगा बहा रही हैं। महज 21 वर्ष की उम्र में गरीब बच्चों की मेधा को तराश रही सरस्वती का कहना है कि उसे ऐसा करके आत्मशांति मिलती है। मैं चाहती हूं कि लोगों के मन में बेटियों के प्रति जो घृणा का भाव रहता है वह समाप्त हो और बेटों के समान शिक्षा व सम्मान उन्हें भी मिले। मैं संदेश दे रही हूं कि बेटी सिर्फ दो घरों को ही उजाला नहीं देती, समाज को भी नई दिशा और दशा दे सकती है। 1सरस्वती बताती हैं कि तीन हजार की आबादी वाले हमारे गांव के स्कूल में पढ़ाई का स्तर बहुत नीचे है। इसी को देखते हुए करीब एक साल पहले उन्हें गरीब बच्चों को शिक्षा देने का विचार आया। इच्छा जताई तो मां प्रेमवती व पिता और भाइयों ने अनुमति दे दी। इसके बाद उसने घर पर बच्चों को पढ़ाकर उनका भविष्य संवारने का बीड़ा उठा लिया। आज उसके पास कई जाति-धर्म के 35 बच्चे नि:शुल्क पढ़ रहे हैं। इनमें भी अधिकांश लड़कियां हैं।
सरस्वती का प्रयास सराहनीय है। गरीब बच्चों को नि:शुल्क शिक्षा देना पुण्य है। उन्हें अपने स्तर से हर संभव मदद दी जाएगी। 1ओमकार सिंह, प्रधान, हरथला गांवहमारे दो बच्चे सरस्वती के पास पढ़ने जाते हैं। स्कूल में पढ़ाई अच्छी नहीं होती है, लेकिन सरस्वती की क्लास में बच्चों का मन लग रहा है। 1मैसर जहां, अभिभावकसर्वेश कश्यप की बेटी गांव के काफी बच्चों को पढ़ा रही हैं। हमारी दो बेटियां भी उनके पास पढ़ने जाती हैं। वह किसी से कोई पैसा नहीं लेती हैं। 1राकेश कुमार, अभिभावक

बोर्ड परीक्षाओं की बदहाली, एशिया की सबसे बड़ी. परीक्षा कराने वाले यूपी बोर्ड.की यह हालत. दरअसल वर्षो के कुप्रबंधन. और अनुचित राजनीतिक. हस्तक्षेप के कारण हुई है।

गुरुवार से प्रदेश में शुरू हुई हाईस्कूल व इंटरमीडिएट की बोर्ड परीक्षाओं की बदहाली पहले दिन ही खुलकर सामने आ गई। सख्ती के दावे धरे के धरे रह गये। कई जिलों में जमकर नकल हुई। एक खास दल के प्रभुत्व वाले जिले में नियम-कायदों की धज्जियां उड़ा दी गयीं। अधिकांश केंद्रों पर अव्यवस्था और कक्ष निरीक्षकों की कमी
रही। अलीगढ़ में नकल कराते मिले तीन केंद्र व्यवस्थापकों समेत आठ लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ है। मथुरा में नकल कराने वालों ने सिपाही को दौड़ा-दौड़ा कर पीटा। प्रदेश भर में तीन लाख 39 हजार 259 परीक्षार्थियों ने सख्ती के भय से परीक्षा छोड़ दी। डेढ़ सौ से ज्यादा नकलची पकड़े गए। दर्जन भर से ज्यादा फर्जी परीक्षार्थी भी पकड़ में आए। इनकी खबरें और फोटो अखबारों के अलावा चैनलों में दिखाई दिए। यह सब यह बताने के लिए काफी है कि कुछ सालों में यूपी बोर्ड की परीक्षाएं किस माहौल में और किस ढंग से संपन्न हो रही थीं। सूबे में अब सरकार बदल रही है लेकिन, परीक्षार्थियों के रंगढंग नहीं बदल पाये। कई सालों से जो आदत पड़ गई है उसे बदलने में शायद लंबा वक्त लगेगा।
एशिया की सबसे बड़ी परीक्षा कराने वाले यूपी बोर्ड की यह हालत दरअसल वर्षो के कुप्रबंधन और अनुचित राजनीतिक हस्तक्षेप के कारण हुई है। किसी दौर में यह संस्था शुचितापूर्ण परीक्षाएं कराने के लिए विख्यात थी। इस बोर्ड से परीक्षाएं पास करने वाले देश के महत्वपूर्ण पद पर विराजते थे लेकिन, आज उसकी यह दशा बहुत कुछ सोचने पर विवश कर देती है। सामूहिक नकल के घुन ने इस संस्था को बेजान कर दिया है। प्रदेश के अच्छे छात्र और शैक्षणिक संस्थाएं इस बोर्ड से किनारा कर सीबीएसई की शरण में जा रहे हैं। यह सब प्रदेश सरकार की नाक के नीचे और जानकारी में हो रहा है लेकिन, कई वर्षों में उसकी तरफ से ऐसे प्रयास होते नजर नहीं आए जिससे इस संस्था की साख में कोई मजबूती दिखती। अलबत्ता राजनेताओं के बदनाम विद्यालयों को परीक्षा केंद्र बनाए जाने से यह धारणा जरूर मजबूत हुई कि इस बोर्ड के माध्यम से परीक्षाएं आसानी से उत्तीर्ण की जा सकती हैं। अब जबकि जल्द नई सरकार आकार ले लेगी, यह बहुत जरूरी है कि प्रदेश का शैक्षणिक ढांचा दुरुस्त करने पर प्राथमिकता से कदम उठाये जायें। इसके लिए बोर्ड परीक्षाओं को ठीक से संपन्न कराने पर पर्याप्त व तत्काल ध्यान दिया जाये। सख्ती से नकल रोकी जाये।

12460 शिक्षक भर्ती काउंसिलिंग आज से, सभी जिलों का काउन्सलिंग शेड्यूल जारी

इलाहाबाद : बेसिक शिक्षा परिषद के विद्यालयों में 12460 सहायक अध्यापकों की भर्ती के लिए बेसिक शिक्षा अधिकारियों की ओर से विज्ञापन जारी हो चुका है। अब शनिवार से इसकी काउंसिलिंग होगी। अभ्यर्थियों ने जिन
जिलों में पहली वरीयता के आधार पर ऑनलाइन आवेदन किया है, उन्हें वहां की काउंसिलिंग में शामिल होना है। जिलों में इसकी तैयारियां पूरी हो गई हैं। परिषद मुख्यालय से जिला मुख्यालयों को इस संबंध में पहले ही निर्देश जा चुके हैं।

बरेली डीएम ने चेटीचंद जयंती का अवकाश 8 अप्रैल की जगह 29 मार्च को किया घोषित 👉

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29334 विज्ञान-गणित के पद भरे जाएंगे, उच्च प्राथमिक विद्यालयों में विज्ञान व गणित शिक्षकों के रिक्त पद भरने का आदेश जारी

इलाहाबाद : बेसिक शिक्षा परिषद के उच्च प्राथमिक विद्यालयों में विज्ञान व गणित शिक्षकों के रिक्त पद भरने का आदेश हो गया है। बीते जनवरी माह में दूसरे चरण की प्रक्रिया स्थगित कर दी गई थी, उसे ही अब पूरा किया
जाना है। बेसिक शिक्षा परिषद के सचिव संजय सिन्हा ने सभी बीएसए को इस संबंध में निर्देश जारी कर दिया है। 1शासन ने 2013 में ही उच्च प्राथमिक स्कूलों में 29334 विज्ञान व गणित के शिक्षकों की नियुक्ति का आदेश दिया था। जिसमें प्रथम से सप्तम चक्र व 82 अंक वालों की काउंसिलिंग कराने के बाद भी सीटें रिक्त रह गई थी। कोर्ट ने 25 नवंबर 2016 को रिक्त पद भरने का आदेश दिया। शासन ने 30 दिसंबर को आदेश जारी किया। इसमें दो से 10 जनवरी तक प्रथम चरण व 11 से 15 जनवरी तक द्वितीय चरण को पूरा करना था। पहले चरण में उन अभ्यर्थियों को मौका दिया गया, जिनका अभ्यर्थन ही निरस्त हो गया था। यह प्रकरण उछलने पर परिषद ने दूसरे चरण की प्रक्रिया भी रोक दी थी।
हालांकि परिषद का कहना है कि उसने ने दूसरे चरण की प्रक्रिया विधानसभा चुनाव की आदर्श आचार संहिता लागू होने के बाद रोकी थी। उसी आदेश को पूरा कराने के लिए युवा परिषद मुख्यालय पर धरना प्रदर्शन कर रहे थे। सचिव सिन्हा ने सभी बीएसए को आदेश जारी करके कहा है कि वह सहायक अध्यापकों की भर्ती की अधूरी प्रक्रिया को नियमानुसार पूरी करें। माना जा रहा है जल्द ही जिलों में काउंसिलिंग शुरू होगी।

परिषदीय विद्यालयों की परीक्षाएं आज से

इलाहाबाद : प्रदेश भर के प्राथमिक व उच्च प्राथमिक विद्यालयों में वार्षिक परीक्षाएं शनिवार से शुरू होंगी। बेसिक शिक्षा परिषद के सचिव संजय सिन्हा के निर्देश के बाद जिलों में दो मार्च से ही तैयारियां चल रही थी। यह
इम्तिहान 21 मार्च तक चलेगा। जिलों में नकल पर अंकुश लगाने के लिए सचल दस्तों का गठन किया गया है। परिषद सचिव के निर्देश पर जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी होली के पहले से ही परीक्षा की तैयारियों में जुटे थे। जिले में समय सारिणी व अन्य निर्देशों को विकासखंड, संकुल विद्यालय व विद्यालय तक भेजा गया। तीन मार्च को जिला स्तर पर कक्षा एक से पांच व कक्षा छह से आठ तक के प्रश्नपत्रों का निर्माण हुआ। जिला स्तर पर ही प्रश्नपत्रों का मुद्रण एवं शील्ड पैकेट जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान यानी डायट प्राचार्य की कस्टडी में रखे गए हैं। अब केंद्रीय विद्यालय से समय सारिणी के अनुसार संबंधित प्रश्नपत्र विद्यालयों को उपलब्ध करा दिया गया है।

अनुदेशक भर्ती में 31 मार्च तक दो गुना अभ्यर्थियों की सूची का होगा अनुमोदन, आदेश जारी

इलाहाबाद : अनुदेशक भर्ती की काउंसिलिंग के बारे में बेसिक शिक्षा परिषद के सचिव संजय सिन्हा ने बताया कि 31 मार्च तक जिला स्तर पर तय पदों के सापेक्ष दो गुना अभ्यर्थियों की सूची का अनुमोदन होना है। बीएसए दो
अप्रैल को जिले के अभ्यर्थियों की काउंसिलिंग की विज्ञप्ति जारी करेंगे। यह काउंसिलिंग चार से नौ अप्रैल के बीच होगी। इसकी 12 अप्रैल को चयन सूची तैयार की जाएगी। रिक्त सीटों के लिए 17 से 20 अप्रैल के बीच दूसरी काउंसिलिंग कराई जाएगी। उसकी चयन सूची 23 अप्रैल को जिला चयन समिति से अनुमोदित कराई जाएगी।

*♨32022 खेलकूद अनुदेशकों की नियुक्ति हेतु जारी हुआ आदेश* *🎯 15 दिन के भीतर काउन्सलिंग कराकर नियुक्ति देने के आदेश।*

*♨32022 खेलकूद अनुदेशकों की नियुक्ति हेतु जारी हुआ आदेश*
*🎯 15 दिन के भीतर काउन्सलिंग कराकर नियुक्ति देने के आदेश।*

BTC 12640 सहायक अध्यापक भर्ती में एक से अधिक ज़िलों में आवेदन करने वालों को दी गई धमकियां: अभिमन्यु सिंह इलाहाबाद टीम

12640 शिक्षक भर्ती में एक से अधिक ज़िलों में आवेदन करने वालों को दी गई धमकियां

बस्ती ज़िले से - 12 के विधिज्ञ भाई..... जब हमारी टीम ने एक से अधिक आवेदन वाले के खिलाफ सचिव को ज्ञापन दिया था तो जनाब आप की पोस्ट आई थी की 51 वाले गीदड़ भभकी दे रहे है...

आज सच ये है की आप ( गीदड़ ) की तरह झपकी ले रहे हो ....😆😆😆😆
आज 420 को कानून का शरण दे रहे हो...
क्या यार इसीलिए वकालत किया है
मैं कानून के नियमो का दिल से सम्मान करता हूँ लेकिन नियमो को 420 के लिए साथ देने वाले का विरोध करता हूँ...।
भाई साहब
आप एक से अधिक आवेदको को कैसा शपथपत्र बनवा रहे हो....
क्योकि सचिव साहब ने जो लेटर जाऱी किया है उसमे साफ साफ है....
पढ़ लो...
मैं किसी अन्य जनपद में आवेदन नही किया हूँ और नही दूसरे जनपद में काउन्सलिंग कराने जाऊँगा।
ये शपथपत्र बन गया काउन्सलिंग करा लिए लेकिन आज उनका पूरा विवरण सोसल मीडिया पर घूम रहा है..
शपथपत्र से खुद ही अपने पैर पर कुल्हाड़ी मार रहे है एक से अधिक आवेदक...
जाओ तुम कोर्ट में ...... एक तो 420 ऊपर से न्याय 😆😆😆😆
क्या यार ?
कैसा नियम पढ़े हो..,??
एक तो फर्जीवाडे पर काम कर रहे थे लेकिन आज तो फर्जी को इंट्री दिला रहे हो😆😆
पण्डित जी शास्त्रो का अध्ययन कर लो क्योकि किसी भी विद्या का नियमबिरूद्ध प्रयोग अज्ञानता का सूचक है।
खैर करो तुम सचिव साहब को कल 12 बैच के मसीहा साहब गए थे की उनको भी काउन्सलिंग कराने का मौक़ा दिया जाए
12 बैच के तुम्हारे साथी इस भर्ती को तत्काल प्रभाव से रोकने के लिए केशव प्रसाद मौर्या जी के पास गए थे...
यही नीचता की हरकत 2012 बैच हमेसा से किया है 2013 के साथ आज भी कर रहा है।
लेकिन 2013 के लोग संगठित रहेगे तो मुठ्ठी भर 2012 कुछ नही कर सकता है।
आज इसलिए बोलना पडा क्योकि अब 12 बैच की हरकत को सहा नही जा सकता है।
नोट .. एक से अधिक आवेदन करने वाले तुम लोग शपथपत्र के बाद तो अपने आप सचिव साहब के झाल में फ़स जा रहे हो क्योकि उसके बाद तो क़ानूनी करवाई और आसान है । और सुनो तुम सब 12 बैच के मसीहाओं का आज औक़ात समझ में आ रही होगी क्योकि तुम काउन्सलिंग कराने के बाद तो बुरी तरह फ़स रहे हो
#बस्ती यैसे लोग नही आए दो मिनट में औक़ात समझ में आ जाएगी आज भी डाइट के बाबुओ को पता होगा 2015 में बवाल किया गया तो आज भी उसकी निशानी है इसलिए बस्ती में अगर कोई फर्जीवाड़ा कराने की कोशिस हुआ तो समझ जाना...
बस्ती आने पर पता चलेगा
धन्यवाद
अखिलानन्द यादव
डाइट बस्ती
मज़े मज़े में --
एक अम्मी जान के लड़का का बहुत फेमस डायलॉग रहा है " अगर किसी चीज को शिद्दत से चाहो तो सारी कायनात उसे मिलाने में लग जाती है। "🤗🤗🤗
पता नही उन अम्मी जान के लड़के इस डायलॉग को सिरियसली लिया भी या नही लेकिन यूपी के 0 सीट के बहुत से होनहार लड़को (लड़के तो बस नाम से बदनाम है असल तो दर्द रूबी गुप्ता देती है ) ने अपनी महबूबा ( नौकरी ) के लिए इस डायलॉग को बहुत ही सीरियसली लिया है।🙄🙄🙄
डाल आये 10-10 ठईया जगह से फॉर्म।😲😲
अब इन अम्मी जान के लड़कों की वजह से जो सही वाले भी है उनके ऊपर भी खतरा मंडरा रहा है।
हो सकता है कही कही फर्जियो के साथ ब्रज की लठ्ठ मार होली हो जाये और उस होली की चपेट में कही आप ना आ जाये।😒😒
और ये ब्रज की लठ्ठ मार होली खेलने वाले उन अम्मी जान के समर्थक है जो कहती है " कोई भी धंधा छोटा नही होता और धंधे से बड़ा कोई धर्म नही होता है।"😤😤
इसलिए ये अपने धर्म के लिए किसी भी हद तक जा सकते है।
😵😵
इसलिए कुछ सामग्री अवश्य लेकर जाये। जरूयत पर काम आ सकती है।
1) आयोडेक्स ( अगर होली का रंग ज्यादा चढ़ा हो )😢
2) सोफ़्रामाईसीन ( रंग के साथ लाल रंग आ जाये )😱
3) बैंडेज🤕
4) मेट्रोजेल ( शायद रंग देखकर कपडे ही रंग से मटियामेट हो जाये।) 🏃🏃
5) बांकि जो उचित लगे।🙏🙏
( ऐसा कुछ नही होना है। केवल मनोरंजन के लिए पोस्ट है।)
मथुरा से -
मित्रों नमस्कार,
#मथुरा विशेष#
सभी लोग ध्यान दे
कल एक से अधिक आवेदन के कुछ भाई शिक्षा निदेशायल आए थे रोज की तरह संजय सिन्हा मिले नहीं और इनकी मुलाकात उपसचिव स्कन्द शुक्ल सर से हुई । जिस पर उन्होंने साफ साफ कहा की जब आपको एक आवेदन करना था तो दो क्यू किया बोले हमने पहले सीतापुर भरा फिर आखिर मे जब सीट काम हुई तो हम दूसरे जिले चले गए जिस पर वो सहमत नहीं हुए और यही कहा की गलत तो गलत है । ये बात जान ले स्कन्द शुक्ल जी बहुत स्पष्ट रूप से कहा की ये गलत है और कारवाई होगी । जहा तक मुझे समझ आता है की अगर आपने इनको रोक लिया तो काफी हध तक सफलता मिल जाएगी इसलिउए जिसका भी बॉर्डर से रुक रहा है वो वो इसके खिलाफ हो जाए और bled ded और ज़ीरो जनपद को रोके ।
अभिमन्यु सिंह
इलाहाबाद टीम

वर्ष 2011 के बाद जितने भी शिक्षामित्रों के समायोजन हुए है उससे सबसे ज्यादा नुकसान बीएड वालों का

बीएड 2011 के बाद जितने भी शिक्षामित्रों के समायोजन हुए है उससे सबसे ज्यादा नुकसान बीएड वालों का
उत्तर प्रदेश सरकार ने माननीय सुप्रीम कोर्ट में एक SLP फ़ाइल की है उसमे सरकार ने मुझे भी(respondent) पार्टी बनाया है जिसमे बीएड वालो की नियुक्ति का विरोध किया है जिसमे कहा कहा गया है कि बीएड वालो को प्राइमरी में नियुक्त करने की समय सीमा 31 मार्च 2014 थी

और अन्य भी कई मुद्दे उठाये है जिन्हें बाद में आपके सामने रखूँगा उसमे कहा गया हैं कि शिक्षामित्रो ने 16 वर्ष सेवा की है और वह 23 अगस्त 2010 से पहले से विद्यालय में पढ़ा रहे है
जिसकी नोटिस मुझे डाक द्वारा सुप्रीम कोर्ट से आज प्राप्त हुई है उक्त SLP नम्बर 10224-27/2016 है जो 32599/2015 से कनेक्ट कर दी गई है
मित्रो आपसे कहना चाहूँगा कि माननीय यूपी हाई कोर्ट की लार्जर बेंच का आर्डर जिसकी अध्यक्षता तत्कालीन मुख्य न्यायाधीश डी वाई चन्द्रचूड़ जी ने की थी अपने 12 सितम्बर 2015 के आदेश में हाई कोर्ट में माना था कि याचिओ(बीएड) का अहित हुआ है जोकि आज भी नियुक्ति के योग्य है क्यों कि हम लोग हाई कोर्ट में शिक्षामित्र मामले में पार्टी थे
मित्रो 2011 के बाद जितने भी समायोजन हुए है उससे सबसे ज्यादा अहित बीएड वालो का हुआ है और उन सभी पदों पर पहला हक़ बीएड वालो का है
सरकार को लग रहा है कि अगर SM को रिलीफ ना मिली तो कहीं बीएड वालो को अपॉइंट ना करना पड जाये इसलिए वह बीएड वालो को आज की डेट में अयोग्य बताने पर तुली है
मित्रो हमारी टीम ने निर्णय लिया है कि हमारी टीम इस मामले पर किसी सीनियर एडवोकेट को ही स्टैंड कराएगी और कहीं से भी अपने लाखो बीएड धारक भाइयो का अहित नही होने देगी
क्यों कि नए ऐड के पद भी SM से भर दिए जोकि हमारे थे जबकि हमारे ऐड का 293 करोड़ रुपया आज भी सरकार लिए बैठी है और नए ऐड पर भर्ती करने का कोई प्रयास नही कर रही
मित्रो जल्द ही इसका जबाब सरकार को कोर्ट में दिया जायेगा बाकी बातें बाद म

UPTET 72825 केस में 7 अप्रैल को सुप्रीमकोर्ट में कुछ नया नहीं होना, मिलेगी अगली तारीख जुलाई की: ॠषि श्रीवास्तव की कलम से

सुप्रभात मित्रों , महाकाल टीम के अध्यछ जी पिछले २० दिनो से दिल्ली मे कड़ी मेहनत करके सीनियर के साथ सभी की नौकरी के लिये ब्रीफिंग कर रहे हैं और आप सभी को फोटो भेज रहे हैं।

मैं यह सोच रहा हूँ इतने दिन की पुरानी की हुई ब्रीफिंग कहीं बासी होकर खराब न हो जाये क्योकि ७ अप्रैल बहुत दूर है अभी । ठाकुर साहब चिन्ता न करो आपकी कमाई के लिये रजिस्ट्री वालों ने ७ अप्रैल की तारीख लगा रखी है। जबकि ७ अप्रैल को होना कुछ नही है और तारीख जुलाई मे जायेगी यह कटु सत्य है। ठाकुर साहब प्राइमरी मे स्वतन्त्रता सेनानी कोटे से नौकरी कर रहे हैं मै मात्र इतना पूछना चाहता हूँ कि यह सभी की नौकरी लगवाने के लिये इतना प्रयत्न क्यों कर रहे हैं। शायद इस घोर कलियुग में इतना सन्त व्यक्ति मिलना मुश्किल नही नामुमकिन है अब मै कुछ धार्मिक चैनल वालों से सम्पर्क करके एक प्रोग्राम आस्था चैनल पर श्री श्री सन्त कलियुगी महाकालेश्वर श्री ठाकुर साहब का चलवाने का प्रयत्न करूँगा। भगवान बीएड टीईटी अभ्यर्थियों को सद्बुद्धि दे और इस पाखण्डी और धूर्त कलियुगी से बचाये। धन्यवाद
आपका अनुज
ॠषि श्रीवास्तव