1.1.17
बेरोजगारों को मिलेगी नौकरी, विद्यालयों को मिलेंगे शिक्षक: परिषदीय और माध्यमिक स्कूलों में नियुक्ति के आसार
9342 एलटी ग्रेड शिक्षकों की भर्ती राजकीय विद्यालयों में होने की उम्मीद
12460 सहायक अध्यापक प्रदेश के प्राथमिक विद्यालयों को मिलेंगे
4000 उर्दू विषय के सहायक अध्यापकों की भर्ती प्रक्रिया पूरी होगी
वर्ष 2016 विदा हो गया तो नई उम्मीदों के साथ 2017 ने कदम रख दिया। 2016 में बेसिक शिक्षा परिषद, माध्यमिक शिक्षा विभाग और माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड ने शिक्षकों के हजारों पद पर भर्तियां शुरू की हैं, जो 2017 में पूरी होने की उम्मीद है।
’ नए साल में सबसे ज्यादा उम्मीदें बेरोजगारों को है, कई भर्ती परीक्षाएं होने वाली हैं’ बेसिक और माध्यमिक स्तर के स्कूलों में शिक्षकों की भर्तियां पूरी होने की उम्मीद’ जनवरी में पीसीएस-2017 की वैकेंसी आएगी, 600 युवाओं को मिलेगी नौकरी
गांव से शहर आएंगे शिक्षक
बेसिक शिक्षा परिषद के प्राथमिक स्कूलों के सहायक अध्यापकों को छह साल बाद गांव से शहर आने का मौका मिलेगा। 20 दिसंबर को शासन ने ग्रामीण से नगर क्षेत्र में तबादले का आदेश जारी किया है।
राज्य विश्वविद्यालय को नैनी में बिलिं्डग मिलने की उम्मीद है। मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने 2013 में इलाहाबाद को राज्य विवि का तोहफा दिया था। जमीन के लिए 2.92 अरब रुपये जारी हो गए हैं।
परिषदीय और माध्यमिक स्कूलों में नियुक्ति के आसार
बेसिक शिक्षा परिषद के प्राथमिक स्कूलों को 12460 सहायक अध्यापक और चार हजार उर्दू शिक्षक मिलेंगे। राजकीय विद्यालयों को 9342 एलटी ग्रेड शिक्षक मिलेंगे। इसके लिए भी 26 दिसंबर को ऑनलाइन आवेदन शुरू हो गया। एडेड कॉलेजों में 9294 शिक्षकों की भर्ती भी 2017 में पूरी होने की उम्मीद है।
इनका कहना हैपरिषदीय स्कूलों में अध्यापकों की कमी पूरी की गई। इन पदों के लिए कुछ भर्तियां चल रही हैं। अब यह देखना है कि ये शिक्षक पढ़ाई-लिखाई की गुणवत्ता में कितना सुधार करते हैं।-संजय सिन्हा सचिव बेसिक शिक्षा परिषद
प्रतियोगी छात्रों को अफसरी की उम्मीदनए साल से प्रतियोगी छात्रों को अफसरी मिलने की उम्मीद बंधी है। लोअर सबार्डिनेट 2015 का रिजल्ट आ गया, जिसमें 600 से अधिक पद हैं। जनवरी में ही पीसीएस-2017 की वैकेंसी आने की उम्मीद है। इसमें लगभग 600 पद आने की उम्मीद है। डिग्री कॉलेजों में प्रवक्ता का रिजल्ट भी आएगालोअर के भी तकरीबन एक हजार पद की उम्मीद है। 10 साल से एक भी भर्ती नहीं कर सका उच्चतर शिक्षा सेवा चयन आयोग की ओर से एडेड डिग्री कॉलेजों में प्रवक्ता भर्ती का रिजल्ट 2017 में जारी करने की उम्मीद है। 1700 से अधिक पद पर साक्षात्कार हो रहे हैं।
12460 सहायक अध्यापक प्रदेश के प्राथमिक विद्यालयों को मिलेंगे
4000 उर्दू विषय के सहायक अध्यापकों की भर्ती प्रक्रिया पूरी होगी
वर्ष 2016 विदा हो गया तो नई उम्मीदों के साथ 2017 ने कदम रख दिया। 2016 में बेसिक शिक्षा परिषद, माध्यमिक शिक्षा विभाग और माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड ने शिक्षकों के हजारों पद पर भर्तियां शुरू की हैं, जो 2017 में पूरी होने की उम्मीद है।
’ नए साल में सबसे ज्यादा उम्मीदें बेरोजगारों को है, कई भर्ती परीक्षाएं होने वाली हैं’ बेसिक और माध्यमिक स्तर के स्कूलों में शिक्षकों की भर्तियां पूरी होने की उम्मीद’ जनवरी में पीसीएस-2017 की वैकेंसी आएगी, 600 युवाओं को मिलेगी नौकरी
गांव से शहर आएंगे शिक्षक
बेसिक शिक्षा परिषद के प्राथमिक स्कूलों के सहायक अध्यापकों को छह साल बाद गांव से शहर आने का मौका मिलेगा। 20 दिसंबर को शासन ने ग्रामीण से नगर क्षेत्र में तबादले का आदेश जारी किया है।
राज्य विश्वविद्यालय को नैनी में बिलिं्डग मिलने की उम्मीद है। मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने 2013 में इलाहाबाद को राज्य विवि का तोहफा दिया था। जमीन के लिए 2.92 अरब रुपये जारी हो गए हैं।
परिषदीय और माध्यमिक स्कूलों में नियुक्ति के आसार
बेसिक शिक्षा परिषद के प्राथमिक स्कूलों को 12460 सहायक अध्यापक और चार हजार उर्दू शिक्षक मिलेंगे। राजकीय विद्यालयों को 9342 एलटी ग्रेड शिक्षक मिलेंगे। इसके लिए भी 26 दिसंबर को ऑनलाइन आवेदन शुरू हो गया। एडेड कॉलेजों में 9294 शिक्षकों की भर्ती भी 2017 में पूरी होने की उम्मीद है।
इनका कहना हैपरिषदीय स्कूलों में अध्यापकों की कमी पूरी की गई। इन पदों के लिए कुछ भर्तियां चल रही हैं। अब यह देखना है कि ये शिक्षक पढ़ाई-लिखाई की गुणवत्ता में कितना सुधार करते हैं।-संजय सिन्हा सचिव बेसिक शिक्षा परिषद
प्रतियोगी छात्रों को अफसरी की उम्मीदनए साल से प्रतियोगी छात्रों को अफसरी मिलने की उम्मीद बंधी है। लोअर सबार्डिनेट 2015 का रिजल्ट आ गया, जिसमें 600 से अधिक पद हैं। जनवरी में ही पीसीएस-2017 की वैकेंसी आने की उम्मीद है। इसमें लगभग 600 पद आने की उम्मीद है। डिग्री कॉलेजों में प्रवक्ता का रिजल्ट भी आएगालोअर के भी तकरीबन एक हजार पद की उम्मीद है। 10 साल से एक भी भर्ती नहीं कर सका उच्चतर शिक्षा सेवा चयन आयोग की ओर से एडेड डिग्री कॉलेजों में प्रवक्ता भर्ती का रिजल्ट 2017 में जारी करने की उम्मीद है। 1700 से अधिक पद पर साक्षात्कार हो रहे हैं।
बीएसए ने विद्यालय खुलवाकर बच्चों को बांटे बैग, तो इसलिए हुआ था बैग वितरण
लखनऊ : राजधानी में पड़ रही कड़ाके की सर्दी के कारण जिलाधिकारी ने भले ही आठवीं तक के सभी स्कूल बंद करने के आदेश दे दिए हों लेकिन बीएसए ने शनिवार को सभी बेसिक के सभी स्कूल खुलवा दिए। बीएसए ने शिक्षकों को आदेश दिया कि शनिवार को स्कूल खोलकर बैग बांटे।
नहीं बांटे बस्ते तो छुट्टी होगी कैंसल : प्रदेश सरकार की बैग वितरण योजना के तहत बेसिक शिक्षा विभाग के सभी बच्चों को अभी बैग नहीं मिले हैं। ऐसे में बीएसए ने खंड शिक्षा अधिकारियों के माध्यम से शिक्षकों को आदेश दिया कि जो भी शिक्षक बैग नहीं बांटेगा उसकी छुट्टी कैंसल होगी। अपनी विंटर विकेशन बचाने के लिए शिक्षक सुबह ही बीआरसी से बैग लेकर स्कूल पहुंचे।
...तो इसलिए हुआ वितरण
बच्चों को जो बैग दिए गए हैं उस पर अखिलेश यादव की फोटो के साथ ही प्रदेश सरकार का प्रचार लिखा है। अंदेशा जताया जा रहा है कि जनवरी में किसी भी दिन आचार संहिता लग सकती है। इसके बाद बाद बैग बांटने में दिक्कत आ सकती है। इस कारण आनन-फानन में बैग बांट दिए गए। उधर, बीएसए प्रवीण मणि त्रिपाठी का कहना है कि बैग आ गए थे इसलिए उन्हें बंटवाना था। स्कूल में पढ़ाई नहीं कराई गई। बच्चों को बैग देकर घर भेज दिया गया है।
नहीं बांटे बस्ते तो छुट्टी होगी कैंसल : प्रदेश सरकार की बैग वितरण योजना के तहत बेसिक शिक्षा विभाग के सभी बच्चों को अभी बैग नहीं मिले हैं। ऐसे में बीएसए ने खंड शिक्षा अधिकारियों के माध्यम से शिक्षकों को आदेश दिया कि जो भी शिक्षक बैग नहीं बांटेगा उसकी छुट्टी कैंसल होगी। अपनी विंटर विकेशन बचाने के लिए शिक्षक सुबह ही बीआरसी से बैग लेकर स्कूल पहुंचे।
...तो इसलिए हुआ वितरण
बच्चों को जो बैग दिए गए हैं उस पर अखिलेश यादव की फोटो के साथ ही प्रदेश सरकार का प्रचार लिखा है। अंदेशा जताया जा रहा है कि जनवरी में किसी भी दिन आचार संहिता लग सकती है। इसके बाद बाद बैग बांटने में दिक्कत आ सकती है। इस कारण आनन-फानन में बैग बांट दिए गए। उधर, बीएसए प्रवीण मणि त्रिपाठी का कहना है कि बैग आ गए थे इसलिए उन्हें बंटवाना था। स्कूल में पढ़ाई नहीं कराई गई। बच्चों को बैग देकर घर भेज दिया गया है।
नए वर्ष में खिलेंगे शिक्षा के नए फूल, परिषदीय स्कूलों को मिलेंगे नए शिक्षक
हमीरपुर : नए वर्ष में शिक्षा का स्तर सुधारने से लेकर भवनों की स्थित को सुधारने का प्रयास किया जाएगा। बच्चों को बेहतर शिक्षा के साथ सुविधाएं भी मुहैया कराई जाएंगी। इसमें बालिकाओं की शिक्षा का भी विशेष ध्यान दिया जा रहा है। नये वर्ष में परिषदीय स्कूलों की शिक्षा के स्तर को सुधारने के लिए कई नए प्रयास किए जा रहे हैं।1 बेसिक शिक्षा अधिकारी इंद्रजीत प्रजापति ने तीन सदस्यीय टीम बनाई है। यह टीम स्कूलों का निरीक्षण कर शिक्षा के स्तर की जांच करेंगी। प्रतिदिन बीएसए को जांच रिपोर्ट सौंपी जाएगी। जिस स्कूल में शिक्षा का स्तर कमजोर मिलेगा उस स्कूल के शिक्षकों पर कार्रवाई की जाएगी। बच्चों को देर से मिलने वाली किताबों को भी समय से उपलब्ध कराने की तैयारी की जा रही है। अगले सत्र से परिषदीय स्कूलों के बच्चों को समय से किताबें उपलब्ध हो जाएंगी। मिडडे-मील की गुणवत्ता की जांच की जाएगी। मेन्यू के अनुसार बच्चों को भोजन उपलब्ध कराया जाएगा। 1220 शिक्षकों की होगी भर्ती : परिषदीय स्कूलों में जनवरी के अंत तक 220 नए शिक्षकों की भर्ती कर ली जाएगी। इससे शिक्षकों की कमी से जूझ रहे परिषदीय स्कूलों की समस्या दूर होगी। 1गिराए जाएंगे जर्जर भवन : परिषदीय स्कूल के जर्जर भवनों की सूची बनाकर उनको गिरा दिया जाएगा। ताकि कोई हादसा न हो
सके। उससे निकलने वाली ईटों को विभाग स्वयं प्रयोग में लेगा। अवशेष की नीलामी कराई जाएगी।1छात्रओं को मिलेगा छात्रवास :माध्यमिक शिक्षा विभाग की ओर से मौदहा में 100 छात्रओं के रुकने के लिए छात्रवास का निर्माण कराया जा चुका है। आगामी शिक्षा सत्र से उसको चालू करा दिया जाएगा। इससे दूर से स्कूल आने वाली छात्रओं को राहत मिलेगी।मौदहा में तैयार हो रहा बालिकाओं का छात्रवास। जागरण
सके। उससे निकलने वाली ईटों को विभाग स्वयं प्रयोग में लेगा। अवशेष की नीलामी कराई जाएगी।1छात्रओं को मिलेगा छात्रवास :माध्यमिक शिक्षा विभाग की ओर से मौदहा में 100 छात्रओं के रुकने के लिए छात्रवास का निर्माण कराया जा चुका है। आगामी शिक्षा सत्र से उसको चालू करा दिया जाएगा। इससे दूर से स्कूल आने वाली छात्रओं को राहत मिलेगी।मौदहा में तैयार हो रहा बालिकाओं का छात्रवास। जागरण
निरीक्षण में निकली कमजोर शिक्षण व्यवस्था: 100 छात्राओं को पढ़ाने के लिए आठ शिक्षक तैनात फिर हालत ख़राब
बबेरू : शनिवार को एसडीएम सुरेंद्र प्रसाद यादव ने कस्बे के कस्तूरबा गांधी विद्यालय का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान रसोई व पढ़ाई के बारे में छात्रओं से पूछतांछ की। राष्ट्रभाषा हंिदूी के कई प्रश्नों का उत्तर छात्रएं नहीं दे सकीं। वहीं छात्रएं तहसील के अधिकारियों का नाम नहीं बता पाईं। इस पर उन्होंने नाराजगी जाहिर की। 1 एसडीएम श्री यादव ने कहा कि यहां एक सैकड़ा छात्रओं को पढ़ाने के लिए आठ शिक्षक हैं। यदि
एक-एक शिक्षक शिक्षण कार्य तन्मयता से करे तो यहां के बच्चे शिक्षा के मामले में कमजोर नहीं रहेंगे। उन्होंने विद्यालय की प्रधानाचार्य सुमन वर्मा से कहा कि नैतिक शिक्षा के साथ-साथ महापुरुषों, देश के प्रधानमंत्री, राष्ट्रपति व प्रदेश की जानकारी भी बच्चों को देते रहें। साथ ही चेतावनी दी कि यदि दोबारा निरीक्षण में आए और शिक्षा में सुधार नहीं हुआ तो कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
एक-एक शिक्षक शिक्षण कार्य तन्मयता से करे तो यहां के बच्चे शिक्षा के मामले में कमजोर नहीं रहेंगे। उन्होंने विद्यालय की प्रधानाचार्य सुमन वर्मा से कहा कि नैतिक शिक्षा के साथ-साथ महापुरुषों, देश के प्रधानमंत्री, राष्ट्रपति व प्रदेश की जानकारी भी बच्चों को देते रहें। साथ ही चेतावनी दी कि यदि दोबारा निरीक्षण में आए और शिक्षा में सुधार नहीं हुआ तो कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
स्कूल में दबंगों ने छात्रों व शिक्षकों को पीटा, छात्रों व स्कूल स्टाफ की जबरदस्त पिटाई
नववर्ष के उपलक्ष्य में शनिवार को सेंट आरसी स्कूल में आयोजित कार्यक्रम में तीन दर्जन से अधिक युवक लाठी-डंडे लेकर पहुंच गए। उन्होंने छात्रों व स्कूल स्टाफ की जबरदस्त पिटाई कर दी। इसमें आधा दर्जन छात्र घायल हो गए, जिनमें से तीन की हालत गंभीर है। घटना से गुस्साए अभिभावकों ने थाने का घेराव कर हंगामा किया। स्कूल के डायरेक्टर ने अज्ञात में तहरीर दी है। 1शनिवार को सत्यम कालोनी स्थित सेंट आरसी साइंटिफिक कान्वेंट स्कूल में नववर्ष के आगमन के उपलक्ष्य में कार्यक्रम चल रहा था। दोपहर लगभग ढाई बजे तीन दर्ज से अधिक युवक लाठी, डंडा, सरिया व बेल्ट लेकर चारदीवारी कूदकर कार्यक्रम में पहुंच गए। उन्होंने छात्रों को पीटना शुरू कर दिया, जिससे चीख-पुकार मच गई। बीच-बचाव में आए विद्यालय के निदेशक यशपाल पंवार व शिक्षक इमरान अली आदि के साथ भी मारपीट की गई। इसके बाद हत्या करने की धमकी देते हुए
आरोपी फरार हो गए। मारपीट में आधा दर्जन छात्र घायल हो गए। सूचना पर पहुंची पुलिस ने घायलों को सीएचसी पहुंचाया। यहां इंटर के छात्र अंकित निवासी डुंडूखेड़ा, तितरवाड़ा के शिवम और सहपत के निखिल की हालत गंभीर बताई जा रही है। इसकी जानकारी पर अभिभावकों में आक्रोश फैल गया और बड़ी संख्या में वे स्कूल पहुंच गए। इसके बाद अभिभावकों ने थाने का घेराव कर हमलावरों के खिलाफ त्वरित और सख्त कार्रवाई की मांग की। यशपाल पंवार ने अज्ञात के खिलाफ कोतवाली में तहरीर दी है। थानाध्यक्ष उमेश रोरिया का कहना है कि घटना की जांच कर आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।1दो छात्रों की कहासुनी से हुई घटना 1निदेशक यशपाल पंवार ने बताया कि कार्यक्रम के बीच 11 बजे विद्यालय में 9वीं कक्षा के दो छात्रों के बीच किसी बात को लेकर कहासुनी हो गई थी। हालांकि तब मामला शांत हो गया था। बाद में नौ तक के बच्चों की छुट्टी कर दी गई थी। निदेशक के अनुसार, हमले की यही वजह है।1सीसीटीवी कैमरे से उठेगा पर्दा 1विद्यालय में सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। ऐसे में उम्मीद है कि इनकी फुटेज देखने के बाद आरोपियों की पहचान हो जाएगी। थाने में मौजूद अभिभावकों ने भी अफसरों से सीसीटीवी फुटेज निकलवाकर आरोपियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई करने की मांग की।1निदेशक से मांगी गई थी रंगदारी1कुछ दिन पहले सेंट आरसी स्कूल के निदेशक यशपाल पंवार से बदमाशों ने लाखों रुपये की रंगदारी मांगी थी। इसके बाद उन्हें सुरक्षा भी दी गई थी। तब छात्र खुद को असुरक्षित महसूस कर रहे थे। शनिवार को खुली गुंडागर्दी से एक बार फिर विद्यार्थियों में खौफ बन गया है।कैराना में घायल छात्र चोट दिखाते हुए।
आरोपी फरार हो गए। मारपीट में आधा दर्जन छात्र घायल हो गए। सूचना पर पहुंची पुलिस ने घायलों को सीएचसी पहुंचाया। यहां इंटर के छात्र अंकित निवासी डुंडूखेड़ा, तितरवाड़ा के शिवम और सहपत के निखिल की हालत गंभीर बताई जा रही है। इसकी जानकारी पर अभिभावकों में आक्रोश फैल गया और बड़ी संख्या में वे स्कूल पहुंच गए। इसके बाद अभिभावकों ने थाने का घेराव कर हमलावरों के खिलाफ त्वरित और सख्त कार्रवाई की मांग की। यशपाल पंवार ने अज्ञात के खिलाफ कोतवाली में तहरीर दी है। थानाध्यक्ष उमेश रोरिया का कहना है कि घटना की जांच कर आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।1दो छात्रों की कहासुनी से हुई घटना 1निदेशक यशपाल पंवार ने बताया कि कार्यक्रम के बीच 11 बजे विद्यालय में 9वीं कक्षा के दो छात्रों के बीच किसी बात को लेकर कहासुनी हो गई थी। हालांकि तब मामला शांत हो गया था। बाद में नौ तक के बच्चों की छुट्टी कर दी गई थी। निदेशक के अनुसार, हमले की यही वजह है।1सीसीटीवी कैमरे से उठेगा पर्दा 1विद्यालय में सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। ऐसे में उम्मीद है कि इनकी फुटेज देखने के बाद आरोपियों की पहचान हो जाएगी। थाने में मौजूद अभिभावकों ने भी अफसरों से सीसीटीवी फुटेज निकलवाकर आरोपियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई करने की मांग की।1निदेशक से मांगी गई थी रंगदारी1कुछ दिन पहले सेंट आरसी स्कूल के निदेशक यशपाल पंवार से बदमाशों ने लाखों रुपये की रंगदारी मांगी थी। इसके बाद उन्हें सुरक्षा भी दी गई थी। तब छात्र खुद को असुरक्षित महसूस कर रहे थे। शनिवार को खुली गुंडागर्दी से एक बार फिर विद्यार्थियों में खौफ बन गया है।कैराना में घायल छात्र चोट दिखाते हुए।
गाजी इमाम आला ने पूरे प्रदेश में क्रमिक अनशन कार्यक्रम मानदेय बृदि होने तक शान्तिपूर्ण तरीके से जारी रखने का किया आव्हान
गाजी इमाम आला ने पूरे प्रदेश में क्रमिक अनशन कार्यक्रम मानदेय बृदि होने तक शान्तिपूर्ण तरीके से जारी रखने का किया आव्हान
सभी जिला अध्यक्ष /समायोजित शिक्षक /शिक्षा मित्र को निदेशित किया जाता है कि संगठन के दृारा पूरे प्रदेश में क्रमिक अनशन कार्यक्रम मानदेय बृदि होने तक शान्तिपूर्ण तरीके से जारी रक्खे।
आज माननीय मुख्य मंत्री जी से मिलकर मानदेय वृद्धि करने पर बात की गई है। उसके बाद सचिव मुख्य मंत्री जी प्राजल यादव जी से मिलकर पत्रावली सचिव बेसिक शिक्षा के पास भेजवा दिया गया है।
मित्रो शांतिपूर्ण तरीके से कार्यक्रम जारी रक्खे। कल बेसिक शिक्षा मंत्री जी सुबह दस बजे मिलकर अति शिध्र शासनादेश जारी करने का प्रयास किया जाएगा।साथ में संगठन के पदाधिकारी प्रदेश कोषाध्यक्ष रमेश मिश्रा जी, जिला अध्यक्ष इलाहाबाद वसीम अहमद, जिला महामंत्री बलिया पंकज सिंह, शिव किशोर दिवेदी (लखनऊ) अनवारूल रहमान खान (बहराईच) हरिनाम (लखनऊ) कुलदीप यादव (चिनहट ब्लाक अध्यक्ष, लखनऊ) अरविन्द सिंह सम्पादक शिक्षक उदबोधन पत्रिका। उपस्थित थे।
सभी जिला अध्यक्ष /समायोजित शिक्षक /शिक्षा मित्र को निदेशित किया जाता है कि संगठन के दृारा पूरे प्रदेश में क्रमिक अनशन कार्यक्रम मानदेय बृदि होने तक शान्तिपूर्ण तरीके से जारी रक्खे।
आज माननीय मुख्य मंत्री जी से मिलकर मानदेय वृद्धि करने पर बात की गई है। उसके बाद सचिव मुख्य मंत्री जी प्राजल यादव जी से मिलकर पत्रावली सचिव बेसिक शिक्षा के पास भेजवा दिया गया है।
मित्रो शांतिपूर्ण तरीके से कार्यक्रम जारी रक्खे। कल बेसिक शिक्षा मंत्री जी सुबह दस बजे मिलकर अति शिध्र शासनादेश जारी करने का प्रयास किया जाएगा।साथ में संगठन के पदाधिकारी प्रदेश कोषाध्यक्ष रमेश मिश्रा जी, जिला अध्यक्ष इलाहाबाद वसीम अहमद, जिला महामंत्री बलिया पंकज सिंह, शिव किशोर दिवेदी (लखनऊ) अनवारूल रहमान खान (बहराईच) हरिनाम (लखनऊ) कुलदीप यादव (चिनहट ब्लाक अध्यक्ष, लखनऊ) अरविन्द सिंह सम्पादक शिक्षक उदबोधन पत्रिका। उपस्थित थे।
बेसिक टीचर्स सर्टिफिकेट में दाखिले का प्रस्ताव तैयार
इलाहाबाद : बेसिक टीचर्स सर्टिफिकेट (बीटीसी) में युवाओं को इस बार बड़ी संख्या में दाखिला मिलने के आसार हैं। इसके लिए उन्हें दौड़-भाग न करनी पड़े इसकी रूपरेखा लगभग तय हो गई है। परीक्षा नियामक प्राधिकारी सचिव का दावा है कि बीटीसी 2016 का प्रस्ताव तैयार हो गया है, जल्द ही उसे अनुमोदन के लिए शासन को भेजा जाएगा। प्रदेश में विधानसभा चुनाव की वजह से अभी तक दाखिले की तारीखें तय नहीं हो पा
रही हैं। माना जा रहा है कि दाखिला चुनाव के बाद ही शुरू हो सकेगा। 1प्रदेश में बीटीसी 2016 की प्रवेश प्रक्रिया में बदलाव का खाका तैयार हो गया है। असल में परीक्षा नियामक प्राधिकारी कार्यालय ने पहले इसके लिए प्रस्ताव तैयार किया था। उसमें जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान (डायट) व निजी कालेजों को अपनी-अपनी सीटें भरने का मौका दिया जाना था, लेकिन शासन ने उसे खारिज कर दिया। इसके बाद दूसरा प्रस्ताव बना है। इसके लिए प्रदेश भर में हो रही बीएड की काउंसिलिंग एवं अन्य मॉडल देखे गए। तैयारी है कि ऑनलाइन काउंसिलिंग से युवाओं को राहत मिलेगी। प्रदेश में निजी बीटीसी कालेजों की इन दिनों बाढ़ आ गई है। वहां सीटें भरने एवं कटऑफ मेरिट से कम पर दाखिला देने या कटऑफ से अधिक अंक वाले अभ्यर्थियों को बैरंग लौटाने की शिकायतें आम हो गई हैं।
रही हैं। माना जा रहा है कि दाखिला चुनाव के बाद ही शुरू हो सकेगा। 1प्रदेश में बीटीसी 2016 की प्रवेश प्रक्रिया में बदलाव का खाका तैयार हो गया है। असल में परीक्षा नियामक प्राधिकारी कार्यालय ने पहले इसके लिए प्रस्ताव तैयार किया था। उसमें जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान (डायट) व निजी कालेजों को अपनी-अपनी सीटें भरने का मौका दिया जाना था, लेकिन शासन ने उसे खारिज कर दिया। इसके बाद दूसरा प्रस्ताव बना है। इसके लिए प्रदेश भर में हो रही बीएड की काउंसिलिंग एवं अन्य मॉडल देखे गए। तैयारी है कि ऑनलाइन काउंसिलिंग से युवाओं को राहत मिलेगी। प्रदेश में निजी बीटीसी कालेजों की इन दिनों बाढ़ आ गई है। वहां सीटें भरने एवं कटऑफ मेरिट से कम पर दाखिला देने या कटऑफ से अधिक अंक वाले अभ्यर्थियों को बैरंग लौटाने की शिकायतें आम हो गई हैं।
निकाय बदलने को शिक्षक 15 जनवरी तक करें आवेदन, यह होगी आवेदन व ट्रान्सफर की प्रक्रिया
इलाहाबाद : नया साल बेसिक शिक्षा परिषद के हजारों शिक्षकों के लिए खुशियों की सौगात लेकर आया है। अब ग्रामीण से नगर क्षेत्र में शिक्षकों का तबादला होना है। इस आदेश पर अमल होने जा रहा है। शिक्षकों को तय प्रारूप पर 15 जनवरी तक आवेदन करना है। परिषद सचिव संजय सिन्हा ने सभी बेसिक शिक्षा अधिकारियों को निर्देश जारी कर दिया है। जिलों में चार जनवरी को बीएसए विज्ञापन निकालेंगे। तबादला चाहने वाले शिक्षकों की सूची 30 जनवरी तक परिषद मुख्यालय अनुमोदन के लिए भेजी जाएगी।
विधानसभा चुनाव के मौके पर बेसिक शिक्षा परिषद के शिक्षकों की दूसरी अंतर जिला तबादला सूची एवं जिले के अंदर फेरबदल करने का आदेश जारी होने के बाद अब निकाय बदलने का कार्यक्रम जारी हुआ है। ग्रामीण और नगरीय क्षेत्र के परिषदीय स्कूलों के शिक्षकों के संवर्ग अलग-अलग हैं। सामान्य तौर पर ग्रामीण क्षेत्रों के स्कूलों के शिक्षकों का तबादला नगरीय इलाकों में नहीं होता है। शिक्षकों की कमी को देखते हुए छह साल बाद यह मौका दिया जा रहा है। वरिष्ठ शिक्षकों के तबादलों के जरिए नगर क्षेत्र के 50 फीसद पदों को भरने की तैयारी है। शासन पहले ही स्पष्ट कर चुका है कि अलग-अलग संवर्ग होने के कारण ग्रामीण से नगरीय क्षेत्र में आने वाले शिक्षक कार्यभार ग्रहण करने की तारीख से नगरीय क्षेत्र में कनिष्ठतम माने जाएंगे और वरिष्ठता सूची में उनका नाम उनके योगदान और जन्मतिथि के आधार पर जोड़े जाएंगे।
खाली पदों का बनेगा ब्योरा : परिषद सचिव ने निर्देश दिया है कि बेसिक शिक्षा अधिकारी जिले में नगर एवं नगर पंचायत क्षेत्र में स्वीकृत पदों के सापेक्ष रिक्तियों का ब्योरा तैयार करेंगे। उपलब्ध रिक्तियों का आरक्षणवार विभाजन कर वर्गवार रिक्तियों के लिए ग्रामीण क्षेत्रों में कार्यरत प्राथमिक विद्यालयों के सहायक अध्यापकों से तय प्रारूप पर 15 जनवरी तक आवेदन पत्र आमंत्रित करेंगे। बीएसए रिक्तियों का विज्ञापन भी चार जनवरी को जारी करेंगे।
कंप्यूटर पर दर्ज होंगे आवेदन पत्र : यह भी निर्देश है कि अंतिम तारीख के बाद कोई भी आवेदन पत्र स्वीकार नहीं होगा। सभी आवेदन पत्रों की प्रविष्टियों को बीएसए कंप्यूटरीकृत कराएंगे। इसमें शिक्षक का नाम, पिता का नाम, नियुक्ति तारीख, कार्यभार ग्रहण करने की तारीख, पद, कार्यरत विद्यालय का नाम और विकासखंड, जाति आदि का उल्लेख होगा। ग्रामीण से नगर क्षेत्र में समायोजन आवेदन पत्र के आधार पर होगा, क्योंकि समायोजन के बाद व संवर्ग में कनिष्ठ होने की शिक्षक को सहमति देनी होगी।
आवेदन प्रारूप तीन प्रतियों में बनेगा : बीएसए को जिले में अध्यापकों की आरक्षणवार वरिष्ठता सूची उनके नाम के सम्मुख अंकित विवरणों के अनुसार तीन प्रतियों में तैयार की जाएगी। इनकी दो प्रतियां हार्डकॉपी में तथा एक साफ्टकॉपी में परिषद कार्यालय को 30 जनवरी तक उपलब्ध कराना होगा। परिषद ने आवेदन का प्रारूप सभी जिलों को भेज दिया है। इसमें शिक्षक की फोटो भी अनिवार्य रूप से लगाई जाएगी।
विधानसभा चुनाव के मौके पर बेसिक शिक्षा परिषद के शिक्षकों की दूसरी अंतर जिला तबादला सूची एवं जिले के अंदर फेरबदल करने का आदेश जारी होने के बाद अब निकाय बदलने का कार्यक्रम जारी हुआ है। ग्रामीण और नगरीय क्षेत्र के परिषदीय स्कूलों के शिक्षकों के संवर्ग अलग-अलग हैं। सामान्य तौर पर ग्रामीण क्षेत्रों के स्कूलों के शिक्षकों का तबादला नगरीय इलाकों में नहीं होता है। शिक्षकों की कमी को देखते हुए छह साल बाद यह मौका दिया जा रहा है। वरिष्ठ शिक्षकों के तबादलों के जरिए नगर क्षेत्र के 50 फीसद पदों को भरने की तैयारी है। शासन पहले ही स्पष्ट कर चुका है कि अलग-अलग संवर्ग होने के कारण ग्रामीण से नगरीय क्षेत्र में आने वाले शिक्षक कार्यभार ग्रहण करने की तारीख से नगरीय क्षेत्र में कनिष्ठतम माने जाएंगे और वरिष्ठता सूची में उनका नाम उनके योगदान और जन्मतिथि के आधार पर जोड़े जाएंगे।
खाली पदों का बनेगा ब्योरा : परिषद सचिव ने निर्देश दिया है कि बेसिक शिक्षा अधिकारी जिले में नगर एवं नगर पंचायत क्षेत्र में स्वीकृत पदों के सापेक्ष रिक्तियों का ब्योरा तैयार करेंगे। उपलब्ध रिक्तियों का आरक्षणवार विभाजन कर वर्गवार रिक्तियों के लिए ग्रामीण क्षेत्रों में कार्यरत प्राथमिक विद्यालयों के सहायक अध्यापकों से तय प्रारूप पर 15 जनवरी तक आवेदन पत्र आमंत्रित करेंगे। बीएसए रिक्तियों का विज्ञापन भी चार जनवरी को जारी करेंगे।
कंप्यूटर पर दर्ज होंगे आवेदन पत्र : यह भी निर्देश है कि अंतिम तारीख के बाद कोई भी आवेदन पत्र स्वीकार नहीं होगा। सभी आवेदन पत्रों की प्रविष्टियों को बीएसए कंप्यूटरीकृत कराएंगे। इसमें शिक्षक का नाम, पिता का नाम, नियुक्ति तारीख, कार्यभार ग्रहण करने की तारीख, पद, कार्यरत विद्यालय का नाम और विकासखंड, जाति आदि का उल्लेख होगा। ग्रामीण से नगर क्षेत्र में समायोजन आवेदन पत्र के आधार पर होगा, क्योंकि समायोजन के बाद व संवर्ग में कनिष्ठ होने की शिक्षक को सहमति देनी होगी।
आवेदन प्रारूप तीन प्रतियों में बनेगा : बीएसए को जिले में अध्यापकों की आरक्षणवार वरिष्ठता सूची उनके नाम के सम्मुख अंकित विवरणों के अनुसार तीन प्रतियों में तैयार की जाएगी। इनकी दो प्रतियां हार्डकॉपी में तथा एक साफ्टकॉपी में परिषद कार्यालय को 30 जनवरी तक उपलब्ध कराना होगा। परिषद ने आवेदन का प्रारूप सभी जिलों को भेज दिया है। इसमें शिक्षक की फोटो भी अनिवार्य रूप से लगाई जाएगी।
बजट से पहले घोषणाओं का पिटारा, राष्ट्र के नाम संबोधन में मोदी ने किया कई योजनाओं का एलान, नोटबंदी को शुद्धि का यज्ञ करार देते हुए जताया आभार
नोटबंदी के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का बहुप्रतीक्षित राष्ट्र के नाम संबोधन असलियत में ‘मिनी बजट’ निकला। नोटबंदी की सफलता पर सीधे कुछ भी बोलने से बचते हुए उन्होंने यह अहसास जरूर कराया कि अब सामाजिक कल्याण की योजनाओं में तेजी आएगी। 1एक महीने में आम बजट आना है। संभवत: दो महीने में पांच राज्यों के चुनाव होने हैं। उससे पहले प्रधानमंत्री ने उन गरीबों, महिलाओं और बुजुर्गो की पीड़ा पर मरहम लगा दिया है, जो लंबी लाइन में लगकर भी नोटबंदी का समर्थन कर रहे थे। किसान, शहरी मध्यम वर्ग और छोटे
कारोबारियों के लिए कई स्कीमों का एलान कर उन्होंने यह संकेत भी दे दिया कि भरपाई के लिए सरकार कमर कसकर तैयार है। 1नोटबंदी के बाद राष्ट्र के नाम मोदी के संबोधन को लेकर कई अपेक्षाएं जताई जा रही थीं। माना जा रहा था कि वह कुछ राहतों का एलान करेंगे। बैंक से निकासी के जल्द सामान्य होने की आशा जताते हुए 45 मिनट के भाषण में उन्होंने अपेक्षा से कुछ ज्यादा ही दिया। 1जल्द सामान्य होगी बैंकिंग व्यवस्था : मोदी ने भाषण के शुरू में नोटबंदी का समर्थन करने के लिए देशवासियों को धन्यवाद दिया। इसके बाद उन्होंने भरोसा दिलाया कि जितनी जल्दी हो सकेगी, बैंकों में कामकाज को सामान्य बनाया जाएगा। सरकार ने इस विषय में सभी जिम्मेदार व्यक्तियों से बैंकिंग व्यवस्था को शीघ्र सामान्य बनाने पर ध्यान केंद्रित करने को कहा है। विशेषकर ग्रामीण इलाकों में ताकि गांव के लोगों और किसानों की कठिनाइयां खत्म हो।1काले धन के खिलाफ मुहिम जारी : प्रधानमंत्री ने यह भी साफ कर दिया है कि काले धन के खिलाफ लड़ाई अभी जारी रहेगी। उन्होंने कहा कि देश में सिर्फ 24 लाख लोग ऐसे हैं, जिन्होंने यह स्वीकार किया है कि उनकी आय 10 लाख रुपये सालाना से ज्यादा है। माना जा रहा है कि यह आने वाले बजट का संकेत है, जिसमें कर दायरा बढ़ाने के लिए काफी कुछ कर सकती हैं। 1मुख्यधारा से बाहर के पैसे आए : माना जा रहा था कि मोदी नोटबंदी का पूरा लेखा जोखा पेश करेंगे लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया। यह जरूर संकेत दे दिया है कि बाजार में 500 व 1000 रुपये के जितने नोट थे वे तकरीबन सब वापस आ चुके हैं। मोदी ने कहा कि इस अभियान की सफलता इस बात में भी है कि मुख्यधारा से बाहर जो धन था वह बैंकों में आ चुका है। नकदी निकासी पर रोक कब हटेगी, इसके बारे में भी पीएम ने कुछ नहीं कहा। हालांकि बेईमानी करने वालों को फिर चेतावनी दी कि अब कानून अपना काम करेगा।1प्रधानमंत्री मोदी ने शनिवार को नववर्ष की पूर्व संध्या पर राष्ट्र को संबोधित किया। प्रेट्र=उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड और पंजाब समेत पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव की घोषणा से ठीक पहले मोदी के एलान के राजनीतिक आयाम भी निकाले जा रहे हैं। 1=ग्रामीण और शहरी मध्यम वर्ग को घर बनाने को ब्याज सब्सिडी व बुजुर्गो को मासिक पेंशन भुगतान की व्यवस्था से विपक्ष की भृकुटियां जरूर तनेंगी। 1=शहर में लोगों को घर बनाने के लिए >> नौ लाख के कर्ज पर चार फीसद >> छूट मिलेगी।1=इसी तरह 12 लाख रुपये के कर्ज >> पर तीन फीसद छूट दी जाएगी।1=ग्रामीणों को घर के विस्तार के लिए >> दो लाख कर्ज पर तीन फीसद छूट।1=रबी फसल के लिए किसानों के >> कर्ज पर 60 दिनों का ब्याज >>>> सरकार देगी।1=तीन करोड़ किसानों का क्रेडिट कार्ड >> रूपे कार्ड में बदला जाएगा। 1=छोटे व्यापारियों की क्रेडिट गारंटी दो >> करोड़ रुपये की जाएगी। 1=डिजिटल ट्रांजेक्शन के टैक्स गणना >> आठ से छह फीसद की जाएगी। 1=वरिष्ठ नागरिकों को 7.5 लाख तक >> की राशि पर 10 साल तक के लिए >> आठ फीसद ब्याज मिलेगा। 1=गर्भवती महिलाओं को पंजीकरण, >> डिलिवरी और टीकाकरण के लिए >> 6000 रुपये की मदद।
कारोबारियों के लिए कई स्कीमों का एलान कर उन्होंने यह संकेत भी दे दिया कि भरपाई के लिए सरकार कमर कसकर तैयार है। 1नोटबंदी के बाद राष्ट्र के नाम मोदी के संबोधन को लेकर कई अपेक्षाएं जताई जा रही थीं। माना जा रहा था कि वह कुछ राहतों का एलान करेंगे। बैंक से निकासी के जल्द सामान्य होने की आशा जताते हुए 45 मिनट के भाषण में उन्होंने अपेक्षा से कुछ ज्यादा ही दिया। 1जल्द सामान्य होगी बैंकिंग व्यवस्था : मोदी ने भाषण के शुरू में नोटबंदी का समर्थन करने के लिए देशवासियों को धन्यवाद दिया। इसके बाद उन्होंने भरोसा दिलाया कि जितनी जल्दी हो सकेगी, बैंकों में कामकाज को सामान्य बनाया जाएगा। सरकार ने इस विषय में सभी जिम्मेदार व्यक्तियों से बैंकिंग व्यवस्था को शीघ्र सामान्य बनाने पर ध्यान केंद्रित करने को कहा है। विशेषकर ग्रामीण इलाकों में ताकि गांव के लोगों और किसानों की कठिनाइयां खत्म हो।1काले धन के खिलाफ मुहिम जारी : प्रधानमंत्री ने यह भी साफ कर दिया है कि काले धन के खिलाफ लड़ाई अभी जारी रहेगी। उन्होंने कहा कि देश में सिर्फ 24 लाख लोग ऐसे हैं, जिन्होंने यह स्वीकार किया है कि उनकी आय 10 लाख रुपये सालाना से ज्यादा है। माना जा रहा है कि यह आने वाले बजट का संकेत है, जिसमें कर दायरा बढ़ाने के लिए काफी कुछ कर सकती हैं। 1मुख्यधारा से बाहर के पैसे आए : माना जा रहा था कि मोदी नोटबंदी का पूरा लेखा जोखा पेश करेंगे लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया। यह जरूर संकेत दे दिया है कि बाजार में 500 व 1000 रुपये के जितने नोट थे वे तकरीबन सब वापस आ चुके हैं। मोदी ने कहा कि इस अभियान की सफलता इस बात में भी है कि मुख्यधारा से बाहर जो धन था वह बैंकों में आ चुका है। नकदी निकासी पर रोक कब हटेगी, इसके बारे में भी पीएम ने कुछ नहीं कहा। हालांकि बेईमानी करने वालों को फिर चेतावनी दी कि अब कानून अपना काम करेगा।1प्रधानमंत्री मोदी ने शनिवार को नववर्ष की पूर्व संध्या पर राष्ट्र को संबोधित किया। प्रेट्र=उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड और पंजाब समेत पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव की घोषणा से ठीक पहले मोदी के एलान के राजनीतिक आयाम भी निकाले जा रहे हैं। 1=ग्रामीण और शहरी मध्यम वर्ग को घर बनाने को ब्याज सब्सिडी व बुजुर्गो को मासिक पेंशन भुगतान की व्यवस्था से विपक्ष की भृकुटियां जरूर तनेंगी। 1=शहर में लोगों को घर बनाने के लिए >> नौ लाख के कर्ज पर चार फीसद >> छूट मिलेगी।1=इसी तरह 12 लाख रुपये के कर्ज >> पर तीन फीसद छूट दी जाएगी।1=ग्रामीणों को घर के विस्तार के लिए >> दो लाख कर्ज पर तीन फीसद छूट।1=रबी फसल के लिए किसानों के >> कर्ज पर 60 दिनों का ब्याज >>>> सरकार देगी।1=तीन करोड़ किसानों का क्रेडिट कार्ड >> रूपे कार्ड में बदला जाएगा। 1=छोटे व्यापारियों की क्रेडिट गारंटी दो >> करोड़ रुपये की जाएगी। 1=डिजिटल ट्रांजेक्शन के टैक्स गणना >> आठ से छह फीसद की जाएगी। 1=वरिष्ठ नागरिकों को 7.5 लाख तक >> की राशि पर 10 साल तक के लिए >> आठ फीसद ब्याज मिलेगा। 1=गर्भवती महिलाओं को पंजीकरण, >> डिलिवरी और टीकाकरण के लिए >> 6000 रुपये की मदद।
1330 वंचित शिक्षकों के अंतर जनपदीय तबादले की मांग
इलाहाबाद। बेसिक शिक्षक वेलफेयर एसोसिएशन ने अंतर जनपदीय तबादले से वंचित 1330 शिक्षकों का ट्रांसफर किए जाने की मांग को लेकर शिक्षा निदेशालय में शनिवार को धरना दिया। महेन्द्र कुमार यादव, राहुल कुमार, नरायण मिश्र आदि का कहना है कि कुल 23724 शिक्षकों ने आवेदन किया था। इनमें से 15087 शिक्षकों का तबादला पहली लिस्ट में हुआ। दूसरी सूची में 1870 का ट्रांसफर हुआ। अभी भी 1330 अर्ह शिक्षक ट्रांसफर से बचे हैं जिससे उनमें और उनके परिवार में घोर निराशा है।
शिक्षामित्र मानदेय वृद्धि का आदेश होने तक करेंगे भूख हड़ताल
मानदेय वृद्धि की मांग को लेकर शिक्षा निदेशालय में सचिव बेसिक शिक्षा परिषद कार्यालय के बाहर भूख हड़ताल कर रहे असमायोजित शिक्षामित्रों ने शासनादेश जारी होने तक आंदोलन जारी रखने का निर्णय लिया। शनिवार को लगातार तीसरे दिन भूख हड़ताल पर बैठे अरुण सिंह पटेल, विनय सिंह, कौशलेश सिंह, बाल
गोविन्द, राघवेन्द्र सिंह, अर्चना शर्मा, कल्पना साहू, अर्चना यादव, गायत्री देवी, विजय शंकर रावत, हरिभान सिंह, आशा यादव ने कहा कि 3500 रुपये मानदेय शिक्षामित्रों के साथ मजाक है। मुख्यमंत्री के आदेश के बावजूद अफसर लापरवाही बरत रहे हैं।
गोविन्द, राघवेन्द्र सिंह, अर्चना शर्मा, कल्पना साहू, अर्चना यादव, गायत्री देवी, विजय शंकर रावत, हरिभान सिंह, आशा यादव ने कहा कि 3500 रुपये मानदेय शिक्षामित्रों के साथ मजाक है। मुख्यमंत्री के आदेश के बावजूद अफसर लापरवाही बरत रहे हैं।
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