*सभी साथियों को नमस्कार.....(तीसरा दिन)*
*मित्रों आज धरने का तीसरा दिन रहा।जब से शासन और प्रशासन को संगठन ने सामूहिक आत्मदाह की खुली चेतावनी दे दिया है तबसे प्रशासन में पूरी तरह से खलबली मच गयी है।प्रशासन के उच्चाधिकारी लगातार सम्पर्क बनाए हुए हैं।*
इसी दबाव के कारण आज प्रशासन के अधिकारी निदेशक, राज्य परियोजना निदेशालय से मिलाने के लिए ले जाना चाहते थे लेकिन उनको इसके लिए साफ-साफ मना कर दिया गया कि हम निदेशक से नहीं बल्कि मुख्यमंत्री जी से ही मुलाकात करेंगे।लेकिन प्रशासन के द्वारा बार बार अनुरोध करने पर इस शर्त पर कि हम इस मुलाकात से धरने को समाप्त नहीं करेंगे,प्रतिनिधि मण्डल जिसमें-प्रदेश अध्यक्ष तेजस्वी शुक्ल,मैं भोला नाथ पाण्डेय, प्रदेश उपाध्यक्ष प्रियंक मिश्रा और प्रदेश सचिव विशाल श्रीवास्तव, मुलाकात के लिए राज्य परियोजना निदेशालय गये।
*जैसा कि पहले से अनुमान था हमारी मांगो को सुनकर और उन पर माथा पच्ची करने के बाद निदेशक महोदय ने कहा कि यह मांग उनके स्तर की नहीं हैं बल्कि शासन स्तर की हैं और इन पर कोई भी निर्णय शासन स्तर पर ही लिया जा सकता है।*
*निदेशक महोदय और प्रशासन के अधिकारी कहने लगे कि धरना समाप्त कर लीजिए आप लोगों की मुलाकात शासन स्तर पर करा दिया जायेगा। लेकिन संगठन इस पर राजी नहीं हुआ और अपनी मांग और चेतावनी पर अडिग रहते हुए आमरण अनशन पर बैठने लगा।प्रशासन के द्वारा दो दिन का समय मांगा गया और उन दो दिनों तक आमरण अनशन न करने का आग्रह किया गया,इस पर चार लोग-प्रदेश अध्यक्ष तेजस्वी शुक्ल, मैं भोला नाथ पाण्डेय, सुशील पाण्डेय (बुंदेलखंड जोन प्रभारी)और सर्वेश द्विवेदी(जिला महामंत्री जौनपुर) भूख हडताल पर बैठ गये।साथ ही यह चेतावनी भी दे दिया गया कि अगर दो दिनों में हमारी मुलाकात नहीं कराई जाती है तो रविवार से यह भूख हड़ताल आमरण अनशन मे बदल जायेगा।*
साथियों हम केवल संख्या बल के कारण ही कमजोर हो रहे हैं नहीं तो शासन और प्रशासन के उपर पर्याप्त रूप में दबाव बना चुके हैं।अब आप लोग किस मुहूर्त का इंतजार कर रहे हैं।आगामी 6 दिसंबर को आत्मदाह की खुली चेतावनी दे दिया गया है तो क्या उसी दिन का इंतजार आप लोग कर रहे हैं कि इनके जलने के बाद मातम मनाने के लिए पंहुचा जायेगा।निकलिए अपने घरों से नहीं तो अनुदेशकों का इतिहास कभी आपको माफ नहीं करेगा।
*अब घरों में मत बैठिए,कर्मभूमि आपको पुकार रही है......*
आपके संघर्षों का साथी
*भोला नाथ पाण्डेय*
*प्रदेश महासचिव*
*9936451852(W)*
*उच्च प्राथमिक अनुदेशक शिक्षक वेलफेयर एसोसिएशन, उ०प्र०*
1.12.16
शासन और प्रशासन को संगठन ने सामूहिक आत्मदाह की खुली चेतावनी
संगठन ने सामूहिक आत्मदाह की खुली चेतावनी
*सभी साथियों को नमस्कार.....(तीसरा दिन)*
*मित्रों आज धरने का तीसरा दिन रहा।जब से शासन और प्रशासन को संगठन ने सामूहिक आत्मदाह की खुली चेतावनी दे दिया है तबसे प्रशासन में पूरी तरह से खलबली मच गयी है।प्रशासन के उच्चाधिकारी लगातार सम्पर्क बनाए हुए हैं।*
इसी दबाव के कारण आज प्रशासन के अधिकारी निदेशक, राज्य परियोजना निदेशालय से मिलाने के लिए ले जाना चाहते थे लेकिन उनको इसके लिए साफ-साफ मना कर दिया गया कि हम निदेशक से नहीं बल्कि मुख्यमंत्री जी से ही मुलाकात करेंगे।लेकिन प्रशासन के द्वारा बार बार अनुरोध करने पर इस शर्त पर कि हम इस मुलाकात से धरने को समाप्त नहीं करेंगे,प्रतिनिधि मण्डल जिसमें-प्रदेश अध्यक्ष तेजस्वी शुक्ल,मैं भोला नाथ पाण्डेय, प्रदेश उपाध्यक्ष प्रियंक मिश्रा और प्रदेश सचिव विशाल श्रीवास्तव, मुलाकात के लिए राज्य परियोजना निदेशालय गये।
*जैसा कि पहले से अनुमान था हमारी मांगो को सुनकर और उन पर माथा पच्ची करने के बाद निदेशक महोदय ने कहा कि यह मांग उनके स्तर की नहीं हैं बल्कि शासन स्तर की हैं और इन पर कोई भी निर्णय शासन स्तर पर ही लिया जा सकता है।*
*निदेशक महोदय और प्रशासन के अधिकारी कहने लगे कि धरना समाप्त कर लीजिए आप लोगों की मुलाकात शासन स्तर पर करा दिया जायेगा। लेकिन संगठन इस पर राजी नहीं हुआ और अपनी मांग और चेतावनी पर अडिग रहते हुए आमरण अनशन पर बैठने लगा।प्रशासन के द्वारा दो दिन का समय मांगा गया और उन दो दिनों तक आमरण अनशन न करने का आग्रह किया गया,इस पर चार लोग-प्रदेश अध्यक्ष तेजस्वी शुक्ल, मैं भोला नाथ पाण्डेय, सुशील पाण्डेय (बुंदेलखंड जोन प्रभारी)और सर्वेश द्विवेदी(जिला महामंत्री जौनपुर) भूख हडताल पर बैठ गये।साथ ही यह चेतावनी भी दे दिया गया कि अगर दो दिनों में हमारी मुलाकात नहीं कराई जाती है तो रविवार से यह भूख हड़ताल आमरण अनशन मे बदल जायेगा।*
साथियों हम केवल संख्या बल के कारण ही कमजोर हो रहे हैं नहीं तो शासन और प्रशासन के उपर पर्याप्त रूप में दबाव बना चुके हैं।अब आप लोग किस मुहूर्त का इंतजार कर रहे हैं।आगामी 6 दिसंबर को आत्मदाह की खुली चेतावनी दे दिया गया है तो क्या उसी दिन का इंतजार आप लोग कर रहे हैं कि इनके जलने के बाद मातम मनाने के लिए पंहुचा जायेगा।निकलिए अपने घरों से नहीं तो अनुदेशकों का इतिहास कभी आपको माफ नहीं करेगा।
*अब घरों में मत बैठिए,कर्मभूमि आपको पुकार रही है......*
आपके संघर्षों का साथी
*भोला नाथ पाण्डेय*
*प्रदेश महासचिव*
*9936451852(W)*
*उच्च प्राथमिक अनुदेशक शिक्षक वेलफेयर एसोसिएशन, उ०प्र०*
धरना अपडेट (तीसरा दिन)
धरना अपडेट (तीसरा दिन)
सम्मानित अनुदेशक साथियो को नमस्कार
*मित्रों आत्मदाह की चेतावनी अब जंगल में आग का काम जैसा कर रही है।चेतावनी के बाद आज प्रशासन नींद से जागा और मेरे मना करने के बाद भी अनुरोध करके निदेशक, राज्य परियोजना निदेशालय से प्रतिनिधि मण्डल की मुलाकात कराने के लिए ले गये।प्रतिनिधि मण्डल में मैं, तेजस्वी शुक्ल(प्रदेश अध्यक्ष),भोला नाथ पाण्डेय(प्रदेश महासचिव),प्रियंक मिश्रा(प्रदेश उपाध्यक्ष),विशाल श्रीवास्तव(प्रदेश सचिव) शामिल रहे*।
प्रतिनिधि मण्डल की वार्तालाप में निदेशक महोदय ने सभी मांगों को ध्यान से सुना और कहा कि यह मांग उनके स्तर की नहीं बल्कि शासन स्तर की हैं।इसलिए वो इसपर कोई निर्णय नहीं ले पायेंगे।उन्होंने और प्रशासन के अधिकारियों ने कहा कि आप लोग धरना समाप्त कर लें और शासन स्तर पर आपकी मुलाकात प्रमुख सचिव जी से करा दी जायेगी।
संगठन के सभी मौजूद पदाधिकारियों से सलाह लेते हुए यह निर्णय लिया गया कि अब आर-पार की लडाई लडे बिना पीछे नहीं हटना है।और जैसा कि पहले से घोषित किया गया था कि आज से आमरण अनशन शुरू कर दिया जायेगा लेकिन प्रशासन के द्वारा दो दिन में मुलाकात कराने का आश्वासन देकर आमरण अनशन न करने का निवेदन करने पर आज से मैं तेजस्वी शुक्ला( प्रदेश अध्यक्ष)और मेरे साथ भोला नाथ पाण्डेय,सुशील पाण्डेय (बुंदेलखंड जोन प्रभारी), सर्वेश द्विवेदी(जिला महामंत्री जौनपुर) ने आज से भूख हडताल शुरू कर दिया और यह चेतावनी भी दे दिया है कि दो दिन में अगर मुलाकातनहीं कराई जाती है तो रविवार से यह भूख हड़ताल आमरण अनशन में बदल जायेगा।
*साथियों मैंने अब आपके सम्मान की रक्षा के लिए अपनी जिंदगी दांव पर लगा दिया है।अब आप लोग साथ देकर अपने और मेरे सम्मान की सुरक्षा करें या फिर मेरी मैय्यत को कंधा देने के लिए ही आईएगा।मैंने अपना सबकुछ दांव पर लगा दिया है*।
. साथियो मै अब मै अपनी माँगो को लेकर किसी प्रकार से समझौता करने वाला नही हूँ न ही करूगा पर साथियो अब आप सभी धरने स्थल पर साथ चाहिये।
आपका संघर्षो का साथी
तेजस्वी शुक्ला
प्रदेश अध्यक्ष
उच्च प्राथमिक अनुदेशक शिक्षक वेलफेयर एसोसिएशन उत्तर प्रदेश
मो०9670923000
सभी साथियों के साथ मुख्यमंत्री जी का उनके आवास पर घेराव करने की पूरी कोशिश किया गया
मित्रों,संगठन ने धरना लगा दिया है और टेंट, माइक और बैठने की व्यवस्था भी कर दिया है।अब अगर इस जंग में हम,आप सबकी लापरवाही के वजह से पीछे रह जाते हैं तो निवेदन है सोशल मीडिया के जांबाजों से कि कभी भी संगठन को दोष देने की गलती मत करिएगा।संघर्ष के इस अंतिम सत्र में जो लोग ईमानदारी से संघर्ष कर ले रहे हैं वो मनवांछित चीज पा भी ले रहे है।संगठन के पदाधिकारी अपनी पूरी कोशिश कर रहे हैं और करते भी रहेंगे।आप लोग अगर अपने अपने घरों में छुप कर बैठे रह जाते है या अपने अपने प्रधानाध्यापक की सेवा में ही लगे रह जाते हैं तो अभी तो नहीं आने वाले दिनों में केवल पश्चाताप ही हाथ रह जायेगा।
पदाधिकारियों से भी एक आग्रह है कि जो पदाधिकारी पद लेकर अपने पद के साथ न्याय नहीं कर पा रहे हैं मुझे लगता है कि अनुदेशक हित में उन्हें स्वेच्छा से अपना पद छोड़ कर किसी समर्पित अनुदेशक को आगे लाना चाहिए। अनुदेशक साथियों से भी अनुरोध है कि अपने जिले से प्रदेश पदाधिकारी,जिला कार्यकारिणी और ब्लाक कार्यकारिणी के पदाधिकारियों से भी यह पूंछना चाहिए कि वो संघर्ष में कितना साथ दे रहे हैं।अगर किसी कारण वश साथ नहीं दे पा रहे हैं तो पद लेकर ही क्यों बैठे हैं।
मित्रों कल सभी साथियों के साथ मुख्यमंत्री जी का उनके आवास पर घेराव करने की पूरी कोशिश किया गया था लेकिन उनका लगातार स्वमी रामदेव के साथ कार्यक्रम होने के कारण यह पूरा न हो पाया लेकिन कल शुक्रवार को एकबार फिर से प्रयास किया जायेगा।आज से प्रदेश अध्यक्ष तेजस्वी शुक्ल,मैं भोला नाथ पाण्डेय, सुशील पाण्डेय(बुंदेलखंड जोन प्रभारी),सर्वेश द्विवेदी(जिला महामंत्री जौनपुर) भूख हड़ताल पर बैठ गये हैं और आत्मदाह की चेतावनी भी दे दिया गया है। आत्मदाह की चेतावनी के बाद प्रशासन अत्यधिक सक्रिय हो गया है और माननीय मुख्यमंत्री जी से मुलाकात कराने की लगातार कोशिश कर रहे हैं।
कल कुछ साथी(नेताजी लोग) धरना स्थल पर चोरी से यह देखकर खुश होने के लिए आये थे कि धरने में संख्या बल नहीं है।उन साथियों को शर्म आनी चाहिए कि अनुदेशकों के धरने को फ्लाप होते देखना चाहते हैं।आना है तो सडक के किनारे चोरी से नहीं बल्कि मंच तक आइए और सहयोग करिए जैसा कि उच्च प्राथमिक अनुदेशक शिक्षक वेलफेयर एसोसिएशन ने आगे बढ़कर किया था।सफलता मिलेगी तो सबको मिलेगी और अगर कदाचित कुछ गलत होता है तो वह सबके साथ ही गलत होगा।
अंत में आप सबसे हाथ जोड़कर अनुरोध है कि चाकरी जैसे महत्वपूर्ण कार्य से दो दिन निकाल कर अपने अधिकार के लिए हो रहे संघर्ष में साथ दे दीजिए।वहाँ विद्यालय में समय देने पर आपको अपने प्रधानाध्यापक और अधिकारियों के नजदीक पंहुचाने और अच्छे ढंग से चाकरी करने का मौका मिलेगा जबकि यहाँ समय देने पर आप अपने अधिकारों के नजदीक जायेंगे और ससम्मान जीवन जीने का अच्छा मौका मिल सकता है।
-......तो निकलिए घरों से और पंहुचिए धरने में.....-
आपके संघर्षों का साथी
भोला नाथ पाण्डेय
प्रदेश महासचिव
9936451852(W)
उच्च प्राथमिक अनुदेशक शिक्षक वेलफेयर एसोसिएशन, उ०प्र०
सातवें वेतन आयोग लागू होने बाद 'पे बैंड और ग्रेड पे' के अनुसार अब यह होगा न्यूनतम वेतन
पेड बैंड एक : 5200-20200
ग्रेड पे नई बेसिक पे नया न्यूनतम वेतन
1650 तक 6580 16900
1800 7000 18000
1900 7730 19900
2000 8460 21700
2400 9910 25500
2800 11360 29200
--------------
पे बैंड दो : 9300-34800
ग्रेड पे नई बेसिक पे नया न्यूनतम वेतन
3200 12500 32100
3600 12900 33200
4000 13300 34200
4200 13500 35400
4600 17140 44900
4800 18150 47600
5400 20280 53100
-----------
पे बैंड तीन : 15600-39100
ग्रेड पे नई बेसिक पे नया न्यूनतम वेतन
6000 24600 65700
6400 25000 66800
6600 25350 67700
7600 29500 78800
8000 33110 88400
-------------
पे बैंड चार : 37400-67000
ग्रेड पे नई बेसिक पे नया न्यूनतम वेतन
8700 46100 118500
8800 46200 118700
8900 46300 123600
9500 46900 125200
9800 47200 126000
10000 47400 128900
---------------
एचएजी स्केल : 67000-79000
ग्रेड पे नई बेसिक पे नया न्यूनतम वेतन
--- 67000 182200
कमेटी ने सिफारिश की है कि ग्रुप सी और डी कर्मचारियों को जो अंतरिम राहत 2000 रुपये प्रति महीना और पुलिस व जेल मुलाजिमों को मिल रहा 5000 रुपये रिस्क अलाउंस एरियर में एडजस्ट कर लिया जाए। सालाना करीब 1650 करोड़ रुपये का असर पड़ेगा।
कल सभी साथियों के साथ मुख्यमंत्री जी का उनके आवास पर घेराव करने की पूरी कोशिश किया गया
मित्रों,संगठन ने धरना लगा दिया है और टेंट, माइक और बैठने की व्यवस्था भी कर दिया है।अब अगर इस जंग में हम,आप सबकी लापरवाही के वजह से पीछे रह जाते हैं तो निवेदन है सोशल मीडिया के जांबाजों से कि कभी भी संगठन को दोष देने की गलती मत करिएगा।संघर्ष के इस अंतिम सत्र में जो लोग ईमानदारी से संघर्ष कर ले रहे हैं वो मनवांछित चीज पा भी ले रहे है।संगठन के पदाधिकारी अपनी पूरी कोशिश कर रहे हैं और करते भी रहेंगे।आप लोग अगर अपने अपने घरों में छुप कर बैठे रह जाते है या अपने अपने प्रधानाध्यापक की सेवा में ही लगे रह जाते हैं तो अभी तो नहीं आने वाले दिनों में केवल पश्चाताप ही हाथ रह जायेगा।
पदाधिकारियों से भी एक आग्रह है कि जो पदाधिकारी पद लेकर अपने पद के साथ न्याय नहीं कर पा रहे हैं मुझे लगता है कि अनुदेशक हित में उन्हें स्वेच्छा से अपना पद छोड़ कर किसी समर्पित अनुदेशक को आगे लाना चाहिए। अनुदेशक साथियों से भी अनुरोध है कि अपने जिले से प्रदेश पदाधिकारी,जिला कार्यकारिणी और ब्लाक कार्यकारिणी के पदाधिकारियों से भी यह पूंछना चाहिए कि वो संघर्ष में कितना साथ दे रहे हैं।अगर किसी कारण वश साथ नहीं दे पा रहे हैं तो पद लेकर ही क्यों बैठे हैं।
मित्रों कल सभी साथियों के साथ मुख्यमंत्री जी का उनके आवास पर घेराव करने की पूरी कोशिश किया गया था लेकिन उनका लगातार स्वमी रामदेव के साथ कार्यक्रम होने के कारण यह पूरा न हो पाया लेकिन कल शुक्रवार को एकबार फिर से प्रयास किया जायेगा।आज से प्रदेश अध्यक्ष तेजस्वी शुक्ल,मैं भोला नाथ पाण्डेय, सुशील पाण्डेय(बुंदेलखंड जोन प्रभारी),सर्वेश द्विवेदी(जिला महामंत्री जौनपुर) भूख हड़ताल पर बैठ गये हैं और आत्मदाह की चेतावनी भी दे दिया गया है। आत्मदाह की चेतावनी के बाद प्रशासन अत्यधिक सक्रिय हो गया है और माननीय मुख्यमंत्री जी से मुलाकात कराने की लगातार कोशिश कर रहे हैं।
कल कुछ साथी(नेताजी लोग) धरना स्थल पर चोरी से यह देखकर खुश होने के लिए आये थे कि धरने में संख्या बल नहीं है।उन साथियों को शर्म आनी चाहिए कि अनुदेशकों के धरने को फ्लाप होते देखना चाहते हैं।आना है तो सडक के किनारे चोरी से नहीं बल्कि मंच तक आइए और सहयोग करिए जैसा कि उच्च प्राथमिक अनुदेशक शिक्षक वेलफेयर एसोसिएशन ने आगे बढ़कर किया था।सफलता मिलेगी तो सबको मिलेगी और अगर कदाचित कुछ गलत होता है तो वह सबके साथ ही गलत होगा।
अंत में आप सबसे हाथ जोड़कर अनुरोध है कि चाकरी जैसे महत्वपूर्ण कार्य से दो दिन निकाल कर अपने अधिकार के लिए हो रहे संघर्ष में साथ दे दीजिए।वहाँ विद्यालय में समय देने पर आपको अपने प्रधानाध्यापक और अधिकारियों के नजदीक पंहुचाने और अच्छे ढंग से चाकरी करने का मौका मिलेगा जबकि यहाँ समय देने पर आप अपने अधिकारों के नजदीक जायेंगे और ससम्मान जीवन जीने का अच्छा मौका मिल सकता है।
-......तो निकलिए घरों से और पंहुचिए धरने में.....-
आपके संघर्षों का साथी
भोला नाथ पाण्डेय
प्रदेश महासचिव
9936451852(W)
उच्च प्राथमिक अनुदेशक शिक्षक वेलफेयर एसोसिएशन, उ०प्र०
कोई भी लक्ष्य बड़ा नही
*कोई भी लक्ष्य बड़ा नहीं ,*
*जीता वही जो डरा नहीं |*
*सभी साथियो को नमस्कार*
साथियो धरने में संख्या देखकर बहुत निराशा हुई।धरने के शुरू होने से पहले हमारे बहुत से साथी ग्रुप पर सक्रिय दिख रहे थे बहुत हल्ला बोला जा रहा था पर जब जमीनी स्तर पर लड़ने की बारी आई तो सभी शांत होकर घरो में बैठ गए। साथियो आज मैं आप सभी से बस एक बात पूछना चाहता हूँ संगठन जो अनुदेशक हित के लिए अपना घर छोड़कर लखनऊ में अनुदेशक हित के लिए लड़ रहा है उसका फायदा क्या सिर्फ पदाधिकारियो को होगा आप लोगो का क्या कोई लाभ नही या आप सभी ने एक मानसिकता बना ली है कि हमे तो धरने में नही जाना जब कुछ भला होगा तो हमारा भी हो जायेगा। साथियो लड़ाई कभी भी अकेले नही जीती जाती लड़ाई को जीतने के लिए आवश्यक है संख्या बल पर हमारा संख्या बल तो घरो में बैठा हुआ है और व्हटसप और फेसबुक के जरिये धरने पर नजर बनाये हुए है। साथियो ये वक़्त ऐसा है जिस भी संगठन ने अपना संख्या बल दिखया है उसे कुछ न कुछ मिला जरूर है। साथियो क्या हम अनुदेशक इतने सक्षम नही की एक बार संख्या बल का एहसास करा कर शासन को मजबूर कर दे अपनी मांगो को मनवाने के लिए साथियो अब कायरता छोड़ो अब घरो में बैठकर कुछ भी हासिल नही होने वालाआइये हम सब साथ मिलकर इस अनुदेशक हित की लड़ाई को लड़े और दिखा दे अनुदेशको की ताक़त को और छीन ले अपना हक़ और सम्मान। क्योंकि ये इस चुनावी वर्ष की अंतिम लड़ाई है और अगर हम सबने अपनी शक्ति का प्रदर्शन कर दिया तो सफलता निश्चित ही प्राप्त होगी। इसलिए सभी साथियो से मेरा विनम्र निवेदन हैं आप सभी धरना स्थल पर जरूर पहुंचे।
*हौसले बुलन्द कर रास्तो पर चल दे,*
*तुझे तेरा मुकाम मिल जायेगा,*
*अकेला तू पहल कर,*
*काफिला खुद ब खुद बन जायेगा!!!*
*निवेदक*
*मुकेश सिंह तोमर*
*प्रदेश मंत्री*
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