4.12.16

धरने के पांचवा दिन

सभी साथियों को नमस्कार..(पांचवा दिन)
मित्रों धरने के पांचवें दिन आज भी भूँख हडताल जारी है।पूरे जोश और जज्बात के साथ सभी पदाधिकारी तन मन धन से धरने को सफल करने के लिए प्राणों की बाजी लगाकर बैठे हैं।हालाँकि संख्या बल तो कम ही इकट्ठा हो पा रही है लेकिन जोश और जज्बे में कहीं कोई कमी नही है।
आत्मदाह की अनुमति का पत्र प्रशासन के पास तक पंहुचते ही हडकंप मच गया और आनन फानन में शासन में इसकी वार्ता भी शुरू हो गयी है।आज प्रशासन द्वारा जैसी जानकारी दिया गया है उससे यह स्पष्ट है कि यदि दबाव बनाने में हम कामयाब रहते हैं तो संगठन के प्रतिनिधि मण्डल की सोमवार को मुलाकात करा दिया जायेगा।
मित्रों अब यह हमारी संख्या बल पर निर्भर करेगा कि हम शासन और प्रशासन पर कितना दबाव बना पायेंगे।अगर हम अगले तीन दिनों तक संख्या बल का दबाव दिखा ले गये तो यह निश्चित मान लीजिए कि आपकी प्रमुख मांगों को मनवाने में संगठन को सफलता मिल जायेगी।
नौजवान साथियों आप सबसे हाथ जोडकर निवेदन है कि आप अपने अगले तीन दिन संगठन को दे दीजिए।संगठन आपको सफलता दिला देगी और वैसे भी संगठन तो आपके लिए सदैव तत्पर रहता है।अगले तीन दिन अनुदेशकों के भविष्य में निर्णायक साबित हो सकते हैं।
..........जय गंगा मैया............
आपके संघर्षों का साथी
भोला नाथ पाण्डेय
प्रदेश महासचिव
9936451852(W)
उच्च प्राथमिक अनुदेशक शिक्षक वेलफेयर एसोसिएशन(उ०प्र०)..
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अनुदेशक अनिश्चित कालीन धरने का आज 5 वा दिन लगातार भूख हड़ताल जारी है

अनुदेशक अनिश्चित कालीन धरने का आज 5 वा दिन लगातार भूख हड़ताल जारी है,प्रशासन हरकत मे जल्द होगी शासन स्तर पर प्रदेश प्रतिनिधि मण्डल की वार्ता ।इसलिय मेरे साथियों आप सभी लोग धरने मे पहुँच जयीये और दिखा दीजिये अनुदेशको की ताकत को ।
आपका
विशाल श्रीवास्तव
प्रदेश सचिव
9454679634
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निकलिए घरों से और पंहुचिए धरने में

मित्रों जैसाकि आप जानते हैं कि धरना 29 नवंबर से अनवरत चल रहा है और संगठन के पदाधिकारी अपने स्तर से पूरी ईमानदारी से कोशिश भी कर रहे हैं।जब तक संगठन ने धरने की घोषणा नहीं किया था तब तक तो यह लग रहा था कि संगठन केवल घोषणा भर कर दे तो अनुदेशकों का मेला उमड़ पड़ेगा।मुझे यह कहने में तनिक भी संकोच नहीं हो रहा है कि धरने में अनुदेशकों की संख्या अत्यंत कम आ रही है।कहाँ गये वो लोग जो सोशल मीडिया पर संगठन के उपर उंगली उठाने में सबसे आगे रहते हैं।कुछ लोग तो खोजते रहते है कि तेजस्वी और अन्य पदाधिकारी कहाँ हैं आज संगठन उनको खोज रहा है तो उनका कहीं पता नहीं चल रहा है।फोन करने पर तरह तरह के बहाने बताए जा रहे हैं तो मैं यह कहना चाहूँगा कि धरना स्थल पर जितने लोग आये हैं उनका भी एक परिवार है,उनको भी ठण्डक लगती है, उनके लिए भी वही कुहरा है,उन्हें भी समाज में शादी ब्याह और अन्य निमंत्रण अटेंड करने हैं और उनके साथ भी नोटबंदी की वही समस्या है।
मित्रों,संगठन ने धरना लगा दिया है और टेंट, माइक और बैठने की व्यवस्था भी कर दिया है।अब अगर इस जंग में हम,आप सबकी लापरवाही के वजह से पीछे रह जाते हैं तो निवेदन है सोशल मीडिया के जांबाजों से कि कभी भी संगठन को दोष देने की गलती मत करिएगा।संघर्ष के इस अंतिम सत्र में जो लोग ईमानदारी से संघर्ष कर ले रहे हैं वो मनवांछित चीज पा भी ले रहे है।संगठन के पदाधिकारी अपनी पूरी कोशिश कर रहे हैं और करते भी रहेंगे।आप लोग अगर अपने अपने घरों में छुप कर बैठे रह जाते है या अपने अपने प्रधानाध्यापक की सेवा में ही लगे रह जाते हैं तो अभी तो नहीं आने वाले दिनों में केवल पश्चाताप ही हाथ रह जायेगा।
पदाधिकारियों से भी एक आग्रह है कि जो पदाधिकारी पद लेकर अपने पद के साथ न्याय नहीं कर पा रहे हैं मुझे लगता है कि अनुदेशक हित में उन्हें स्वेच्छा से अपना पद छोड़ कर किसी समर्पित अनुदेशक को आगे लाना चाहिए। अनुदेशक साथियों से भी अनुरोध है कि अपने जिले से प्रदेश पदाधिकारी,जिला कार्यकारिणी और ब्लाक कार्यकारिणी के पदाधिकारियों से भी यह पूंछना चाहिए कि वो संघर्ष में कितना साथ दे रहे हैं।अगर किसी कारण वश साथ नहीं दे पा रहे हैं तो पद लेकर ही क्यों बैठे हैं।
मित्रों कल सभी साथियों के साथ मुख्यमंत्री जी का उनके आवास पर घेराव करने की पूरी कोशिश किया गया था लेकिन उनका लगातार स्वमी रामदेव के साथ कार्यक्रम होने के कारण यह पूरा न हो पाया लेकिन कल शुक्रवार को एकबार फिर से प्रयास किया जायेगा।आज से प्रदेश अध्यक्ष तेजस्वी शुक्ल,मैं भोला नाथ पाण्डेय, सुशील पाण्डेय(बुंदेलखंड जोन प्रभारी),सर्वेश द्विवेदी(जिला महामंत्री जौनपुर) भूख हड़ताल पर बैठ गये हैं और आत्मदाह की चेतावनी भी दे दिया गया है। आत्मदाह की चेतावनी के बाद प्रशासन अत्यधिक सक्रिय हो गया है और माननीय मुख्यमंत्री जी से मुलाकात कराने की लगातार कोशिश कर रहे हैं।
कल कुछ साथी(नेताजी लोग) धरना स्थल पर चोरी से यह देखकर खुश होने के लिए आये थे कि धरने में संख्या बल नहीं है।उन साथियों को शर्म आनी चाहिए कि अनुदेशकों के धरने को फ्लाप होते देखना चाहते हैं।आना है तो सडक के किनारे चोरी से नहीं बल्कि मंच तक आइए और सहयोग करिए जैसा कि उच्च प्राथमिक अनुदेशक शिक्षक वेलफेयर एसोसिएशन ने आगे बढ़कर किया था।सफलता मिलेगी तो सबको मिलेगी और अगर कदाचित कुछ गलत होता है तो वह सबके साथ ही गलत होगा।
अंत में आप सबसे हाथ जोड़कर अनुरोध है कि चाकरी जैसे महत्वपूर्ण कार्य से दो दिन निकाल कर अपने अधिकार के लिए हो रहे संघर्ष में साथ दे दीजिए।वहाँ विद्यालय में समय देने पर आपको अपने प्रधानाध्यापक और अधिकारियों के नजदीक पंहुचाने और अच्छे ढंग से चाकरी करने का मौका मिलेगा जबकि यहाँ समय देने पर आप अपने अधिकारों के नजदीक जायेंगे और ससम्मान जीवन जीने का अच्छा मौका मिल सकता है।
......तो निकलिए घरों से और पंहुचिए धरने में.....
आपके संघर्षों का साथी
भोला नाथ पाण्डेय
प्रदेश महासचिव
9936451852(W)
उच्च प्राथमिक अनुदेशक शिक्षक वेलफेयर एसोसिएशन, उ०प्र०

धरना अपडेट (पांचवा दिन)

सभी साथियों को नमस्कार..(पांचवा दिन)
मित्रों धरने के पांचवें दिन आज भी भूँख हडताल जारी है।पूरे जोश और जज्बात के साथ सभी पदाधिकारी तन मन धन से धरने को सफल करने के लिए प्राणों की बाजी लगाकर बैठे हैं।हालाँकि संख्या बल तो कम ही इकट्ठा हो पा रही है लेकिन जोश और जज्बे में कहीं कोई कमी नही है।
आत्मदाह की अनुमति का पत्र प्रशासन के पास तक पंहुचते ही हडकंप मच गया और आनन फानन में शासन में इसकी वार्ता भी शुरू हो गयी है।आज प्रशासन द्वारा जैसी जानकारी दिया गया है उससे यह स्पष्ट है कि यदि दबाव बनाने में हम कामयाब रहते हैं तो संगठन के प्रतिनिधि मण्डल की सोमवार को मुलाकात करा दिया जायेगा।
मित्रों अब यह हमारी संख्या बल पर निर्भर करेगा कि हम शासन और प्रशासन पर कितना दबाव बना पायेंगे।अगर हम अगले तीन दिनों तक संख्या बल का दबाव दिखा ले गये तो यह निश्चित मान लीजिए कि आपकी प्रमुख मांगों को मनवाने में संगठन को सफलता मिल जायेगी।
नौजवान साथियों आप सबसे हाथ जोडकर निवेदन है कि आप अपने अगले तीन दिन संगठन को दे दीजिए।संगठन आपको सफलता दिला देगी और वैसे भी संगठन तो आपके लिए सदैव तत्पर रहता है।अगले तीन दिन अनुदेशकों के भविष्य में निर्णायक साबित हो सकते हैं।
..........जय गंगा मैया............
आपके संघर्षों का साथी
भोला नाथ पाण्डेय
प्रदेश महासचिव
9936451852(W)
उच्च प्राथमिक अनुदेशक शिक्षक वेलफेयर एसोसिएशन(उ०प्र०)..
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विधानसभा अध्यक्ष एवम् शासन में पैरवी

साथियो अन्य समूह का धरना चलने वाला था इसलिये इस जानकारी को विलम्ब से डाला जा रहा है क्योकि आशंका था 28 को या 29 को पोस्ट डाला जाता तो उसका राजनीतिकरण हो जाता.............
"28 नवम्बर 2016 अपडेट"
** विधानसभा अध्यक्ष एवम् शासन में पैरवी **
पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार सुबह मेरे(राकेश पटेल) सहित प्रदेश उपाध्यक्ष धर्मेन्द्र शर्मा एवम् राजेश शुक्ला प्रदेश विधिक सलाहकार बृजेश त्रिपाठी एवम् जागरूक अनुदेशक अरुण मिश्रा-सीतापुर सुबह 8 बजे कालिदास मार्ग पर मिलते है वहाँ से हम सब विधान सभा अध्यक्ष श्री माता प्रसाद पाण्डेय जी के आवास पर निकलते है जहाँ सुबह 10:30 बजे अध्यक्ष जी से मुलाकात होती है मांगपत्र और मांगपत्र के कार्यप्रगति पर चर्चा होती है जिसमे अध्यक्ष जी द्वारा आश्वस्त किया जाता है कि आप के माँग के सापेक्ष मै आपकी मुलाकात हेतू मुख्यमंत्री जी को एवम् आपके कार्य हेतू बेसिक शिक्षा मंत्री को पत्र लिखूंगा।।
शासन में पैरवी------
11 बजे हम सब राज्य परियोजना निदेशालय पहुँचते है जहाँ पहुँचने पर पता चलता है कि spd की बैठक चल रही है जिसमे निदेशक महोदय के समक्ष हम अनुदेशको से सम्बंधित अधिकारी भी उसी बैठक में प्रतिभाग कर रहे होते है,28 को ही प्रमुख सचिव/सचिव बेसिक का चार्ज सचिव माध्यमिक श्री जितेंद्र कुमार जी को मिलता है फिर हम सब वहा समय न गवांते हुये सचिवालय पहुँचते है जहाँ माध्यमिक सचिव जे डी ए महोदय लोगो के साथ बैठक करते हुये मिलते है इसके बाद हम सब वित्त सचिव श्री अजय अग्रवाल जी से मिलते है वहाँ उनसे बहुत खुलकर बातचीत नही होने पाती है क्योकि उस समय उनकी पत्नी डेंगू से पीड़ित होती है और इनके पत्नी के भाई यानि इनके साले को हर्ट अटैक आया होता है जिसमे वो मानशिक परेशान होते है कुछ बाते क्लियर होती है जैसे 7 वे वेतन समिति की प्रारंभिक रिपोर्ट 6 या 7 दिसम्बर को शासन को सौपी जायेगी,वेतन समिति के अध्यक्ष संविदा कर्मियो को बेहतर से बेहतर लाभ मिले इसके लिए बहुत गम्भीर है ऐसा निर्देश भी दे चुके है.....
फिर वहा से हम सब अनुभाग 5 पहुँचते है जहाँ से अपने परियोजना से आये वेतन समिति की रिपोर्ट के लिए प्रगति पता किया जाता है जहाँ से पता चलता है कि आप सबके मंत्री जी एवम् सचिव,निदेशक की संयुक्त बैठक के बाद ही मैंने अनुभाग से पत्र निदेशक सर्व शिक्षा अभियान को भेज दिया है वहाँ से पुनःहम सब निदेशालय सर्व शिक्षा अभियान पहुचते है और निदेशालय में अनुदेशको का कार्य देख रहे अधिकारी श्रीवास् जी से मुलाकात होती है 1 घंटे तक लगभग कुछ नरम कुछ गर्म बातचीत होती है।।
सभी बातो को बहुत खुलकर प्रस्तुत इसलिये नही किया गया है क्योकि काम बिगड़ने न पाये
शुक्रवार को पुराने सचिव श्री अजय कुमार सिंह ने कार्यभार ग्रहण कर लिया है बाकि बाते सोमवार/मंगलवार पैरवी के उपरान्त
निष्कर्ष---- पैरवी से ये मन में पूर्ण विश्वास हो चूका है कि इस बार हम अनुदेशको को न्यूनतम् वेतनमान चाहे वो केंद्र द्वारा निर्धारित हो चुके मानक का मिले या राज्य सरकार द्वारा तय हो रहा न्यूनतम् वेतनमान मिले मगर अनुदेशको को न्यूनतम् वेतनमान मिलना लगभग तय है!!
हां एक बात और अगर अधिकारियो द्वारा लापरवाही या ढिलवाही की जाती है तो एक बार और हुँकार की आवश्यकता पड़ सकती है लगातार शासन में पैरवी चल रही है आप सब तैयार रहियेगा जैसे ही आवश्यकता महसूस होगी आप सबका आह्वाहन किया जाय।।
धन्यवाद
आपका साथी
राकेश पटेल"सिंटू"
प्रदेश अध्यक्ष
पूoमाoअनुoकoसमिति ऊoप्रo
9455788206

इन नियुक्तियों को है चुनौती, अगर मामला फंसा तो रद्द होंगी यह सभी शिक्षक भर्तियाँ

इन नियुक्तियों को है चुनौती, अगर मामला फंसा तो रद्द होंगी यह सभी शिक्षक भर्तियाँ 


हाईकोर्ट के अभी तक के आदेश , NCTE की Guideline को आधार बनाया जाए तो कुछ तथ्य स्पष्ट होते हैं: जोकि निम्न प्रकार हैं जरुर पढ़ें!!

न मैं बहुत बड़ा ज्ञानी हूँ और न होने का दावा करता हूँ बस अपनी थोड़ी बहुत समझ से कुछ कहने की हिम्मत कर रहा हूँ
हाइकोर्ट के अभी तक के आदेश , ncte की guideline को आधार बनाया जाए तो कुछ तथ्य स्पष्ट होते हैं

23 अगस्त 2010 के बाद से इस बेसिक विभाग में जो भी भर्ती हुयी हैं उनमें टेट एक अनिवार्य योग्यता है और जब से rte लागू हुई है 9बी भी अपना अस्तित्व रखता है ।

1. फिर जुलाई 11 में बीटीसी/स्पे बीटीसी की जो भर्ती हुईं क्या वो रद्द नहीं ? क्योंकि न वो टेट से हैं और न उनमे कोई वेटेज की बात है ... अगर वो सिर्फ इस बात से सेफ हैं कि उस समय स्टेट में rte नहीं था तो फिर 9770 या 10800 क्यों सेफ नहीं , क्योंकि उस समय 15थ भी रद्द नहीं था?

2. जितना मुझे पता है और जितनी अंग्रेजी मैंने पढ़ी है वेटेज का तात्पर्य अतिरिक्त अंको से होता है जैसा दूसरी भर्तियों में भी होता रहा है । वेटेज दिया तो साथ में अकादमिक मेरिट या कोई एग्जाम भी हुआ ....पर 72825 का पुराना विज्ञापन जब माया जी ने ठीक चुनाव से पहले निकाला तो उनके पास न मेरिट का समय था(जो उस समय मौजूद थी)और न परीक्षा का तो उन्होंने पूरी की पूरी मेरिट की टेट की बना दी । तो क्या तब इसको भारांक के रूप में लिया गया ?

जितनी समझ मेरी है सुप्रीम कोर्ट ऐसा कोई फैसला नहीं लेगा जो ncte की अस्पष्ट व्याख्या के कारण हज़ारो टेट पास युवकों को फिर से बेरोजगार कर दे फिर चाहे 72825 हो या शेष 80000 ....और ये मैं सिर्फ इसी बेस पर कह रहा हूँ कि इधर hc न तो 9बी पर फैसला ले पाने में सक्षम हो पा रहा है और उधर सुप्रीम कोर्ट भी 90 अंक वाले अकादमिक याची को जॉब दे रहा है ।

सुप्रीम कोर्ट का पहला काम यही हो कि पहले 23 अगस्त 2010 के बाद नॉन टेट को बाहर करे और फिर विचार करे कि जो टेट पास हैं उनको शेष रिक्त स्थानों पर समायोजित करे , आखिर सभी टेट पास एक पैमाने पर बेसिक शिक्षा के योग्य ही हैं । बेनिफिट ऑफ़ डाउट मिलना ही चाहिए , अगर ऐसा नहीं हुआ तो मैं मानूंगा कि देश में न्यायपालिका है ही नहीं क्योंकि जब उनके नियमो का पालन नहीं हो रहा था तो उसी समय ऐसी भर्तियों पर रोक क्यों नहीं लगाई ?

अभी हाल ही मे सुप्रीम कोर्ट ने फैसला दिया कि सिनेमा हाल में राष्ट्रगान बजाया जाए और जब ये नियम कोर्ट में लागू करने की बात हुई तो कोर्ट मुकर गया ...इससे स्पष्ट होता है कि कुछ भी संपूर्ण नहीं ...न मैं न आप , न टेट पास न नॉन टेट , न टेट मेरिट न अकादमिक , न न्यायपालिका और न कार्यपालिका फिर ये भर्तियां कैसे?

और अंत में यही कहूंगा कि सुप्रीम कोर्ट को मानवीय पक्ष भी देखना होगा क्योंकि न्यायिक पक्ष पर ही चिपके तो 80000 के साथ 72825 भी बाहर ही है

नहीं हटेंगे बगैर टीईटी पास सहायक अध्यापक, समायोजित शिक्षामित्रों के पक्ष में खड़ी सरकार,अब हाईकोर्ट की डबल बैंच में जाएगी सरकार: उत्तराखंड शिक्षामित्र केस

देहरादून: नहीं हटेंगे बगैर टीईटी पास सहायक अध्यापक, बगैर टीईटी पास सहायक अध्यापकों के पक्ष में खड़ी 
सरकार, अध्यापकों के लिए हाईकोर्ट की डबल बैंच में जाएगी सरकार


साभार: अमर उजाला
नहीं हटेंगे बगैर टीईटी पास सहायक अध्यापक, समायोजित शिक्षामित्रों के पक्ष में खड़ी सरकार,अब हाईकोर्ट की डबल बैंच में जाएगी सरकार: उत्तराखंड शिक्षामित्र केस

इन नियुक्तियों को है चुनौती, अगर मामला फंसा तो रद्द होंगी यह सभी शिक्षक भर्तियाँ

इन नियुक्तियों को है चुनौती, अगर मामला फंसा तो रद्द होंगी यह सभी शिक्षक भर्तियाँ 


शिक्षक भर्ती केस में सुप्रीमकोर्ट में इन प्रश्नों पर होगा विचार?

शिक्षक भर्ती केस में सुप्रीमकोर्ट में इन प्रश्नों पर होगा विचार?

एक लाख शिक्षकों के सिर पर तलवार, शैक्षणिक गुणांक पर नियुक्ति का मामला अदालत में विचाराधीन, निर्णय पर निर्भर करेंगी नियुक्तियां

एक लाख शिक्षकों के सिर पर तलवार, शैक्षणिक गुणांक पर नियुक्ति का मामला अदालत में विचाराधीन, निर्णय पर निर्भर करेंगी नियुक्तियां

एक लाख शिक्षकों के सिर पर तलवार, शैक्षणिक गुणांक पर नियुक्ति का मामला अदालत में विचाराधीन, निर्णय पर निर्भर करेंगी नियुक्तियां

एक लाख शिक्षकों के सिर पर तलवार, शैक्षणिक गुणांक पर नियुक्ति का मामला अदालत में विचाराधीन, निर्णय पर निर्भर करेंगी नियुक्तियां

शिक्षा विभाग 04/12/2016

15वें और 16वें संशोधन को निरस्त करने के पीछे क्या थीं मुख्य वजह : जानिए दीप की कलम से

7 दिसंबर लखनऊ चलो: बुढ़ापे की लाठी, पुरानी पेंशन को पाने के लिए एक साथ *ATEWA* (आल टीचर्स/इम्प्लाईज वेलफेयर एसोसिएशन) के मंच पर आकर 7 दिसम्बर 2016 को लखनऊ में विधान सभा घेराव

शिक्षक संघ ने शिक्षकों की समस्याएं शीघ्र निस्तारित करने की मांग, यह हैं मांग पत्र के बिन्दु: राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ उ0प्र0 जनपद ललितपुर

कल के हाईकोर्ट के आर्डर पर एस.के. पाठक और कपिल देव यादव का क्या कहना है पढ़ें विस्तार से ....

इन आधारों पर हाईकोर्ट ने रद्द किया था शिक्षामित्रों का समायोजन

हाईकोर्ट के अभी तक के आदेश , NCTE की Guideline को आधार बनाया जाए तो कुछ तथ्य स्पष्ट होते हैं: जोकि निम्न प्रकार हैं जरुर पढ़ें!!

नहीं हटेंगे बगैर टीईटी पास सहायक अध्यापक, समायोजित शिक्षामित्रों के पक्ष में खड़ी सरकार,अब हाईकोर्ट की डबल बैंच में जाएगी सरकार: उत्तराखंड शिक्षामित्र केस

UPTET Vs Academic: शिव कुमार पाठक जी और उनके वकील श्री खरे साहब का एक और कारनामा आज आया जूनियर स्पेशल अपीलों के आदेश के पेज संख्या 32 पर पढें जो निम्न है

PRIMARY KA MASTER: बेसिक शिक्षा न्यूज़ में आज की मुख्य खबरें

सूबे के एक लाख शिक्षकों के सिर पर लटकी तलवार, शैक्षणिक गुणांक पर नियुक्ति का मामला अदालत में है विचाराधीन, निर्णय पर निर्भर करेंगीं नियुक्तियां, देखें सुप्रीम कोर्ट में किन प्रश्नों पर होगा विचार

CISCE की परीक्षाएं फरवरी में, कार्यक्रम जारी

परिषदीय स्कूल की दीवार ढहने से 24 बच्चे दबे, तीन की मौत, 15 की हालत नाजुक

शिक्षा की बात करना बेमानी, बेसिक परिषदीय शिक्षा पर विशेष लेख

स्कूल में पढ़ाएं या बैंक में लाइन लगाएं....! शिक्षकों के खाते में पहुंचा वेतन पर जेब खाली

132 स्कूलों में 12 दिसम्बर को होगा सोशल ऑडिट, हर परिषदीय स्कूलों में पहुंचे पत्रक

अध्यापकों को मिला दस हजार रूपये भुगतान करने का आश्वासन, वेतनभोगी शिक्षकों को मिली राहत

एक ही कमरे में बनता खाना, बच्चे करते पढाई: स्कूलों का सच

बेसिक शिक्षा विभाग द्वारा RTE 2009 के तहत किए गए इस वर्ष के कार्यों का लेखा-जोखा

शिक्षक बनाएंगे रणनीति,कोर्ट में चल रही सुनवाई एवं अवशेष शिक्षा मित्रों के समायोजन कराने को विचार

वेतन अटका तो प्रबंध समिति पर कार्रवाई, अशासकीय मा. विद्यालयों की शिक्षिकाओं को अवकाश देने का मामला, वेतन वितरण अधिनियम के तहत हो कार्रवाई