कानपुर : बीएड, बीपीएड, एमएड, एमपीएड व बीटीसी समेत अन्य शिक्षण प्रशिक्षण कोर्स में व्यापक बदलाव की तैयारी शुरू हो चुकी है। नेशनल काउंसिल फॉर टीचर एजुकेशन अधिनियम 2014 में बदलाव करने जा रहा है। इसका खाका तैयार करने के साथ कमेटी गठित कर दी गई है। प्रदेश के बीएड कालेजों में कोर्स में बदलाव को लेकर पिछले दिनों उत्तर प्रदेश स्ववित्तपोषित महाविद्यालय एसोसिएशन का
प्रतिनिधिमंडल भी एनसीटीई के मेंबर सेक्रेट्री संजय अवस्थी से मिला था। एनसीटीई की ओर से गठित की गई कमेटी में एसोसिएशन के सुझावों को शामिल किया जा रहा है। कालेज प्रबंधन ने बीएड व एमएड के कोर्स को दो साल की बजाए फिर से एक साल का किए जाने की सिफारिश की है। इसके अलावा बीएड व एमएड कालेजों में शिक्षकों की कमी के चलते व छात्र का अनुपात 1:15 से बढ़ाकर 1:25 करने का सुझाव दिया गया है।नए सत्र से बदलेगा शिक्षण-प्रशिक्षण कोर्स
प्रतिनिधिमंडल भी एनसीटीई के मेंबर सेक्रेट्री संजय अवस्थी से मिला था। एनसीटीई की ओर से गठित की गई कमेटी में एसोसिएशन के सुझावों को शामिल किया जा रहा है। कालेज प्रबंधन ने बीएड व एमएड के कोर्स को दो साल की बजाए फिर से एक साल का किए जाने की सिफारिश की है। इसके अलावा बीएड व एमएड कालेजों में शिक्षकों की कमी के चलते व छात्र का अनुपात 1:15 से बढ़ाकर 1:25 करने का सुझाव दिया गया है।नए सत्र से बदलेगा शिक्षण-प्रशिक्षण कोर्स