20.12.16

अनियमितता पर नपे प्राथमिक विद्यालयों के 51 प्रधानाध्यापक, मध्याह्न् भोजन में लापरवाही बरतने वाले दस ग्राम प्रधानों पर भी कार्रवाई: गोरखपुर

गोरखपुर : जिलाधिकारी संध्या तिवारी के दिशा-निर्देश पर जिले भर के चयनित अधिकारियों ने परिषदीय प्राथमिक विद्यालयों का औचक निरीक्षण शुरू कर दिया है। प्रथम चरण के निरीक्षण में विद्यालयों में व्याप्त अनियमितता और शिक्षकों की उदासीनता की पोल खुल गई है। जांच रिपोर्ट के आधार जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी ओम प्रकाश यादव ने जनपद के 51 विद्यालय के प्रधानाध्यापकों का वेतन अगले आदेश तक रोक दिया है। साथ ही स्पष्टीकरण भी मांगा है। 1जिलाधिकारी के निर्देश पर जिला से लगायत ब्लाक स्तर के अधिकारी विद्यालयों की जांच कर रहे हैं। इसके लिए अधिकारियों की सूची भी बनाई गई है। प्रथम चरण की जांच में ही परिषदीय विद्यालय के पठन-पाठन के व्यवस्था की कलई खुल गई है। कहीं पढाई नहीं हो रही है, तो कहीं
अध्यापक ही विद्यालय नहीं पहुंच रहे। अधिकतर विद्यालयों में तो नामांकन के सापेक्ष छात्रों की संख्या बहुत कम पाई जा रही है। 100 की जगह दस छात्र पढ़ने आते हैं। यही नहीं बजट के बाद भी स्कूलों में न मध्याह्न् भोजन बन रहा और न दूध और फल का वितरण हो रहा है। बीएसए ने शिक्षकों को निर्देशित किया है वे विद्यालय में हर हाल में शिक्षा का माहौल तैयार करें। कभी भी औचक निरीक्षण हो सकता है। मौके पर ही कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी। अब कहीं कोई लापरवाही नहीं चलेगी।

सहायक अध्यापक निलंबित : ग्रामीणों की शिकायत पर बीएसए ने पिपरौली विकास खंड स्थित प्राथमिक विद्यालय ककना के सहायक अध्यापक गिरीश चंद गौतम को निलम्बित कर दिया है। अध्यापक पर आरोप था कि वह रोजाना मध्यावकाश में ही स्कूल से चले जाते हैं। शिकायत पर जांच कराई गई तो आरोप सही पाया गया।
दस ग्राम प्रधानों पर भी होगी कार्रवाई : मध्याह्न् भोजन में लापरवाही बरतने वाले दस ग्राम प्रधानों पर भी कार्रवाई होगी। जांच रिपोर्ट के आधार पर डीपीआरओ को कार्रवाई के लिए पत्र लिखा गया है। निरीक्षण में 50 विद्यालयों में इंडियामार्क हैंडपंप खराब पाए गए हैं। मुख्य विकास अधिकारी के निर्देश पर संबंधित अधिशासी अभियंता को पत्र लिखा गया है। दर्जनों विद्यालय के शौचालय बदहाल पाए गए हैं, इसको दुरुस्त कराने के लिए भी निर्देशित किया गया है। जिलाधिकारी के निर्देश पर स्कूलों की औचक जांच जारी रहेगी।