नहीं सुधरे ‘गुरु जी’ तो कार्रवाई पक्की, शिक्षकों के कार्यो का होगा मूल्यांकन
यूपी बोर्ड के हाईस्कूल व इंटरमीडिएट की परीक्षाएं कुछ माह में होने वाली हैं। मगर अभी तक 60 प्रतिशत तक ही कोर्स विद्यार्थियों का पूरा हो सका है। अधूरे कोर्स के लिए जिम्मेदार शिक्षकों पर डीआइओएस ने शिकंजा कस दिया है। डायरी अपडेट नहीं करने वाले शिक्षकों पर प्रशासनिक कार्रवाई होगी। 1दरअसल बोर्ड परीक्षा के मद्देनजर कई बार डीआइओएस ने शिक्षकों को गणित, विज्ञान, हंिदूी, अंग्रेजी, फिजिक्स, रसायन शास्त्र समेत कई विषयों के कोर्स पूरा कराने के निर्देश दिए थे। इसके बावजूद स्थिति में कोई सुधार नहीं हुआ। इस पर डीआइओएस ने कोर्स पूरा न कराने वाले शिक्षकों पर शिकंजा कसते हुए प्रधानाचार्य को निर्देश दिए हैं कि मातहत शिक्षकों को डायरी अपडेट कराने को कहें। निरीक्षण के दौरान डायरी अपडेट नहीं पाए जाने पर संबंधित शिक्षक पर प्रशासनिक कार्रवाई की जाएगी। इतना ही नहीं डायरी में झूठी सूचना अंकित करना महंगा पड़ेगा क्योंकि डायरी में दर्ज कोर्स की पड़ताल विद्यार्थियों से की जाएगी। निरीक्षण पर जाने वाले अफसर विद्यार्थियों से पूछताछ करेंगे कि कोर्स की क्या हकीकत है। शिक्षक के द्वारा निरीक्षण टीम को गुमराह किया गया तो उसे महंगा पड़ेगा। जांच टीम संबंधित शिक्षक की प्रगति रिपोर्ट निर्धारित प्रोफार्मा पर भरकर डीआइओएस कार्यालय में जमा करेगी। प्रोफार्मा में दर्ज सूचनाओं के आधार पर ही संबंधित विषय के शिक्षक पर प्रशासनिक कार्रवाई की संस्तुति डीआइओएस करेंगे। 1जिला विद्यालय निरीक्षक गोविंद राम ने बताया कि शिक्षा सत्र अप्रैल में शुरू हो गया था। माध्यमिक शिक्षा परिषद ने पहले ही कोर्स से संबंधित कैलेंडर जारी कर रखा है। माहवार कोर्स पूरा कराने का लक्ष्य शिक्षक को दिया जा चुका है। इसके बाद भी शिक्षक अपनी कार्य प्रणाली में सुधार नहीं लाते हैं तो उन पर कार्रवाई निश्चित है।