22.12.16

स्नातक की डिग्री, समझ हाईस्कूल से कम

जागरण संवाददाता, आगरा: संविदा सफाई कर्मचारियों की भर्ती में भाग ले रहे उच्च शिक्षा प्राप्त अभ्यर्थियों की पोल साक्षात्कार में खुल रही है। परास्नातक और स्नातक की डिग्रियां लेकर साक्षात्कार में पहुंच रहे ऐसे अभ्यर्थी हाईस्कूल स्तर के सवालों का जवाब नहीं दे पा रहे हैं।
सफाई कर्मचारियों की भर्ती के लिए 1778 पदों के लिए 64 हजार आवेदकों ने फार्म भरे थे। पिछले 10 दिनों से नगर निगम में साक्षात्कार के द्वारा अभ्यर्थियों में से काबिल अभ्यर्थियों को तलाशा जा रहा है। भर्ती में सामान्य और उच्च शिक्षा प्राप्त अभ्यर्थियों के आवेदन से यह भर्ती शुरुआत से ही चर्चा में रही है। बड़ी संख्या में परास्नातक और स्नातक पास युवक दौड़ में होने से यह कहा जा रहा था कि बेरोजगारी के चलते देश का शिक्षित युवा वर्ग सफाई जैसे काम करने में भी परहेज नहीं कर रहा है, लेकिन अब तक हुए साक्षात्कार में इन अभ्यर्थियों की पोल खुल रही है। भर्ती प्रक्रिया में शामिल टीम के सदस्यों से बातचीत के आधार पर सामने आया है कि उम्मीदवार भले ही
बीएससी और बीएड जैसी डिग्रिया धारक हैं, लेकिन उनका शिक्षा का स्तर बेहद कमजोर है। बीएससी पास अभ्यर्थी को हाईस्कूल के सूत्र पता नहीं हैं। यही हालत कॉमर्स और आर्ट्स विषयों के लोगों की है। समिति के सदस्यों के मुताबिक पढ़े लिखे युवाओं का ऐसा शैक्षिक स्तर देखकर वह भी हतप्रभ हैं।
एक चौथाई ने छोड़ा साक्षात्कार
संविदा सफाई कर्मचारियों की भर्ती के लिए भले ही 64 हजार से अधिक आवेदन आए हों, लेकिन झाड़ू लगाकर और नाला साफ करके प्रायोगिक परीक्षा देने की हिचक में बड़ी संख्या में आवेदक साक्षात्कार छोड़ रहे हैं। पिछले 3 दिनों से कॉल लेटर के द्वारा अभ्यर्थियों को साक्षात्कार के लिए बुलाया जा रहा है। नगर निगम सूत्रों के मुताबिक सोमवार को 200 छात्रों में 132, मंगलवार को 168 और बुधवार को 141 मौजूद रहे। इस तरह देखा जाए तो अब तक एक चौथाई अभ्यर्थी परीक्षा छोड़ चुके हैं।