15.3.17

12640 शिक्षक भर्ती में एक से अधिक ज़िलों में आवेदन का चक्कर

अधिक सीट वाले जनपदों में डी एड और बी एल एड वाले अभ्यर्थियों द्वारा भारी संख्या में फर्जी आवेदन हुए हैं। कुछ बी टी सी भाई सचिव के आदेश को तोड़ मरोड़ कर ऐसे पेश कर रहे हैं जैसे उनके पास बेसिक शिक्षा अधिकारी की शक्तियां आ गयी हों।समस्त बी टी सी आवेदकों को सर्वप्रथम डी एड और बी एल एड के खिलाफ एकजुट होना चाहिए क्योंकि इसी में सफलता मिल सकती है और ऐसे ही आवेदन रद्द किया जा सकते हैं।

एक से अधिक आवेदन करने वाले अभ्यर्थियों को कूट रचित अथवा फर्जी नही कहा जा सकता। अभ्यर्थन हेतु जो दावा वो प्रस्तुत कर रहे हैं उसके लिए उनके पास वैलिड अंकपत्र और प्रमाण पत्र मौजूद है। 

ये अभ्यर्थी काउन्सलिंग भी किसी एक ही जनपद से कराएँगे और काउन्सलिंगहोने के बाद ही इनके लिए बेसिक शिक्षा अधिकारी द्वारा निर्णय लिया जा सकता है। 
एक ही जनपद से काउन्सलिंग कराने का तात्पर्य अभ्यर्थन का दावा किसी एक ही जनपद से प्रस्तुत करने से है। पूर्व की भर्तियों में आवेदकों द्वारा एक ही जनपद में कई आवेदन के चलते उनकेअभ्यर्थन को रद्द नही किया गया बल्कि जिस रजिस्ट्रेशन नंबर पर उन्होंने अपना दावा प्रस्तुत किये उसके आधार पर उन्हें नौकरी दी गयी।

डी एड और बी एल एड अभ्यर्थी पूर्णतया फर्जी हैं और इन्हें काउन्सलिंग से पहले ही रोका जा सकता है. ऊर्जा से लबरेज़ लोग टीम बनाकर सही दिशा में प्रयास करें सफलता मिलनी तय है।
फर्ज़ी चल रहे संदेश- 

1.केवल ओरिजनल दस्तावेजो से होगी काउंसलिंग।फोटो कॉपी गया कलर्ड प्रिंट आउट वाले दस्तावेज मान्य नही। 

2.बाह्य जनपद का बनेगा अलग काउंटर।

3.बाह्य जनपदों के अभ्यर्थियों का 15 व् 16 हज़ार की भाति ऑफलाइन सत्यापन कराने के बाद दिया जाएगा नियुक्ति पत्र।

4. कोई कागज़ न होने पर उसकी पूर्ति के लिए दिया जाने वाला एफेडेविट मान्य नही किया जायेगा।

5.शिक्षमित्र जिन्हीने 16448 में आवदेन किया था ,उन्हें अभी तक जोइनिंग लेटर नही मिला है अतः वह काउंसलिंग कराकर सीट बर्बाद न करे। लेटर इस भी नही मिलेगा।

6.ऐसे अभ्यर्थी जिनका एक से अधिक जगह आवेदन है वे कृपया यहाँ न आये उनकी सूचि निकाल रख ली गयी, और सिन्हा जी के आदेश के साथ सलंग्न है।

7. ऐसे लोग जिनक डीएड नार्मल है मतलब ,सर्टिफिकेट पे स्पेशल नही लिखा है, उनका डीएड मान्य नही होगा।

8.बीएलएड वाले बच के रहे, पूरी जांच के बाद लेटर मिलेगा।

किन किन जगहों का ded bled बेसिक में मान्य है या कौन कौन से संस्थानों को ded bled कराने की मान्यता है उसकी लिस्ट निकाल ली गई है। अतः अगर आपका कॉलेज उसके अंडर नही है तो सतर्क रहें।

9.टेट पहले और प्रशिक्षण बाद में पूरा हो रहा हो ऐसे अभ्यर्थी दूर रहे।

16448 में 11 फ़र्ज़ी पकड़े गए थे जिनपर fir हुई, और कागज़ आज भी यही पड़े हुए है।