** प्रिय अनुदेशक साथियो **
नमस्कार
(मानदेय बढोत्तरी/पैब 2017-18 के सम्बन्ध में)
जैसा कि पूर्व में भी अवगत कराया गया था कि सोमवार से मंगलवार तक स्थितियां स्पष्ट हो जाएँगी जिसके सम्बन्ध में कल मानव संसाधन विकास मंत्रालय नई दिल्ली से दोपहर 12 बजे ये स्पष्ट हो गया कि
केंद्र सरकार pab की मीटिंग में 17000 के प्रस्ताव को विस्तारपूर्वक चर्चा परिचर्चा की और अपने हिस्से का 60% देने को भी तैयार रही परन्तु राज्य सरकार के द्वारा अपने 40% के हिस्से के बजट देने में बार बार अक्षमता जाहिर करती रही जिसमे केंद्रीय समिति ने समीक्षा करने के बाद राज्य सरकार से अनुदेशक मानदेय का स्पष्ट प्रस्ताव नोटिफिकेशन जारी करते हुये पुनः अविलम्ब भेजने को कहा है अभी लगभग 7 से 8 दिन का समय हम सबके पास है मिनट्स जारी होने से पहले अगर हम सब प्रस्ताव नोटिफिकेशन जारी करते हुये भिजवाने में कामयाब हो गए तो बिना कटौती जा रहे प्रस्ताव को मंजूरी मिल जायेगी।।
साथियो जो सरकार के लायक अधिकारी पैब मीटिंग में हमारा पक्ष नहीं रख रहे थे तो प्रस्ताव में कितना मजबूत तर्क रखेगी आप सब खुद सोच सकते है और ज्यादा संभावना है नए प्रस्ताव में द्वेषपूर्ण तरीके से 17000 ना भेजे प्रस्ताव अबकी बार पूर्णतया आदेश होकर mhrd में जाये और पूर्णतया बिना कटौती के पास हो इस हेतु प्रदेश के सभी संघ के प्रदेश अध्यक्ष सहित सम्पूर्ण कार्यरत 32000 अनुदेशको से अनुरोध है कि अपने अपने बैनर के साथ आये क्योकि वहाँ कोई मंच नही होगा अपने अधिकारो को पाने के लिए दिनाक 6 अप्रैल 2017 दिन बृहस्पतिवार को राज्य परियोजना कार्यालय सर्व शिक्षा अभियान निशांतगंज लखनऊ में धरने पर पहुचे जिससे अनुदेशको के मानदेय का प्रस्ताव अविलम्ब 17000 का नोटिफिकेशन जारी कराते हुये भिजवाया जा सके जिससे इस सत्र से अनुदेशक सम्मानजनक स्थिति पर आ सके।।
ये मानदेय प्रस्ताव सभी अनुदेशको से सम्बंधित मामला है आपसी भेदभाव छोड़कर एक जुट होकर धरने में पहुँचे...कल शाम 4 बजे ही धरने की जानकारी निदेशालय को दे दी गयी है।।
"अब अपने भाग्य का फैसला अनुदेशक साथियो के अपने हाथ में ही है या तो संख्या बल के साथ एक साथ आकर अपनी एकता का ताकत दिखाकर अपने अधिकारो को छीन सकते है या घर बैठे दुसरो को कोस सकते है.......
नमस्कार
(मानदेय बढोत्तरी/पैब 2017-18 के सम्बन्ध में)
जैसा कि पूर्व में भी अवगत कराया गया था कि सोमवार से मंगलवार तक स्थितियां स्पष्ट हो जाएँगी जिसके सम्बन्ध में कल मानव संसाधन विकास मंत्रालय नई दिल्ली से दोपहर 12 बजे ये स्पष्ट हो गया कि
केंद्र सरकार pab की मीटिंग में 17000 के प्रस्ताव को विस्तारपूर्वक चर्चा परिचर्चा की और अपने हिस्से का 60% देने को भी तैयार रही परन्तु राज्य सरकार के द्वारा अपने 40% के हिस्से के बजट देने में बार बार अक्षमता जाहिर करती रही जिसमे केंद्रीय समिति ने समीक्षा करने के बाद राज्य सरकार से अनुदेशक मानदेय का स्पष्ट प्रस्ताव नोटिफिकेशन जारी करते हुये पुनः अविलम्ब भेजने को कहा है अभी लगभग 7 से 8 दिन का समय हम सबके पास है मिनट्स जारी होने से पहले अगर हम सब प्रस्ताव नोटिफिकेशन जारी करते हुये भिजवाने में कामयाब हो गए तो बिना कटौती जा रहे प्रस्ताव को मंजूरी मिल जायेगी।।
साथियो जो सरकार के लायक अधिकारी पैब मीटिंग में हमारा पक्ष नहीं रख रहे थे तो प्रस्ताव में कितना मजबूत तर्क रखेगी आप सब खुद सोच सकते है और ज्यादा संभावना है नए प्रस्ताव में द्वेषपूर्ण तरीके से 17000 ना भेजे प्रस्ताव अबकी बार पूर्णतया आदेश होकर mhrd में जाये और पूर्णतया बिना कटौती के पास हो इस हेतु प्रदेश के सभी संघ के प्रदेश अध्यक्ष सहित सम्पूर्ण कार्यरत 32000 अनुदेशको से अनुरोध है कि अपने अपने बैनर के साथ आये क्योकि वहाँ कोई मंच नही होगा अपने अधिकारो को पाने के लिए दिनाक 6 अप्रैल 2017 दिन बृहस्पतिवार को राज्य परियोजना कार्यालय सर्व शिक्षा अभियान निशांतगंज लखनऊ में धरने पर पहुचे जिससे अनुदेशको के मानदेय का प्रस्ताव अविलम्ब 17000 का नोटिफिकेशन जारी कराते हुये भिजवाया जा सके जिससे इस सत्र से अनुदेशक सम्मानजनक स्थिति पर आ सके।।
ये मानदेय प्रस्ताव सभी अनुदेशको से सम्बंधित मामला है आपसी भेदभाव छोड़कर एक जुट होकर धरने में पहुँचे...कल शाम 4 बजे ही धरने की जानकारी निदेशालय को दे दी गयी है।।
"अब अपने भाग्य का फैसला अनुदेशक साथियो के अपने हाथ में ही है या तो संख्या बल के साथ एक साथ आकर अपनी एकता का ताकत दिखाकर अपने अधिकारो को छीन सकते है या घर बैठे दुसरो को कोस सकते है.......
*परिंदे रुक मत, तुझमे जान बाकी है*
*मन्जिल दूर है बहुत, उड़ान बाकी है.*
*मन्जिल दूर है बहुत, उड़ान बाकी है.*
*आज या कल, मुट्ठी में होगी दुनियाँ*
*लक्ष्य पर अगर, तेरा ध्यान बाकी है*..
*लक्ष्य पर अगर, तेरा ध्यान बाकी है*..
*यूँ ही नहीं मिलती, रब की मेहरबानी*
*एक से बढ़कर एक, इम्तेहान बाकी है.*
*एक से बढ़कर एक, इम्तेहान बाकी है.*
*जिंदगी की जंग में, है हौसला जरुरी*
*जीतने के लिए, सारा जहान बाकी है..*
*जीतने के लिए, सारा जहान बाकी है..*
आपका साथी
राकेश पटेल"सिंटू"
प्रदेश अध्यक्ष
पू.मा.अनुदेशक कल्याण समित उ.प्र.
9455788206
राकेश पटेल"सिंटू"
प्रदेश अध्यक्ष
पू.मा.अनुदेशक कल्याण समित उ.प्र.
9455788206