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बगैर मान्यता स्कूल चला तो नपेंगे बीईओ, बगैर मान्यता प्राप्त स्कूल संचालकों के खिलाफ दर्ज कराएं रिपोर्ट

सत्ता परिवर्तन के बाद अधिकारियों के कार्यों पर इसका सीधा असर दिखाई देने लगा है। बेसिक शिक्षा अधिकारी ने भी जिले में बड़ी संख्या में चल रहे बगैर मान्यता प्राप्त स्कूलों के खिलाफ कसना शुरू कर दिया है। अधीनस्थों को निर्देश देकर सभी फर्जी स्कूल संचालकों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराने के निर्देश दिए हैं। अगर फर्जी स्कूल व कम मान्यता के बाद उच्च कक्षाएं संचालित करते हुए पाई जाती हैं तो अधीनस्थों के खिलाफ कार्रवाई की
जाएगी।
जिले में बगैर मान्यता के संचालित होने वाले स्कूल संचालकों की अब खैर नहीं होगी क्योंकि सत्ता परिवर्तन के बाद सभी विभागों के जिला स्तरीय अधिकारियों ने भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाने के लिए सभी प्रयास तेज कर दिए हैं। इसी क्रम में बेसिक शिक्षा अधिकारी ने सभी खंड शिक्षा अधिकारियों के साथ ही संकुल प्रभारियों को निर्देश दिए हैं कि अपने परिक्षेत्र में संचालित बगैर मान्यता के स्कूलों को चिह्न्ति कर उन्हें बंद कराने के निर्देश दें अगर एक सप्ताह के अंदर बंद नहीं करते हैं तो उनके खिलाफ संबंधित थाने में रिपोर्ट दर्ज कराएं। वहीं कम मान्यता के बाद अधिक कक्षाएं संचालित करने वाले स्कूलों के खिलाफ भी कार्रवाई की जाए। अगर फर्जी तरीके से चल रहे स्कूल बंद नहीं किए जाते हैं तो संबंधित एनपीआरसी के साथ ही खंड शिक्षा अधिकारियों पर भी कार्रवाई की जाएगी।
आठ टीमों का किया जा रहा है गठन : जिले में फर्जी तरीके से संचालित स्कूलों पर नकेल कसने के लिए बेसिक शिक्षा अधिकारी ने हर विकास खंड में एक एक टीम का गठन करने की तैयारी शुरू कर दी है। नवरात्र के बाद स्कूल खुलते ही सभी टीमें प्रत्येक विकास खंड में पहुंचकर कार्य करेंगी। जो फर्जी स्कूल संचालकों के खिलाफ कार्रवाई करेंगी। अगर टीम फर्जीवाड़े को रोकने में नाकाम साबित रहती हैं तो उनके खिलाफ कार्रवाई होगी।
अभिभावक बरतें यह सावधानी : जिलेभर के मान्यता प्राप्त स्कूल संचालकों को निर्देशित किया गया है कि मान्यता व सोसायटी रजिस्ट्रेशन के दस्तावेज स्कूल के मुख्य श्यामपट पर चस्पा करें। अभिभावक बच्चों का प्रवेश कराने के लिए जाएं तो सबसे पहले उस बोर्ड को देखकर प्रवेश कराएं। जिससे स्कूल पर कार्रवाई होने पर बच्चों का भविष्य खराब नहीं हो सके।